![metaverse](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-top.png)
मुस्लिमों को खजूर, हिंदुओं को गुड़, यूपी में जेल के 100 साल पुराने कानून में हुआ बदलाव
यूपी में जेल के 100 साल पुराने जेल के मैनुअल में बदलाव किया जा रहा है. जेल में अंग्रेजों के जमाने का कानून बदल गया है.
![मुस्लिमों को खजूर, हिंदुओं को गुड़, यूपी में जेल के 100 साल पुराने कानून में हुआ बदलाव lucknow british period law changed in UP jails ann मुस्लिमों को खजूर, हिंदुओं को गुड़, यूपी में जेल के 100 साल पुराने कानून में हुआ बदलाव](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/08/16/57f125d081e858da8941168b67b1ef921660642193415369_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
UP News: यूपी की जेलों (UP Jail) में अंग्रेजों का कानून बदल गया है. कैबिनेट की बैठक में 100 साल पुराने जेल के मैनुअल में बदलाव को मंजूरी मिली. अब जेलों में काला पानी (Kaala Paani) की सजा खत्म हो गई है. महिलाएं अब जेल में मंगलसूत्र पहन सकेंगी और करवा चौथ (Karva Chauth) और तीज-त्योहार कर पाएंगीं.
त्योहारों पर किए जाएंगे खास इंतजाम
त्योहार के लिए जेल में इंतजाम किए जाएंगे. अपनी मां के साथ जेल में रह रहे बच्चों के लिए मनोरंजन का इंतजाम किया जाएगा. जेल में क्रेच और चिल्ड्रन पार्क खोले जाएंगे. बच्चों को शैंपू और नारियल का तेल दिया जाएगा. मुसलमानों के त्याहारों पर उन्हें खजूर दिया जाएगा और हिंदुओं को गुड़ दिया जाएगा. खीर और सिंवई बांटी जाएगी. खाना पकाने के लिए सरसों के तेल की जगह रिफाइंड तेल मिलेगा. जेल में बेकरी और लॉन्ड्री की भी व्यवस्था की जाएगी. दाढ़ी बनाने के लिए यूज एंड थ्रो रेज़र मिलेगा.
बच्चों को जेल में पढ़ाया जाएगा
दांतों की सफ़ाई के लिए टूथ पेस्ट और टूथ पाउडर जेल की तरफ़ से दिया जाएगा. बच्चों का नामकरण और पढ़ाई जेल में होगी. लॉक अप जेल की व्यवस्था समाप्त की जाएगी. यूरोपीय बंदियों के लिए अलग जेल बनाई जाएगी. जेल को बंदियों की संख्या के अनुसार चार कैटेगरी में बांटा जाएगा. नेपाल, भूटान, कश्मीर और सिक्किम के बंदियों की मुक्ति और स्थानांतरण की व्यवस्था भी समाप्त की गई. जेल में बंदी सुधार कार्यक्रमों के आयोजन के लिए डीएम की अध्यक्षता में चार सदस्य कमेटी गठित होगी.
ये भी पढ़ें -
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![metaverse](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![डॉ. सब्य साचिन, वाइस प्रिंसिपल, जीएसबीवी स्कूल](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/045c7972b440a03d7c79d2ddf1e63ba1.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)