कोरोना से जंग के लिए IIT रुड़की ने AIIMS डॉक्टर्स के लिए बनाई 3D फेस शील्ड
कोरोना वायरस से लड़ने के लिए IIT रुड़की ने AIIMS डॉक्टर्स के लिए 3D फेस शील्ड बनाई है.बड़े पैमाने अगर शील्ड बनाई जाती है तो इसकी कीमत 25 रुपये आएगी.

नई दिल्ली: कम लागत वाले वेंटिलेटर के बाद,IIT रुड़की ने AIIMS ऋषिकेश में चिकित्सा कर्मचारियों के लिए 3 डी प्रिंटेड फेस शील्ड बनाया है. फेस शील्ड का फ्रेम 3 डी प्रिंटेड है. इसकी वजह से चिकित्सा कर्मियों को कोविड-19 का इलाज करने में बहुत मदद मिलेगी. आआईटी रुड़की का कहना है वैसे तो प्रति शील्ड की लागत 45 रुपये है लेकिन अगर इसको बड़े पैमाने पर बनाया गया तो इसके निर्माण की लागत 25 रुपये आएगी.
क्या है शील्ड की खासियत
इस शील्ड का डिजाइन स्पेक्टेकल की तरह है. ये ट्रांसपेरेंट शीट एक बार यूज आने के बाद आसानी से बदली जा सकती है. साथ ही इसको बदलना भी बहुत आसान है. एम्स ऋषिकेश के निदेशक प्रो. रविकांत का कहना है कि चिकित्सा कर्मियों के लिए इस शील्ड का निर्माण करने वाले आईआईटी रुड़की की टीम को बधाई. उन्होंने बहुत ही सराहनीय काम किया है.
उन्होंने कहा कि ये फेस शील्ड देश के सभी स्वास्थ्य कर्मियों के काम आएगी. बता दें कि इस शील्ड को आईआईटी रुड़की के द टिंकरिंग लैब में बनाया है. आईआईटी रुड़की के छात्रों के लिए टिंकरिंग लैब एक तकनीकी सुविधा है. लैब के प्रो. अक्षय द्विवेदी का कहना है कि जो स्वास्थ्यकर्मी कोरोना के जंग में देश की मदद कर रहे हैं उनके लिए ये एक उपहार है. लैब से जल्द ही 100 शील्ड आईआईटी रुड़की संस्थान भेजे जाएंगे.
ये भी पढ़ें-
कोरोना वायरस: IMF ने कहा- दुनिया इस वक्त 2008 की मंदी से भी बड़े वित्तीय संकट में
कोविड-19 के मरीजों के इलाज में मलेरिया रोधी दवा का इस्तेमाल खतरनाक: वैज्ञानिक
Source: IOCL























