एक्सप्लोरर
Advertisement
लाहौर: मस्जिद से महंगे जूते की चोरी पर FIR दर्ज, जानिए- कितने लाख के थे जूते
पाकिस्तान में एक चोर मस्जिद से लाखों रुपये की कीमती वाले जूते पर हाथ साफ कर रहा है. पुलिस अभी तक पकड़ नई पाई है. रिपोर्ट दर्ज कर उसकी तलाश में जुटी है.
लाहौर: यूं तो मस्जिदों या किसी इबादतगाहों से चोरी की घटनाएं कोई नई चीज़ नहीं है, लेकिन लाहौर में इन दिनों एक जोड़े जूते की चोरी सुर्खियों में है क्योंकि इसे लेकर थाने में एफआईआर तक दर्ज की गई है. जूते के मालिक का कहना है कि काफी महंगा जूता था और वो जब नमाज पढ़ने के लिए मस्जिद के अंदर गए थो जूते चोरी कर लिए गए. पुलिस अभी तक चोर को पकड़ नहीं पाई है.
ब्रांडेड था जूता
बीबीसी की खबर के मुताबिक शिराज बशीर नाम के शख्स 17 नवंबर को लाहौर स्थित सर गंगा राम अस्पताल के पीछे वाली मस्जिद में नमाज अदा करने गये. जैसे ही गेट पर पहुंचे उन्हें आभास हुआ कि कोई चोर उनका पीछा कर रहा है. शिराज कहते हैं, “उनके जूते महंगे होने की वजह से उन्हें शक हुआ कि कोई उनको देख रहा है. इसलिए एक जूते को मस्जिद के एक कोने में जबकि दूसरा जूता दूसरे कोने में उतारा. जब नमाज अदा कर बाहर निकले तो दोनों जूते गायब थे.”
उनका कहना है कि उनके दोस्त ने हांगकांग से खरीद कर जूता तोहफे में दिया था. महंगी कंपनी ‘पराडा’ का होने की वजह से जूता कीमती है. जूते चोरी की घटना के बाद शिराज एफआईआर दर्ज कराने थाने पहुंचे. जहां उन्हें रिपोर्ट दर्ज कराने में बहुत ज्यादा परेशानी नहीं आई. तीन दिसंबर को चोरी की की घटना हुई. पुलिस ने शिकायत की पुष्टि के बाद चार दिसंबर को रिपोर्ट लिखी. पुलिस अज्ञात चोर के खिलाफ पाकिस्तान के पीनल कोड की धारा 379 के तहत मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है.
शिराज वकालत की पढ़ाई किये हुए हैं मगर प्रैक्टिस के बजाय कारोबार करते हैं. उनका कहना है कि जब थाने रिपोर्ट लिखाने पहुंचे तो पुलिसकर्मी पिज्जा खा रहे थे. मगर उनमें से एक शख्स ने उनकी रिपोर्ट लिखाने में मदद की.
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें ABP News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ लाइव पर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, न्यूज़ और खेल जगत, से जुड़ी ख़बरें Khelo khul ke, sab bhool ke - only on Games Live
और देखें
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
इंडिया
छत्तीसगढ़
बॉलीवुड
क्रिकेट
Advertisement
उमेश चतुर्वेदी, वरिष्ठ पत्रकारCommentator
Opinion