अजित पवार के साथ जाने के पक्ष में शरद पवार गुट के कितने विधायक? चौंका देगा आंकड़ा
Sharad Pawar Ajeet Pawar News: शरद पवार और अजित पवार ये दो नाम महाराष्ट्र की राजनीति में हर कुछ समय के बाद चर्चा के केंद्र में आ जाते हैं.

एनसीपी के संस्थापक शरद पवार और उनके भतीजे महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार सोमवार (12 मई) को एक साथ मंच पर दिखे. दोनों के साथ दिखने के बाद महाराष्ट्र के सियासी गलियारे में फिर चर्चा शुरू होने लगी कि क्या चाचा-भतीजा साथ आएंगे? राज्य सहकारी बैंक से जुड़े कार्यक्रम में सोमवार को शरद पवार, डिप्टी सीएम अजित पवार, सीएम देवेंद्र फडणवीस, डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शिरकत की.
क्या चाहते हैं शरद पवार के विधायक?
शरद पवार और अजित पवार के साथ आने की अटकलों को बल क्यों मिला इसको भी समझने की जरूरत है. दरअसल, इंडिया एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से बताया कि शरद पवार गुट के 10 में से चार विधायक इस पक्ष के में हैं कि अजित पवार के साथ समझौता होना चाहिए और दोबारा साथ आना चाहिए.
गठबंधन जरूरी या मजबूरी?
जानकारों का मानना है कि गठबंधन शरद पवार गुट के लिए जरूरी हो गया है. लोकसभा चुनाव में महाविकास आघाड़ी के बैनर तले चुनाव लड़ने वाले शरद पवार गुट ने अजित पवार गुट को झटका दिया. लेकिन कुछ महीनों बाद हुए विधानसभा चुनाव में अजित पवार ने शानदार वापसी की और 41 पर जीत दर्ज की. वहीं शरद पवार का गुट ने 86 सीटों पर चुनाव लड़ा लेकिन महज 10 सीटें ही जीत सका. यहीं से शरद पवार और अजित पवार के साथ आने की चर्चा ने धीरे-धीरे महाराष्ट्र के सियासी गलियारों में घूमने लगा.
शरद पवार ने दिया था बड़ा संकेत!
हाल ही में शरद पवार ने ऑफ द रिकॉर्ड ये बात कही थी कि अगर एनसीपी के दोनों धड़े एक साथ आ जाएं तो इसमें कोई चौंकाने वाली बात नहीं होगी. शरद पवार ने कहा था कि इसका फैसला सुप्रिया सुले और अजित पवार को लेना चाहिए. सुप्रिया सुले शरद पवार की बेटी हैं और बारामती से सांसद हैं. लोकसभा चुनाव में उन्होंने अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार को मात दी थी.
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