अजित पवार का पहलगाम हमले पर बड़ा बयान, 'लोगों को लगता है जवाबी कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन...'
Ajit Pawar On Pahalgam Terror Attack: अजित पवार ने पहलगाम हमले पर कहा कि हम समझते हैं कि जो लोग चले गए हैं, वे वापस नहीं आएंगे, लेकिन महाराष्ट्र सरकार प्रभावित परिवारों की सहायता के लिए प्रतिबद्ध है.

Kashmir Terror Attack: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने पहलगाम आतंकी हमले को लेकर एक बार फिर से बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि पहलगाम में हुआ हमला बेहद दुखद था और केंद्र और राज्य सरकारें लगातार यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही हैं कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों. इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में महाराष्ट्र के छह लोगों की जान चली गई.
अजित पवार ने आगे कहा, "हमने पिछली कैबिनेट मीटिंग में कुछ फैसले लिए, जिसमें वित्तीय सहायता और रोजगार सहायता शामिल है. हम समझते हैं कि जो लोग चले गए हैं, वे वापस नहीं आएंगे, लेकिन महाराष्ट्र सरकार प्रभावित परिवारों की सहायता के लिए प्रतिबद्ध है, यही वजह है कि यह निर्णय लिया गया है.
दिल्ली में पीएम के स्तर पर सभी प्रयास किए जा रहे हैं- अजित पवार
एनसीपी प्रमुख ने कहा, "इस घटना को लेकर राष्ट्रीय स्तर और जम्मू-कश्मीर दोनों जगह कई कदम उठाए जा रहे हैं. देश भर के लोगों को लगता है कि जवाब में कार्रवाई की जानी चाहिए, लेकिन हर पहलू पर शांतिपूर्ण तरीके से सावधानीपूर्वक विचार किया जा रहा है. दिल्ली में प्रधानमंत्री के स्तर पर ऐसे सभी प्रयास किए जा रहे हैं."
केंद्र सरकार ने हमले के बाद लिए थे ये फैसले
बता दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद 23 अप्रैल को सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडल समिति (CCS) की बैठक हुई थी, जिसमें आतंकी हमले की निंदा की गई थी. प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में हुई पहली सीसीएस बैठक में भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कदम उठाए. इनमें सिंधु जल समझौते को निलंबित करना, अटारी सीमा को बंद करना, पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करना, उनके कई यूट्यूब चैनल और एक्स हैंडल पर पाबंदी लगाना शामिल है.
पाकिस्तानी नागरिकों को दिए गए थे देश लौटने के निर्देश
इसके अलावा, पाकिस्तानी नागरिकों को उनके देश लौटने का भी निर्देश दिया गया था.
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Source: IOCL





















