Facebook की फोटो-वीडियो लीक होने को लेकर क्यों परेशान हो रहे लोग? सामने आ गई वायरल मैसेज की सच्चाई
Fact Check News: वायरल मैसेज की जांच शुरू करने पर पता चला कि ऐसे मैसेज पहले भी वायरल हो चुके हैं. पहली बार साल 2012 में ऐसा मैसेज वायरल हुआ था.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक मैसेज तेजी से वायरल हो रहा है कि फेसबुक पर एक नया नियम लागू होने जा रहा है, जिसके जरिए फेसबुक सारा डेटा जैसे फोटो, वीडियो, नाम और मोबाइल नंबर का इस्तेमाल अपने बिजनेस के लिए करने वाला है. जैसे ही यह मैसेज फेसबुक पर वायरल हुआ तो हर किसी ने बिना कुछ जाने और जांच-पड़ताल किए इसे शेयर करना शुरू कर दिया.
फेसबुक पर वायरल हो रहे पोस्ट में कहा गया कि 26 अगस्त से नया नियम लागू हो जाएगा और लोगों के डेटा का इस्तेमाल किया जाएगा. ये पढ़कर लोग परेशान होने लगे और हर कोई इस मैसेज को फॉरवर्ड करने में जुट गया.
वायरल पोस्ट में लिखा गया?
वायरल हो रहे पोस्ट में लिखा है, 'कल से नया फेसबुक नियम (उर्फ... नया नाम मेटा) शुरू हो रहा है, जहां वे आपकी तस्वीरों का उपयोग कर सकते हैं. मत भूलो कि अंतिम तिथि आज है!!! मैं फेसबुक या फेसबुक से जुड़ी किसी भी इकाई को अपने अतीत और भविष्य के चित्रों, सूचनाओं, संदेशों या प्रकाशनों का उपयोग करने की अनुमति नहीं देता. इस बयान के साथ, मैं फेसबुक को सूचित करता हूं कि इस प्रोफाइल और या इसकी सामग्री के आधार पर मेरे खिलाफ खुलासा, प्रतिलिपि, वितरण या कोई कार्रवाई करना सख्त वर्जित है निजता का उल्लंघन करने पर कानून द्वारा दंडित किया जा सकता है. यदि आप चाहें तो आप इस संस्करण को कॉपी और पेस्ट कर सकते हैं. यदि आप कम से कम एक बार कोई बयान प्रकाशित नहीं करते हैं तो यह चुपचाप आपकी तस्वीरों के उपयोग की अनुमति देंगे, साथ ही आपकी प्रोफाइल और स्थिति अपडेट में मौजूद जानकारी भी.' पोस्ट में आगे कंटेंट को कॉपी कर उसको शेयर करने का तरीका बताया गया.
क्या कहती है फेसबुक पॉलिसी?
वायरल मैसेज की जांच शुरू की गई तो पता चला कि पहले भी इस तरह के दावे करने वाले पोस्ट वायरल हो चुके हैं. फेसबुक की प्रोफाइल पॉलिसी में कहा गया कि वह किसी भी यूजर की किसी भी जानकारी को किसी और प्लेटफॉर्म के साथ साझा नहीं करते हैं. इसमें यह भी कहा गया कि वह थर्ड पार्टी पार्टनर्स के साथ काम करते हैं, जो मेटा बिजनेस टूल्स का उपयोग करके हमारे उत्पादों को बेहतर बनाने में मदद करते हैं. इससे कंपनियों को संचालित करना आसान हो जाता है, लेकिन फेसबुक कभी किसी की जानकारी किसी और प्लेटफॉर्म को न तो बेचता है और न ही कभी बेचेगा. साथ ही फेसबुक ने यह भी कहा कि वह अपने पार्टनर्स पर इस बात के प्रतिबंध लगाते हैं कि वह डेटा का किस तरह उपयोग करते हैं.
पहली बार साल 2012 में वायरल हुआ था ऐसा मैसेज
वहीं, कई मीडियो रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि पहले भी इस तरह के मैसेज वायरल हो चुके हैं. साल 2012 में पहली बार ऐसा मैसेज वायरल हुआ था, जिसका खंडन खुद फेसबुक ने भी किया था.
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