Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में बारिश के बीच बढ़ा आई फ्लू का खतरा, स्कूली बच्चे हो रहे सबसे अधिक संक्रमित
Chhattisgarh Eye Flu Case: छत्तीसगढ़ में मानसून की बारिश से जहां कई नदी और नाले उफान पर हैं. वहीं अब इसने बीमारियों को दावत देनी शुरू कर दी है. यहां आई फ्लू का खतरा तेजी से बढ़ रहा है.
Durg News: छत्तीसगढ़( Chhattisgarh) में बरसात में होने वाली मौसमी बीमारी आई फ्लू( Eye Flu) तेजी से फैल रहा है. छत्तीसगढ़ के अधिकतर जिलों में यह बीमारी फैल चुकी है. आंख में होने वाले संक्रमण की वजह से लोग परेशान हैं. लोग आई फ्लू का इलाज कराने के लिए अस्पतालों और डॉक्टरों के पास जा रहे हैं. छत्तीसगढ़ के दुर्ग( Durg) में लगभग 600 से 700 मरीज आई फ्लू या कन्जंक्टिवाइटिस (conjunctivitis) बीमारी से ग्रसित हैं. आई फ्लू बीमारी से सबसे ज्यादा प्रभावित स्कूली बच्चे हो रहे हैं.
छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश में संचालित सभी स्कूलों और छात्रावासों में आई फ्लू की रोकथाम के लिए एडवायजरी जारी कर दी है. स्वास्थ्य विभाग ने एडवायजरी में कहा कि राज्य में कन्जंक्टिवाइटिस के केस बढ़ गए हैं. यह सम्पर्क से फैलने वाली बीमारी है जो घनी आबादी क्षेत्र में अधिक फैलता है. राज्य में संचालित विद्यालय, आवासीय विद्यालय, आश्रम छात्रावास और छात्रावास में छात्र-छात्राएं समूह में रहते हैं. जिनमें यह बीमारी फैल सकती है. इसलिए अपने अधिनस्थ संचालित संस्थाओं में इस बीमारी की रोकथाम के लिए आवश्यक निर्देश दें.
ये हैं बीमारी के लक्षण
आई फ्लू में आंखें लाल हो जाती हैं. आंखों से पानी आने लगता है, जलन होती है. पलकों पर पीला और चिपचिपा तरल जमा होने लगता है. आंखों में चुभन होने के साथ-साथ सूजन आ जाती है. आंखों से पानी आना और खुजली होना इसके सामान्य लक्षण हैं. अगर इन्फेक्शन गहरा हो तो आंखों की कॉर्निया को भी नुकसान हो सकता है जिससे आंखों की दृष्टि प्रभावित हो सकती है. मानसून सीजन में आई फ्लू का खतरा बच्चों में सबसे ज्यादा होता है.
इस बीमारी से ऐसे बचा जा सकता है
आई फ्लू या कन्जंक्टिवाइटिस से बचाव के लिए आंखों की सफाई का पूरा ध्यान रखें और उन्हें ठंडे पानी से बार-बार धोएं. किसी भी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें. कन्जंक्टिवाइटिस से पीड़ित होने पर बार-बार आंखों पर हाथ न लगाएं. आंखों में आई ड्रॉप डालने से पहले हाथों को अच्छी तरह धो लें. आंखों पर बर्फ की सिकाई जलन और दर्द से राहत दिलाती है. संक्रमण के दौरान गंदगी और ज्यादा भीड़ वाली जगहों पर जाने से बचें. संक्रमित व्यक्ति से हाथ न मिलाएं और उनकी चीजें जैसे चश्मा, तौलिया और तकिया न छुएं. साथ ही अपना तौलिया, रूमाल, चश्मा किसी के साथ साझा न करें. अगर इन बातों का ध्यान रखा जाए तो जल्द ही यह समस्या दूर हो सकती है.
स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर ने दी यह जानकारी
छत्तीसगढ़ महामारी नियंत्रण संचालक डॉ. सुभाष मिश्रा ने बताया कि कन्जंक्टिवाइटिस संक्रामक बीमारी है जो सम्पर्क से फैलती है. इसलिए मरीज को अपनी आंखों को हाथ नहीं लगाने की सलाह दी जाती है. मरीज के उपयोग की चीजों को अलग रखकर इस बीमारी के फैलाव को रोका जा सकता है. संक्रमित की आंख को देखने से इस बीमारी के फैलने की धारणा केवल भ्रम है. यह बीमारी केवल सम्पर्क से ही फैलती है.
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