'फूंक'... मौत की चीखती रात !
भैया...मुझे छो़ड दो मैंने कुछ नहीं किया है
बेटा....हमलोग सीधे सच्चे लोग हैं....हमने कोई काला जादू नहीं किया है....
बाबू...हम कसम खाते हैं....हमलोगों को कोई तंत्र-मंत्र नहीं आता है....
हमको मत मारिए....हमारे परिवार में कोई भी डायन नहीं है....
मौत की खूनी रात...और उस खूनी रात में इसी तरह गिड़गिडा रहे थे एक परिवार के पांच लोग....दरिंदों की भीड जान लेने पर आमदा थी....और वो जान बख्श देने की गुहार लगा रहे थे....हैवानों के आगे हाथ पैर जोड़ रहे थे....रात के सन्नाटे में ये ड्रामा काफी देर तक चलता रहा....और फिर मौत की चीख के साथ सब खत्म हो गया....देखिए अंधविश्वास की डायन की ये खूनी कहानी....जिसमें पांच जिंदा लोगों के खात्मे की खबर ने पूरे बिहार में फैला दी है सनसनी






































