पहलगाम हमले में शामिल आतंकियों के मारे जाने पर फारूक अब्दुल्ला की पहली प्रतिक्रिया, 'यह सबक मिल गया कि...'
Pahalgam Terrorist Killed: पहलगाम हमले में शामिल आतंकियों के मारे जाने पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि अगर वे मारे गए हैं, तो यह अच्छी बात है. उन्हें यह सबक मिल गया है कि आतंकवाद कभी सफल नहीं हो सकता.

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में शामिल तीन आतंकियों को सुरक्षाबलों ने ढेर कर दिया है. इसकी पुष्टि मंगलवार (29 जुलाई) को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने संसद में की. इस कामयाबी पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने खुशी जताई है. उन्होंने कहा कि अगर वे मारे गए हैं, तो यह अच्छी बात है. उन्हें यह सबक मिल गया है कि आतंकवाद कभी सफल नहीं हो सकता.
नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ''मैंने उन्हें नहीं देखा है और मैं नहीं जानता कि वे कौन हैं. केवल वही लोग उनकी पहचान कर सकते हैं जिन्होंने उन्हें देखा हो.''
अमित शाह ने बताए आतंकियों के नाम
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में कहा कि पहलगाम हमले को अंजाम देने वाले तीन आतंकवादियों को 'ऑपरेशन महादेव' में सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के संयुक्त अभियान में श्रीनगर के पास मार गिराया गया है.
मारे गए आतंकियों की पहचान सुलेमान उर्फ फैजल, अफगानी और जिब्रान के रूप में हुई है. सुलेमान लश्कर-ए-तैयबा का ए-कैटगरी का कमांडर था, अफगानी भी लश्कर का ए-कैटगरी का आतंकवादी था और जिब्रान भी एक कुख्यात आतंकी था.
22 अप्रैल को हुई थी वारदात
अमित शाह ने कहा, “बेसरन घाटी, पहलगाम में हमारे नागरिकों की हत्या में शामिल ये तीनों आतंकी मारे जा चुके हैं.” उन्होंने कहा, ''मैं सेना के पैरा 4, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के सभी जवानों को सदन और पूरे देश की ओर से बहुत-बहुत साधुवाद देता हूं. आतंकी हमले के बाद कोशिश थी कि ये आतंकी सीमा पार नहीं जाएं.''
इसी साल 22 अप्रैल को पहलगाम के बेसरन घाटी में आतंकियों ने 26 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इसमें ज्यादातर पर्यटक थे. इस हमले के बाद 7 मई को पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकानों के खिलाफ भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया. इसी को लेकर संसद में सोमवार और मंगलवार को चर्चा हुई.
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Source: IOCL






















