Budh Gochar June 2025: मिथुन राशि में बुध का गोचर, जानें मजबूत और कमजोर बुध के लक्षण और उपाय!
Signs of strong Mercury: व्यक्ति के जीवन में बुध ग्रह की भूमिका काफी अहम मानी जाती है. बुध ग्रह पैसा, व्यापार, वाणी और संवाद का कारक होता है. कुंडली में बुध ग्रह के मजबूत होने के क्या लक्षण है? जानें.

Budh Gochar June 2025: नव ग्रहों का राज बुध ग्रह होता है. ज्योतिष शास्त्र में बुध ग्रह को पैसा, बिजनेस, वाणी, बुद्धि और संवाद का कारक ग्रह माना जाता है. 6 जून यानी की आज निर्जला एकादशी पर बुध ग्रह गोचर करने जा रहा है. बुध ग्रह मिथुन राशि का स्वामी भी है. आज बुध ग्रह मिथुन राशि में ही गोचर करने जा रहा है. ऐसे में जिस भी व्यक्ति के जीवन में बुध ग्रह संतुलित होता है, उसके जीवन में क्या बदलाव होता हैं? आइए जानते हैं.
बुध ग्रह का वाणी और सवांद पर नियंत्रित होता है. जिस भी व्यक्ति का बुध ग्रह मजबूत होता है, उसकी बुद्धि तीव्र होने के साथ तेज होती है. वहीं जिस व्यक्ति का बुध कमजोर होता है, उसका दिमाग चीजें जानते हुए भी कुछ कर पाने में असमर्थ होता है. बुध कमजोर होने के कारण, उसे लोग कम सुनना पसंद करते हैं. व्यक्ति के पास जवाब होते हुए भी वह मौन बना रहता है. इसके साथ ही छोटी छोटी चीजों को लेकर ओवरथिंक करना, बातें भूलने की आदत, चेहरे पर ऊर्जा का गायब होना ये सब बुध कमजोर होने के लक्षण हैं.
बुध को ठीक करने के लिए क्या करें?
- प्रत्येक बुधवार को 108 बार "ॐ बुधाय नमः" मंत्र का उच्चारण करें.
- बुध को मजबूत करने के लिए अपने पास हरा कपड़ा या मूंग रखें.
- झूठ या गपशप करने से बचें. इससे बुध कमजोर होता है.
- छात्रों को किताबें उपहार में देने से बुध मजबूत होता है.
- बुध ग्रह को शांति पसंद है. इसलिए कम से कम बोलें.
बुध ग्रह मजबूत होने पर दिखते हैं ये लक्षण
वहीं जिन लोगों का बुध मजबूत होता है, उस व्यक्ति के शब्द और वाणी स्पष्ट होते हैं. याददाश्त तेज होने के साथ उसका दिमाग तेज चलता है. लोग आपकी बातों को सुनना पसंद करते हैं. आप कोई भी काम तेजी से सीखते चले जाते हैं. हर किसी का ध्यान आपकी ओर आकर्षित होता है. जिस भी व्यक्ति की कुंडली में बुध ग्रह की स्थिति मजबूत होती है, उसके सभी काम बनते चले जाते हैं. निर्जला एकादशी के मौके पर बुध ग्रह मिथुन राशि में गोचर होने जा रहा है. जो कुछ राशियों के लिए फायदेमंद तो कुछ राशियों पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है.
Source: IOCL



















