मौजूदा क्रिकेट का कंपलीट पैकेज- विराट कोहली का ‘वो’ खिलाड़ी जिसके नाम में ही छुपी है ‘जीत’

कहने को आप ने भी कभी ना कभी जरूर कहा होगा कि नाम में क्या रखा...काम देखो काम. लेकिन आर अश्विन के लिए आप क्या कहेंगे, उनके नाम और काम दोनों में बहुत कुछ रखा हुआ है. उनके नाम में ही जीत छुपी हुई है- अश+WIN. आधुनिक दौर के भविष्य बताने वालों के पास जाएं तो वो जरूर आर अश्विन के प्रदर्शन में इस ‘WIN’ शब्द का कोई ना कोई मतलब निकाल भी देंगे. उन्होंने हाल के दिनों में जिस तरह का प्रदर्शन किया है उसके आधार पर ऐसा लगने लगा है कि अब वो जब भी मैदान में उतरेंगे कोई ना कोई रिकॉर्ड या तो तोड़ेंगे या कायम करेंगे. मुंबई टेस्ट के अभी सिर्फ दो दिन बीते हैं. इन दो दिनों में आर अश्विन भारत के दो धुंरधर खिलाड़ियों के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. पहले दिन उन्होने जवागल श्रीनाथ का रिकॉर्ड तोड़ा था. दूसरे दिन उन्होंने कपिल देव का रिकॉर्ड तोड़ दिया. ये रिकॉर्ड एक पारी में 5 विकेट लेने का है. उनके इस कीर्तिमान में ये आंकड़ा दिलचस्प है कि उन्होंने करियर के सिर्फ 43वें टेस्ट में 23 बार पांच विकेट लेने का कारनामा किया. कपिल देव ने यही कारनामा 131 टेस्ट मैच में किया था यानि तीन गुने से भी ज्यादा टेस्ट मैच में.
इस कारनामे को करने वालों की फेहरिस्त में अब आर अश्विन से आगे सिर्फ दो भारतीय गेंदबाज रह गए हैं. पहले टीम के मौजूदा कोच अनिल कुंबले जिन्होंने 35 बार ये कारनामा किया है. हरभजन सिंह भी 25 पारियों में ये कारनामा कर चुके हैं. आर अश्विन ने ये कारनामा बेन स्टोक्स का विकेट लेकर किया. जरा कुछ औऱ दिलचस्प आंकड़े जान लीजिए. इस साल अश्विन सात बार पारी में 5 विकेट ले चुके हैं. मुंबई टेस्ट में अभी ‘जीत’, ‘हार’ या ‘ड्रा’ का नतीजा बहुत दूर है लेकिन आर अश्विन अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा चुके हैं. सिर्फ 2 विकेट खोकर सवा दो सौ के आस पास पहुंचने वाली इंग्लैंड की टीम को 400 रनों पर समेट देने में आर अश्विन का बड़ा रोल है. उन्होंने 112 रन देकर 6 विकेट लिए. रवींद्र जडेजा ने भी उनका साथ बखूबी दिया. अश्विन के 6 विकेट में इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि ये सभी विकेट टॉप ऑर्डर और मिडिल ऑर्डर के बल्लेबाजों के हैं.
Ravichandran Ashwin
सच्चाई ये है कि अनिल कुंबले के संन्यास लेने और हरभजन सिंह के टीम इंडिया से बाहर होने के बाद अब आर अश्विन अपने कप्तानों के लिए ‘गो टू मैन’ हैं- यानि कप्तान को जब विकेट की ज़रूरत होती है वो अश्विन को गेंद थमाता है और अश्विन विकेट निकालते हैं. दिलचस्प बात ये है कि आज टेस्ट मैच में जीत इंडिया की जीत के सबसे बड़ा स्टार के तौर पर उबरे आर अश्विन दरअसल आईपीएल की खोज़ हैं. वो उन चंद खिलाड़ियों में शामिल हैं जो आईपीएल के प्रदर्शन की बदौलत टीम इंडिया में आए और लंबे समय तक अपनी जगह बनाए रखने में कामयाब हुए. दरअसल अश्विन को टीम में रखने से तीनों ही फॉर्मेट में कप्तानों को काफी सहूलियत मिलती है. आईपीएल और वनडे दोनों में धोनी उनसे गेंदबाज़ी की शुरुआत भी करा लेते हैं. आईपीएल में तो ज्यादातर मौकों पर पारी का आखिरी ओवर भी आर अश्विन ही किया करते थे.
टेस्ट करियर के पहले ही टेस्ट मैच में 9 विकेट लेकर टीम को जीत दिलाने वाले और मैन ऑफ द मैच का खिताब पाने वाले आर अश्विन पिछले पांच साल में इक्का दुक्का मौके पर ही बेरंग हुए हैं. वरना उन्होंने हमेशा एक ‘मैच विनर’ खिलाड़ी का रोल निभाया है. कभी गेंद से तो कभी बल्ले से. उनकी बात चल रही है तो उनकी उस गेंद का भी जिक्र करते चलें जिसने क्रिकेट की दुनिया में तहलका मचा दिया था. जिस गेंद को ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विकेटकीपर एडम गिलक्रिस्ट ने ‘T-20 बॉल ऑफ द सेंचुरी’ कहा था. ऑफ स्पिनर आर अश्विन की वो गेंद जो लेग स्टंप के बाहर गिरी थी और दुनिया के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज़ों में से एक हाशिम अमला का ऑप स्टंप उड़ा ले गई थी. आप भी देखिए उस गेंद को.
कमेंटेटर संजय मांजरेकर ने इसे मैजिक डिलीवरी कहा था. एडम गिलक्रिस्ट ने बाकयदा ट्वीट कर कहा था कि ये ‘T-20 बॉल ऑफ द सेंचुरी’ है. इस गेंद की तुलना शेन वॉर्न की उस गेंद से की जाने लगी जिस पर उन्होंने माइक गेटिंग को आउट किया था. देखिए दोनों गेदों में कितनी समानता है-
इस गेंद का जिक्र शायद मुंबई टेस्ट के लिहाज से आपको उतना प्रासंगिक ना लगे, लेकिन इसका जिक्र इसलिए करना जरूरी था क्योंकि ऐसे मौके किसी खिलाड़ी को ‘स्टार’ का दर्जा दिलाते हैं. गेंदबाजी के अलावा अश्विन को उनका बल्ला भी आर अश्विन को स्टार बनाता है. इस सीरीज के 4 टेस्ट मैचों में अश्विन 21 विकेट लेने के साथ साथ अब तक 239 रन भी बना चुके हैं. आर अश्विन की बल्लेबाजी की काबिलियत को इस तरह से भी समझा जा सकता है कि इस सीरीज में उनका औसत करीब 48 रनों का है. घरेलू क्रिकेट में अपनी टीम के लिए बल्लेबाजी की शुरूआत करने की वजह से आर अश्विन का ‘माइंडसेट’ ऐसा है कि वो अपने विकेट की कीमत जानते हैं. टेस्ट क्रिकेट में उनके नाम 4 शतक और 9 अर्धशतक इस बात को और मजबूती से साबित करते हैं. कुल मिलाकर अश्विन मौजूदा क्रिकेट के लिए एक कम्प्लीट पैकेज की तरह हैं.




























