News
News
टीवीabp shortsABP शॉर्ट्सवीडियो पॉडकास्ट
X

यूपी: बलिया समेत कई इलाकों में गंगा ने अपनाया रौद्र रूप, बाढ़ से हालात बेकाबू

Share:

नई दिल्ली/लखनऊ/बलिया: उत्तर प्रदेश में मानसून के फिलहाल कमजोर पड़ने के बीच नदियां कहर ढा रही हैं. खासकर गंगा नदी बलिया में खतरे के निशान से ढाई मीटर से भी ज्यादा उपर बह रही है.

आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र की रिपोर्ट मुताबिक दक्षिण-पश्चिमी मानसून सूबे में फिलहाल कमजोर पड़ गया है. पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य के कुछ स्थानों पर बारिश हुई. इस अवधि में सलेमपुर (देवरिया) में सर्वाधिक छह सेंटीमीटर वर्षा हुई. इसके अलावा वाराणसी में तीन, चुर्क, राबर्ट्सगंज तथा राजघाट में एक-एक सेंटीमीटर वर्षा दर्ज की गयी. अगले 24 घंटे के दौरान राज्य में कुछ स्थानों पर वर्षा होने का अनुमान है.

लगातार बढ़ रहा है जलस्तर

इस बीच, केन्द्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक गंगा और यमुना समेत कई नदियां उफान पर हैं. गंगा नदी फाफामउ (इलाहाबाद) छतनाग (इलाहाबाद), मिर्जापुर, वाराणसी, गाजीपुर और बलिया में खतरे के निशान से उपर बह रही है. बलिया में तो इसका जलस्तर लाल चिह्न से ढाई मीटर से भी ज्यादा उपर पहुंच गया है. बलिया को छोड़कर बाकी सभी जगह इसका जलस्तर लगातार बढ़ रहा है.

गंगा उफान पर, बलिया जिले के दर्जनों गांव तबाह होने के कगार पर

इसके अलावा नरौरा (बुलन्दशहर), फतेहगढ़, गुमटिया (कन्नौज) अंकिनघाट (कानपुर देहात) और कानपुर में गंगा का जलस्तर लाल चिह्न के नजदीक पहुंच गया है.

खतरे के निशान को पार कर गया केन नदी का जलस्तर

यमुना नदी हमीरपुर, चिल्लाघाट (बांदा) और नैनी (इलाहाबाद) में खतरे के निशान से उपर बह रही है. इसके अलावा प्रयागघाट में इसका जलस्तर लाल चिह्न के नजदीक पहुंच गया है. केन नदी का जलस्तर बांदा में खतरे के निशान को पार कर गया है.

शारदा नदी का जलस्तर पलियाकलां (खीरी) में खतरे के निशान के उपर बना हुआ है. घाघरा नदी एल्गिनब्रिज, अयोध्या तथा तुर्तीपार (बलिया) में लाल चिह्न के नजदीक बह रही है. बेतवा नदी का जलस्तर मोहाना (जालौन) और सहिजना (हमीरपुर) में खतरे के निशान के नजदीक पहुंच गया है.

इस बीच, बलिया से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक गंगा तथा घाघरा के जलस्तर में निरन्तर हो रही वृद्धि से जिले में बाढ़ की स्थिति गम्भीर हो गयी है. बलिया-छपरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर चांद दियर ग्राम के सामने घाघरा का पानी सड़क पर आ जाने से इस राजमार्ग पर भारी वाहनों का आवागमन बन्द कर दिया गया है.

जिला मुख्यालय के निचले इलाको में भी गंगा का पानी भर जाने से लोग घरों में कैद हो गए हैं. जिलाधिकारी गोविन्द राजू एनएस ने बताया कि बाढ़ से प्रभावित लोगों को राहत एवं बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ और फ्लड पीएसी की दो कम्पनी एवं स्टीमर की व्यवस्था की गयी है. बाढ़ के कारण अभी तक किसी की मौत की कोई सूचना नहीं हैं.

