Papua New Guinea: पापुआ न्यू गिनी में लूटपाट और आगजनी के बीच 16 लोगों की मौत, सरकार ने की आपातकाल की घोषणा
Papua New Guinea Violence: पापुआ न्यू गिनी में भड़के दंगे के बाद सरकार ने गुरुवार (11 जनवरी) को राजधानी में 14 दिनों के आपातकाल की घोषणा कर दी. साथ ही पीएम ने लोगों से शांति की अपील की.
Papua New Guinea Emergency: पापुआ न्यू गिनी में बुधवार (10 जनवरी) को दंगे भड़क गए, जिससे हालात काफी बिगड़ गए थे. बिगड़ते हालात को देखते हुए देश के प्रधानमंत्री जेम्स मारापे ने गुरुवार (11 जनवरी) को राजधानी में 14 दिनों के आपातकाल की घोषणा कर दी.
मीडिया को संबोधित करते हुए पापुआ न्यू गिनी के पीएम ने कहा, "आज हम अपने देश की राजधानी में 14 दिनों के लिए आपातकाल का आह्वान करते हैं. आगे आने वाली किसी भी स्थिति से निपटने के लिए 1,000 से अधिक सैनिक तैयार हैं." गौरतलब है कि दंगे की वजह से देश में अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है. इसके साथ ही राजधानी की कई दुकानों में बड़े स्तर पर लूटपाट हुई है.
पीएम ने की शांति अपील
मारापे ने कहा कि राजधानी में तनाव कम हो गया है और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस भेजी गई है. इस बीच उन्होंने देश के पुलिस प्रमुख के साथ-साथ वित्त और राजकोष विभागों के शीर्ष नौकरशाहों को निलंबित कर दिया है, जबकि सरकार दंगों के कारणों की समीक्षा कर रही है. इसके साथ ही पीएम ने लोगों से शांति की अपील की है.
उन्होंने कहा है कि हिंसा किसी भी समस्या का समाधान नहीं है. पीएम ने हिंसा में शामिल सभी सरकारी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन भी दिया है.
कैसे भड़की हिंसा?
दरसअल, देश की राजधानी पोर्ट मोरेस्बी में वेतन में कटौती समेत अन्य मांगों को लेकर पुलिस, दूसरे सरकारी कर्मचारी और प्राइवेट कर्मचारी विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. पुलिस के विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के कारण यह विरोध प्रदर्शन हिंसक होते चला गया. हालात इस कदर खराब हो गए कि चारों तरफ लूटपाट मच गई. कई जगहों पर स्थिति काबू से बाहर हो गई. देखते देखते यह दंगे पापुआ न्यू गिनी के ले (Lae) शहर तक भी पहुंच गए. है.