घाट वाला स्कूल, जहां तक लाती है नाव
कानपुर के रहने वाले नितिन कुमार की मां ने दूसरों के घरों में काम करके उन्हें बड़ी मुश्किल से पढ़ाया । अपनी पढ़ाई के दौरान ही नितिन को क्वालिटी एजुकेशन यानि गुणवत्ता पूर्ण पढ़ाई का अहसास हो गया था । इसलिए जब वो पढ़ लिखकर अच्छी नौकरी करने का काबिल हो गये तो अपने जीवन को सुधारने की बजाय उन्होंने अपने इलाके के दूसरे गरीब बच्चों की पढ़ाई के स्तर को सुधारने के बारे में सोचा । नितिन ने समाजसेवी नंदनी उपाध्याय के साथ मिलकर एक नई राह फाउंडेशन बनाई और पिछले कई साल से ये संस्था कानपुर के कमलेश्वर घाट पर ये घाट वाला स्कूल चला रही है
साथ ही गंगा पार के गांवों से बच्चों को यहां तक लाने के लिए चलाई जाती है नाव भी....
रिपोर्टर एवं प्रोड्यूसर – विकास कौशिक

























