बीजेपी सांसद अरविंद शर्मा का विवादित बयान, दीपेंद्र हुड्डा का नाम लेते हुए आंख निकालने की धमकी दी
Haryana News: हरियाणा के रोहतक में बीजेपी नेताओं को बंधक बनाए जाने को लेकर अरविंद शर्मा ने विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा कि जिसने भी मनीष ग्रोवर की तरफ आंख उठाकर देखा तो उसकी आंख निकाल लेंगे.

Haryana News: हरियाणा (Haryana) के रोहतक (Rohtak) में बीजेपी (BJP) नेताओं को बंधक बनाए जाने को लेकर बीजेपी सांसद अरविंद शर्मा (Arvind Sharma) ने विवादित बयान दिया है. उन्होंने दीपेंद्र सिंह हुड्डा का नाम लेते हुए आंख निकालने और हाथ काटने की धमकी दे दी. दरअसल, शुक्रवार को रोहतक में प्रदर्शनकारी किसानों और ग्रामीणों ने हरियाणा के पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर समेत बीजेपी के कुछ नेताओं को कई घंटों के लिए एक मंदिर परिसर में बंधक बना लिया था.
बीजेपी सांसद अरविंद शर्मा ने अपने बयान में कहा, "एक बात सुन लें कांग्रेस पार्टी और दीपेंद्र हुड्डा कि मनीष ग्रोवर की तरफ अगर कोई आंख उठेगी तो उसकी आंख निकाल लेंगे, हाथ उठाया तो उसके हाथ को काट लेंगे. उसको छोड़ेंगे नहीं. ये छटपटा रहे हैं. ये किस बात के लिए छटपटा रहे हैं, राज के लिए और एक बात आज लिख लो कि 25 साल तक भारतीय जनता पार्टी राज को नहीं छोड़ने वाली."
#WATCH | Congress&Deepender Hooda should listen
— ANI (@ANI) November 6, 2021
that if anyone dares to look towards Manish Grover (BJP leader) then we'll take their eyes out. If they put hands on him then their hands will be chopped off: BJP MP Dr Arvind Sharma in Haryana's Rohtak on yday's incident at Kiloi pic.twitter.com/RhhZuq0PGL
जानिए क्या था पूरा मामला
दरअसल, 5 नवंबर को रोहतक के किलोई गांव (kiloi village) में किसानों ने बीजेपी नेताओं को कई घंटे तक बंधक बनाकर रखा था. जिसमें पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर भी शामिल थे. हालांकि, बाद में जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों के समझाने के बाद प्रदर्शनकारियों ने नेताओं को शाम को मंदिर परिसर से बाहर निकलने दिया. उसी के विरोध में बीजेपी नेता प्रदर्शन कर रहे थे.
पुलिस के एक अधिकारी के मुताबिक, केदारनाथ में आदि शंकराचार्य की प्रतिमा के अनावरण का करने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम का सीधा प्रसारण देखने के लिए ग्रोवर बीजेपी के अन्य स्थानीय नेताओं के साथ किलोई गांव के मंदिर गए थे. इससे पहले दिन में जब ग्रामीणों को बीजेपी नेताओं की उपस्थिति के बारे में पता चला तो वे मौके पर पहुंच गए और मंदिर का घेराव कर लिया.
प्रदर्शनकारियों ने नेताओं को बाहर नहीं आने दिया. मीडिया में आई खबरों में दावा किया गया कि किसान चाहते थे कि कुछ मुद्दों को लेकर ग्रोवर माफी मांगें. गौरतलब है कि केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत किसान हरियाणा की सत्तारूढ़ बीजेपी और उसकी सहयोगी जननायक जनता पार्टी के नेताओं के कार्यक्रमों का विरोध कर रहे हैं.
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Source: IOCL





















