निकाय चुनाव से पहले अजित पवार के लिए मुसीबत? धोखाधड़ी मामले में फंसे पुणे शहर अध्यक्ष ने पद से दिया इस्तीफा
Ajit Pawar NCP: पुणे NCP अध्यक्ष दीपक मानकर ने धोखाधड़ी के आरोप लगने के बाद पद से इस्तीफा दे दिया. उन पर नकली दस्तावेज बनाकर फ्रॉड छुपाने का आरोप है. मानकर ने खुद को निर्दोष बताया है.

Ajit Pawar Leader Deepak Mankar Resigns: अजित पवार की पर्टी NCP के पुणे शहर अध्यक्ष दीपक मानकर ने मंगलवार (13 मई) को पद से इस्तीफा दे दिया. इससे एक दिन पहले ही दीपक मानकर समेत तीन लोगों पर धोखाधड़ी के आरोप में केस दर्ज हुआ है. पुलिस ने जानकारी दी है कि अजित पवार के नेता दीपक मानकर ने नकली दस्तावेज बनाकर फ्रॉड छुपाने की कोशिश की है.
न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, दीपक मानकर ने डिप्टी सीएम और एनसीपी चीफ अजित पवार को अपना इस्तीफा सौंपते हुए यह दावा किया कि वह निर्दोष हैं. उन्होंने यह भी दावा किया कि उनसे जलन की भावना रखने वाले कुछ समाज विरोध तत्व उन्हें बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं और इसलिए ऐसे आरोप लगाए गए हैं.
रौनक जैन और शांतनु कुकड़े पर भी केस
दीपक मानकर के साथ जिन दो और लोगों का नाम एफआईआर में दर्ज किया गया है, वे हैं रौनक जैन और शांतनु कुकड़े. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के पूर्व पदाधिकारी शांतनु कुकड़े पर पहले से ही एक महिला से रेप के आरोप में ज्यूडिशियल कस्टडी में हैं. आरोप है कि उन्होंने अपने एनजीओ के जरिए वित्तीय मदद देने के बहाने एक महिला से रेप किया.
1.18 करोड़ रुपये ट्रांसफर के मिले सबूत
पुलिस द्वारा मिली जानकारी के अनुसार, शांतनु कुकड़े, रौनक जैन और अन्य के बैंक अकाउंट से जुड़े लेन-देन का पता चला. जांच में ये ट्रांजेक्शन संदिग्ध पाए गए. सितंबर और अक्टूबर 2024 के बीच रेड हाउस फाउंडेशन के खाते से दीपकर मानकर के खाते में 1.18 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए थे.
दीपक मानकर ने रौनक जैन के साथ जमीन के लेन-देन के दावे को पुख्ता करने के लिए स्टांप पेपर पर बिक्री विलेख (सेल डीड) के डॉक्यूमेंट भी पेश किए. हालांकि, पुलिस ने जांच में पाया कि ये दस्तावेज़ जाली थे.
दीपक मानकर का आया बयान
इस मामले में दीपक मानकर ने कहा, "मेरे खिलाफ आरोप लगाया गया है कि मैंने 3-4 साल पहले जमीन सौदे में सरकार को धोखा दिया है, लेकिन यह अभी तक साबित नहीं हुआ है. अब नगर निगम चुनाव नजदीक आ रहा है. ऐसे में बिना किसी सबूत के मेरी राजनीतिक छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है."
दीपक मानकर ने यह भी दावा किया कि एनसीपी को बेवजह बदनाम किया जा रहा है. पार्टी के वरिष्ठ नेता भी असहज स्थिति का सामना कर रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि पुणे शहर अध्यक्ष बनने के बाद से उन्होंने अजित पवार और प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे के नेतृत्व में ईमानदारी से काम किया है. हालांकि, अब वह अपना इस्तीफा दे रहा हैं और इसे स्वीकार किया जाना चाहिए.
Source: IOCL






