उन्होंने बताया कि बाढ़ से कुल 24 गांवों की करीब छह हजार की आबादी प्रभावित है. राहत एवं बचाव कार्य के लिए 208 नावें लगाई गई है. प्रभावित लोगों के लिए खाने का इंतजाम किया गया है. जिला प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है. बंधों की सुरक्षा के लिए संवेदनशील कटान स्थलों पर बालू की बोरियां एवं सुरक्षा के अन्य मजबूत उपाय किये जा रहे है. सभी सम्बन्धित अधिकारी मौके पर नजर रखे हुए हैं.

37ca2119-125a-4fc4-aff8-bf6daca03b38

गंगा उफान पर, बलिया जिले के दर्जनों गांव तबाह होने के कगार पर

भारी बारिश की वजह से गंगा उफान पर है और इसके नतीजे में बलिया जिले के ज्यादातर गांव अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं. सबसे ज्यादा खतरा जिले के बैरिया तहसील के दूबे छपरा गांव के रिंग बांध के निकट मंडरा रहा है. रिंग बांध में रिसाव होना शुरू हो गया है, लेकिन रोकने के लिए बालू से भरी बोरियों डाल कर महज़ औपचारिकता की जा रही है. प्रशासन की लापरवरी के कारण इलाके के लोगों में खलबली मची हुई है. दूबे छपरा रिंग बांध के आरी किनारी बसे लोगों का ख्याल करते हुए एनडीआरएफ की टीमों को मुस्तैद किया गया है. गंगा में आई बाढ़ की वजह से साल 2003 में और साल 2013 में दूबे छपरा रिंग बांध टूटा था और तब हजारों जिंदगियां प्रभावित हुई थी. दूबे छपरा रिंग बांध के समीप बसे लोगं की आबादी तकरीबन 37 हजार है.   गीता प्रेस ने 1952 में बनाया था दूबे छपरा रिंग बांध बाढ़ से बचाव के लिए गीता प्रेस गोरखपुर ने साल 1952 में दूबे छपरा रिंग बांध का निर्माण कराया था. इसकी लंबाई उस दौरान तकरीबन 2.5 किलोमीटर की थी जिसे दूबे छपरा से पाण्डेयपुर का बनाया गया था. वर्तमान में ये बांध दूबे छपरा से जयप्रकाशनगर तक 10 किलोमीटर की लम्बाई में फैला हुआ है. विगत वर्षों 2003 और 2013 में आई बाढ़ के बाद इस रिंग बांध को सिचाई विभाग के अधीन कर दिया गया था. ये सभी प्रभावित होंगे कटान की स्थति को देखते हुए लोग अपने घरों से पलायन के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग 31 पर रहने के लिए मजबूर हैं. दूबे छपरा, ग्रामसभा गोपालपुर के अंदर पानी की टंकी, प्राथमिक स्वास्थ क्रेद, अमर नाथ मिश्र महाविद्यालय, पूर्णानंद इंटर कॉलेज समेत कई संस्थान और राष्ट्रीय राजमार्ग 31 प्रभावित होगा. 13934773_185868161825663_2910924086617500856_n बाढ़ की समस्या से बचने के लिए प्रशासन का काम जून के महीने तक पूरा हो जाना चाहिए था. मगर प्रशासन की लापरवाही ने लोगों को अपने आसरे को ओझल होते हुए देखने के लिए मजबूर कर दिया है. बलिया जिले में साल 2013 से आई बाढ़ में गंगापुर, मीनापुर, रिकनीछपरा, शाहपुर, श्रीनगर समेत में दर्जनों गांव तबाह हो चुके हैं. इस बार की त्रासदी में गोपालपुर, उदईछपरा, प्रसादछपरा, पाण्डेयपुर, आलम राय का टोला समेत दसों गांव अपने विनाश के कगार पर हैं. यूपी में गंगा और सहायक नदियां उफान पर, लाखों लोग प्रभावित उत्तर प्रदेश में पूर्वाचल सहित लगभग एक दर्जन जिलों में बाढ़ का कहर जारी है. गंगा और उसकी सहायक नदियों के जलस्तर में अभी भी वृद्घि जारी है. अधिकारियों ने प्रभावित लोगों को बाढ़ राहत शिविरों में जाने और सतर्क रहने की चेतावनी जारी की है. अधिकारियों के मुताबिक, कई जगहों पर वायुसेना के हेलीकॉप्टर की मदद से राहत सामग्री बांटने का काम