Watch: भारी बारिश के बाद पानी-पानी हुई मथुरा, जगह-जगह जलभराव, गाड़ियों की रफ्तार पर लगा ब्रेक, देखें वीडियो
Mathura Weather Today: बारिश ने मथुरा नगर निगम के दावों की पोल दी. स्थानीय लोगों ने नगर निगम के दावे पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि हर बरसात में जलजमाव की समस्या से गुजरना पड़ता है.

UP Weather Update: उत्तर प्रदेश में मानसून की दोबारा सक्रियता का असर दिखने लगा है. भारी बारिश के बाद मथुरा पानी-पानी हो गई है. कई इलाकों में जलभराव की समस्या से लोगों की परेशानी बढ़ गई है. रिहाइशी इलाकों में लोगों का घरों से बाहर निकलना दुश्वार हो गया है. बता दें कि उमस भरी गर्मी से राहत मिलने के बाद लोगों की बारिश ने परेशानी बढ़ा दी. सड़क पर पानी आने की वजह से गाड़ियों की रफ्तार पर ब्रेक लग गया है. जल निकासी की उचित व्यवस्था नहीं होने से बारिश का पानी इकट्ठा हो गया है. स्कूली बच्चों को लहरों के बीच से गुजरकर स्कूल जाना पड़ा.
भीषण गर्मी के बाद बारिश ने बढ़ाई मुसीबत
बारिश ने मथुरा नगर निगम के दावों की पोल दी. स्थानीय लोगों ने नगर निगम के दावे पर सवाल उठाए. आक्रोशित लोगों ने कहा कि हर बरसात में जलजमाव की समस्या से गुजरना पड़ता है. निगम के पास सिर्फ दावे करने का काम बचा है. जलभराव की समस्या का हल स्थायी हल नहीं निकल रहा है. लोगों को जलभवार से बीमारियों के प्रकोप का डर भी सता रहा है. मलेरिया और डेंगू स्वस्थ मरीजों को चपेट में लेने लगा है. ड्रेनेज सिस्टम को बेहतर करने की नगर निगम के पास फिलहाल योजना नहीं है.
#WATCH उत्तर प्रदेश: भारी बारिश के बाद मथुरा के कई इलाकों में जलभराव की समस्या देखने को मिली जिससे लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा। pic.twitter.com/2LooJPhYKQ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 10, 2023
जलभराव की समस्या पर क्या बोले स्थानीय
लोगों का कहना है कि ड्रेनज सिस्टम को चुस्त दुरुस्त रखने के लिए नालियों में कूड़ा डंप करने पर सख्ती से पाबंदी लगानी होगी. कई इलाकों में जलभराव की समस्या आम हो गई है. लोगों के घरों तक भी पानी दस्तक देने लगा है. मवेशियों की भी जिंदगी दांव पर लग गई है. लोगों की मुसीबत बारिश खत्म होने के बाद थमेगी. पानी की निकासी नालों के जरिए होने में समय लगेगा. तब तक मथुरा वासी मुसीबत में रहेंगे. भीषण गर्मी की चपेट में रह रहे लोगों को बारिश से निजात मिलने के बाद जलभराव की समस्या का सामना करना पड़ रहा है.
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Source: IOCL






















