UP की बेटियों ने बढ़ाया राज्य का मान, UPSC और इंटरमीडिएट में प्रयागराज की इन लड़कियों ने मारी बाजी
UP News: यूपी के प्रयागराज में शक्ति दुबे ने यूपीएसी की परीक्षा में देशभर में टॉप किया है. वहीं इंटरमीडिएट की परीक्षा में महक जायसवाल ने भी प्रदेशभर में पहला स्थान प्राप्त किया है.

Prayagraj News: कभी आईएएस और पीसीएस अफसरों की नर्सरी कहलाने वाला प्रयागराज अब फिर से उसी पहचान की ओर लौट रहा है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में माफियाओं के खिलाफ चली सर्जिकल स्ट्राइक का असर अब शिक्षा के क्षेत्र में साफ नजर आने लगा है. एक तरफ UPSC की परीक्षा में प्रयागराज की शक्ति दुबे ने देशभर में टॉप कर नया इतिहास रच दिया, तो वहीं इंटरमीडिएट परीक्षा में महक जायसवाल ने 97.20 प्रतिशत अंक हासिल कर प्रदेश में पहला स्थान पाया.
कभी प्रयागराज में माफियाओं और अपराधियों का इतना दबदबा था कि बेटियों को गांव से बाहर पढ़ने भेजने में भी माता-पिता डरते थे. लेकिन आज माहौल बदल चुका है. पुलिस की कार्रवाई, बुलडोजर नीति और सख्त प्रशासन के चलते अपराधियों की कमर टूटी है और आम जनता को सुरक्षा का भरोसा मिला है.
शक्ति और महक बनीं प्रयागराज की नई पहचान
शक्ति दुबे प्रयागराज के एसएमसी इंटर कॉलेज, घूरपुर की छात्रा रही हैं. उन्होंने बताया कि एक सुरक्षित माहौल ही पढ़ाई में सबसे बड़ा योगदान देता है. पहले छात्राएं सिविल सेवा की तैयारी करना तो चाहती थीं लेकिन माहौल सहयोगी नहीं था. अब स्थितियां बदली हैं, इसलिए परिणाम भी बदल गए हैं.
दूसरी ओर, महक जायसवाल की कहानी भी प्रेरणादायक है. वह फूलपुर के भुलई का पूरा गांव स्थित बच्चा राम यादव इंटर कॉलेज में पढ़ती हैं. उनके पिता शिव प्रसाद जायसवाल कौशांबी में एक छोटी सी चाय की दुकान चलाते हैं. महक बताती हैं कि पहले गांव की लड़कियों को बाहर पढ़ने भेजना आसान नहीं था. डर, असुरक्षा और संसाधनों की कमी रास्ते में दीवार बनती थी. लेकिन अब हालात बदल चुके हैं. कॉलेज की प्रधानाचार्या मनोरमा यादव कहती हैं कि जब समाज सुरक्षित होता है और छात्राएं डर के बिना स्कूल आती हैं, तो उनकी प्रतिभा भी निखरती है.
प्रयागराज 'माफिया मुक्त, शिक्षा युक्त' मॉडल बनकर उभरा
प्रयागराज में योगी सरकार ने अतीक अहमद जैसे कुख्यात माफिया की अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर चलाया. अपराधियों को जेल में डाला गया और माफिया राज का अंत कर दिया गया. इसका सीधा असर समाज के हर क्षेत्र में पड़ा खासकर शिक्षा के क्षेत्र में. शक्ति दुबे के कॉलेज के प्रिंसिपल आशीष रंजन कहते हैं कि जब छात्राएं बिना डर के सपने देखती हैं, तो वो सफलता की ओर बढ़ती हैं. आज का प्रयागराज उसी सोच का उदाहरण है.
कभी कुंभ, संगम और विश्वविद्यालयों के लिए पहचाना जाने वाला प्रयागराज अब ‘माफिया मुक्त, शिक्षा युक्त’ मॉडल बनकर सामने आया है. योगी सरकार की सख्त नीतियों ने जिस शहर में डर का माहौल बना दिया था, वहीं अब बेटियां खुलकर अपने सपनों को साकार कर रही हैं. शक्ति और महक की कामयाबी सिर्फ व्यक्तिगत नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश के लिए एक नई दिशा है.
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