जारी है. सेना की भी मदद ली जा रही है. यूपी में इलाहाबाद, वाराणसी, गाजीपुर, बलियां और चंदौली जिलों में बाढ़ की वजह से स्थिति बेहद खराब हो गई है. गाजीपुर में बाढ़ का आलम यह है कि जिलाधिकारी आवास में भी पानी भर गया है. बाढ़ की स्थिति को देखते हुए इंटरमीडिएट तक के स्कूलों को दो दिन तक बंद रखने का आदेश जारी किया गया है. गाजीपुर में सैकड़ों गांव बाढ़ से प्रभावित गाजीपुर में सैकड़ों गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. लोग बाढ़ राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं. प्रशासन का दावा है कि प्रभावितों की पूरी मदद की जा रही है लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि उनका हाल जानने के लिये कोई अधिकारी गांवों तक नही पहुंच पा रहा है. गाजीपुर के जिलाधिकारी संजय खत्री के मुताबिक, प्रभावित गांवों में हर सम्भव मदद दी जा रही है. बाढ़ राहत चौकियों के माध्यम से गंगा के जलस्तर पर लगातार निगरानी रखी जा रही है. खत्री के मुताबिक हालांकि अभी लोगों को बाढ़ से राहत नही मिलेगी. Ballia उधर, बलिया में गंगा और घाघरा नदियां उफान पर हैं. दो दर्जन से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में आ गये हैं जिससे हजारों लोग प्रभावित हुए हैं. यहां स्थिति बेहद भयावह हो गई है. लोग अपने घरों से पलायन करने को मजबूर हो गए हैं. जिलाधिकारी गोविंद एस राजू ने बताया कि बाढ़ की वजह से लोगों को काफी परेशानी हो रही है लेकिन प्रशासन उनकी पूरी मदद कर रहा है. लोगों की मदद के लिए सेना से भी संपर्क किया गया है. ताकि लोगों तक राहत सामग्री पहुंचायी जा सके. बलियां में बनाई गई 50 से अधिक बाढ़ चौकियां बलियां में 50 से अधिक बाढ़ चौकियां बनाई गई हैं. जहां अधिकारी स्थिति की निगरानी कर रहे हैं. जिलाधिकारी के मुताबिक आवश्यकता पड़ने पर चौकियों की संख्या में और इजाफा किया जाएगा. गाजीपुर और बलियां के अलावा बनारस और उससे सटे चंदौली जिले में भी बाढ़ का कहर जारी है. बनारस में स्थिति काफी चिंताजनक है. रिहायशी इलाकों में पानी भर गया है जिससे लोग सुरक्षित ठिकानों की ओर पलायन कर रहे हैं. अस्सी घाट, बनारस सिटी, कैंट, नगवा, सामने घाट सहित कई इलाके पानी में पूरी तरह से डूब गए हैं. जिलाधिकारी विजय किरण आनंद स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं. बाढ़ चौकियों की माध्यम से गश्त बढ़ा दी गयी है. उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि गंगा के जलस्तर में जल्द ही कमी आयेगी और लोगों को राहत मिलेगी. Allahabad_Flood इलाहाबाद में बाढ़ का विकराल रूप इस बीच, इलाहाबाद के शहर और ग्रामीण इलाकों में बाढ़ का विकराल रूप बढ़ता जा रहा है. शहर में 30,000 और ग्रामीण इलाके में 50,000 से ज्यादा परिवार मुश्किल में फंसे हैं. हालात को देखते हुए एयरफोर्स के हैलीकप्टर से यमुनापार इलाके में मुश्किल में फंसे देवरा, लोनीपार, इटवा और सतपुर इलाके में राहत सामग्री बांटी गई. इस इलाके का संपर्क चारों तरफ से कटा हुआ है. जिलाधिकारी संजय कुमार ने मजिस्ट्रेटों की टीम के साथ पुलिस, पीएसी और एनडीआरएफ की टीमों को राहत कार्य के लिए मैदान में उतार दिया है और नए राहत शिविर खुलवाने शुरू कर दिए. शहर में करैलाबाग, गौस नगर, नेवादा, सलोरी, बघाडा, राजापुर समेत बाढ़ प्रभावित इलाकों में तेजी से पलायन शुरू हो गया.

