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Vector Borne Disease: गुजरात में बढ़ा वेक्टर जनित और फ्लू जैसी बिमारियों का खतरा, जानें- आपके शहर में कैसे हैं हालात?
Gujarat News: गुजरात में इस मानसून सीजन में वेक्टर जनित और फ्लू जैसी बीमारियों का खतरा काफी बढ़ गया है. गुजरात में स्वाइन फ्लू के भी छिटपुट मामले रिपोर्ट हुए हैं.
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Vector Borne Disease in Gujarat: गुजरात में शुरुआती मानसून की बारिश ने फ्लू जैसी बीमारियों के साथ-साथ वेक्टर जनित बीमारियों का भी बढ़ा दिया. यहां तक कि राज्य में कोविड-19 मामलों में वृद्धि देखी जा रही है. गुजरात ने गुरुवार को अहमदाबाद नगर निगम (एएमसी) में एक मौत के साथ-साथ कोविड के 1,101 नए मामले दर्ज किए हैं. पिछली बार इतने मामले 13 फरवरी को दर्ज किए गए थे. दैनिक राज्य स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार, कुल 5,995 सक्रिय मामलों में से कम से कम 15 मरीज वेंटिलेटर पर हैं. एएमसी के तहत आने वाले क्षेत्रों में मामलों में वृद्धि देखी जा रही है.
स्वाइन फ्लू के इतने मामले आए सामने
बुखार के लक्षण व्यापक रूप से रिपोर्ट किए जा रहे हैं और स्वाइन फ्लू (H1N1) जो सर्दियों के घटते महीनों के दौरान दर्ज किया जाता है अब रिपोर्ट किया गया है. राज्य के स्वास्थ्य विभाग के महामारी विभाग के उप निदेशक डॉ. आरबी पटेल ने कहा है कि "राज्य में अब तक स्वाइन फ्लू के करीब एक दर्जन मामले सामने आ चुके हैं. मूल लक्षण कोविड और स्वाइन फ्लू दोनों के लिए समान हैं. हम पिछले साल की तुलना में मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया के मामलों में भी वृद्धि देख रहे हैं.”
नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के आंकड़ें
नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के आंकड़ों के मुताबिक इस साल 30 जून 2022 तक गुजरात में एच1एन1 के सात मामले सामने आए, जिनमें एक की मौत हुई. वेक्टर जनित मामलों में वृद्धि और फ्लू जैसी बीमारियों को शुरुआती बारिश के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है, जिसमें एएमसी सबसे ज्यादा प्रभावित हुई है.
28 जुलाई के लिए एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) के आंकड़ों से पता चलता है कि बुखार के 2,246 मामलों में से अहमदाबाद में 505 दर्ज किए गए. बुखार के मामलों में सात दिनों से अधिक बुखार वाले लोग शामिल हैं. गांधीनगर में केवल पांच और गिर सोमनाथ में दो मामलों में दाने के साथ बुखार की सूचना है.
आंकड़ों में जानें कितने मामले हुए रिपोर्ट
1 से 28 जुलाई के बीच कुल 1.25 लाख नए ओपीडी मामलों में से 13 फीसदी ने केवल बुखार के लक्षण बताए, जबकि 19 फीसदी ने खांसी और सर्दी के साथ श्वसन संक्रमण की सूचना दी. आंकड़ों के मुताबिक इस महीने हेपेटाइटिस के 107 और पेचिश के 322 मामले सामने आए जबकि गैस्ट्रोएंटेराइटिस के 2,389 मामले सामने आए. वेक्टर जनित रोगों में चिकनगुनिया के 136 मामले 1 से 24 जुलाई के बीच दर्ज किए गए जिसमें उत्तरी क्षेत्र में सबसे अधिक मामले (29) दर्ज किए गए.
पूर्वी क्षेत्र में डेंगू (23) और प्लास्मोडियम विवैक्स मलेरिया (82) के अधिकतम मामले दर्ज किए गए. शहर में 1 से 24 जुलाई तक प्लास्मोडियम विवैक्स मलेरिया के 315 मामले, प्लास्मोडियम फाल्सीपेरम मलेरिया के 11 मामले और डेंगू के 105 मामले दर्ज किए गए.
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