G-20 Summit 2023: 'दुनिया जब भी संकट में होगी...निगाहें भारत की ओर होंगी', लखनऊ में बोले CM योगी
CM Yogi Adityanath: सीएम योगी ने कहा कि पूरी दुनिया के अंदर एक संदेश देने की आवश्यकता है कि दुनिया जब भी संकट में होगी, मानवता के ऊपर कोई खतरा आएगा, उस वक्त आशा भरी निगाहें कहीं भारत की ओर होंगी.

Lucknow News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने शनिवार को कहा कि पूरी दुनिया के अंदर एक संदेश देने की आवश्यकता है कि दुनिया जब भी संकट में होगी, मानवता के ऊपर कोई खतरा आएगा, उस वक्त आशा भरी निगाहें भारत की ओर होंगी. उत्तर प्रदेश के चार शहरों में फरवरी माह से आयोजित होने जा रहे जी-20 सम्मेलन को लेकर व्यापक जन जागरूकता का प्रसार करने के लिए शनिवार को 'रन फॉर जी-20 वॉकाथन' का आयोजन किया गया.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने पांच कालिदास मार्ग स्थित सरकारी आवास से झंडी दिखाकर एकसाथ चारों शहरों में वॉकाथन की शुरुआत की. इस दौरान राजधानी लखनऊ सहित आगरा, वाराणसी और गौतमबुद्धनगर में वॉकाथन का आयोजन किया गया. मुख्यमंत्री योगी ने अपने संबोधन में कहा कि उत्तर प्रदेश को जी-20 सम्मेलन के आतिथ्य का सुअवसर प्राप्त हुआ है और ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के ध्येय वाक्य और एक धरती, एक परिवार, एक भविष्य के संकल्प के साथ इस वर्ष भारत में जी-20 सम्मेलन का आयोजन हो रहा है.
'पूरी दुनिया के अंदर एक संदेश देने की आवश्यकता'
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए सीएम योगी ने कहा कि पूरी दुनिया के अंदर एक संदेश देने की आवश्यकता है कि दुनिया जब भी संकट में होगी, मानवता के ऊपर कोई खतरा आएगा, उस वक्त आशा भरी निगाहें कहीं भारत की ओर होंगी. उन्होंने कहा, ‘‘भारत उस काल में दुनिया को नेतृत्व देगा और संकट से उबारकर नयी राह दिखाने का कार्य करेगा.’’
सीएम योगी ने कहा कि आज मौनी अमावस्या का पावन पर्व है और इस अवसर पर जी-20 की जो चार शहरों लखनऊ, वाराणसी, आगरा और नोएडा में 11 बैठकें होनी है, उसके प्रति आम जन मानस की सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए यह आयोजन प्रदेश सरकार की ओर से प्रारंभ हो रहा है.
सीएम योगी ने कहा, ‘‘मैं इस अवसर पर लखनऊ, आगरा, वाराणसी और गौतमबुद्धनगर जिलों में आयोजित हो रहे वॉकाथन और मिनी मैराथन में भाग ले रहे सभी प्रतिभागियों को हृदय से उनका अभिनंदन करता हूं.’’
उन्होंने कहा कि आज दुनिया इस बात को मान रही है कि वैश्विक संकट के इस दौर में भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी एकमात्र ऐसा नेतृत्व है, जो दुनिया को इस वैश्विक संकट से उबार कर भारत की उस पवित्र भावना को आम जनमानस के कल्याण के लिए लगा सकता है जो कभी भारतीय मनीषियों ने सोचा था.
'ये मेरा है और ये तेरा है की भावना भारत की नहीं'
सीएम योगी ने कहा, ‘‘ये मेरा है और ये तेरा है की भावना कभी भारत की नहीं रही, भारतीय मनीषियों ने हमेशा वसुधैव कुटुम्बकम के जरिए पूरी दुनिया को एक परिवार के रूप में मानने की बात कही है और यही भारत की सनातन सोच रही है.''
मुख्यमंत्री ने कहा, ''उस सोच को उजागर करने का अवसर आज भारत के पास आया है. आज भारत को जी-20 की अध्यक्षता करने का अवसर मिला है. जी-20 दुनिया के वे बीस बड़े देश हैं, जहां विश्व की 60 फीसदी आबादी निवास करती है. 75 प्रतिशत व्यापार पर उनका अधिकार है.
साथ ही 85 प्रतिशत सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी), इनोवेशन (नवोचार), रिसर्च (अनुसंधान) और पेटेंट पर अधिकार है. आज हमारे लिए ये गर्व का विषय है कि इस जी-20 का नेतृत्व भारत को और इसके आतिथ्य का अवसर उत्तर प्रदेश को प्राप्त हुआ है.’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि फरवरी माह उत्तर प्रदेश के लिए बहुत महत्वपूर्ण होगा. उत्तर प्रदेश 10 से 12 फरवरी को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन की तैयारी रहा है और 10 हजार से ज्यादा उद्यमी यहां आने वाले हैं. उन्होंने कहा कि इसके बाद 13 से 15 फरवरी के बीच जी-20 के प्रतिनिधिगण, अलग-अलग सेक्टर से आएंगे जिनके स्वागत का अवसर लखनऊ को प्राप्त होगा.
मुख्यमंत्री ने इस दौरान 519 लाख की लागत से केडी सिंह बाबू स्टेडियम में जी-20 बहुद्देश्यीय क्रीड़ा हाल का बटन दबाकर शिलान्यास किया. इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने जी-20 के लोगो युक्त झंडे को मुख्यमंत्री को सौंपा. मुख्यमंत्री ने झंडा दिखाकर और गुब्बारे उड़ाकर वॉकाथन को केडी सिंह बाबू स्टेडियम के लिए रवाना किया.
यह भी पढ़ें:-
UP Politics: सपा, BSP, RJD, JDU के फैसले से मिला संकेत! क्या BJP के खिलाफ विपक्षी एकता केवल दिखावा?
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL






