बिहार-उत्तर प्रदेश में लाखों लोग बाढ़ से प्रभावित, 22 मरे

बिहार में आई बाढ़ में कम से कम 22 लोग मारे गए और लाखों की संख्या में लोग प्रभावित हुए हैं. गंगा सहित प्रमुख नदियां बिहार और उत्तर प्रदेश में उफान पर हैं. बिहार में 22 लोग मारे गए और 23.71 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. गंगा, सोन, पुनपुन, बूढ़ी गंडक, घाघरा और कोसी नदियां उफान पर हैं. मौसम विभाग ने पटना, गया और भागलपुर सहित कुछ स्थानों पर अगले 24 घंटे के दौरान गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना जताई है.

bihar flood 23

दिल्ली में पारा सामान्य स्तर पर रहा. अधिकतम तापमान 33.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रहा. हालांकि आद्र्रता का स्तर 81 और 64 प्रतिशत के बीच रहा.

पूर्वी हिस्से में बाढ़ जैसे हालात

उत्तर प्रदेश में गंगा, इलाहाबाद, मिर्जापुर, वाराणसी, गाजीपुर और बलिया में खतरे के निशान से उपर बह रही है, जबकि यमुना, शारदा और केन नदियां विभिन्न स्थानों पर खतरे के निशान से उपर हैं जिससे राज्य के पूर्वी हिस्से में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं.

केन्द्रीय जल आयोग के मुताबिक, बलिया में गंगा का जल स्तर 60.30 मीटर के खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है जोकि लाल निशान से तीन मीटर उपर है. पूर्वी उत्तर प्रदेश में कुछ जगहों पर गरज के साथ छींटे पड़े. वाराणसी में करीब 200 गांव, गाजीपुर में 230, चंदौली में 115, बलिया में 125, मिर्जापुर में 300, भदोही में 20, जौनपुर में 12, आजमगढ़ में 11 और मउ में सात गांव बाढ़ से प्रभावित हैं.

बाढ़ के चलते वाराणसी और बलिया में स्कूल बंद करा दिए गए और आवागमन के साधन ठप हो गए हैं. गंगा के उफान पर होने से वाराणसी में प्रसिद्ध मणिकर्णिका और हरीश्चंद्र श्मशान घाट पर शवदाह में भी कठिनाई आ रही है और अस्सी एवं दशाश्वमेध घाटों पर गंगा आरती फिलहाल बाइलेन में की जा रही है.

Allahabad Flood Effect- 000

तैनात की गई NDRF की टीमें

राष्ट्रीय आपदा राहत बल (NDRF) की टीमें बिहार और उत्तर प्रदेश में तैनात की गई हैं. इन टीमों ने पहले ही राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और असम सहित विभिन्न राज्यों में 33,000 से अधिक लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से सुरक्षित निकाला है.

एनडीआरएफ के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में इस बल के मुख्यालय में विशेष नियंत्रण कक्ष से बाढ़ की स्थिति पर चौबीसों घंटे नजर रखी जा रही है.

बादल फटने के बाद एक महिला लापता

उत्तराखंड के विभिन्न इलाकों में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है. उत्तराखंड के पौड़ी जिले में मरोरागांव में बादल फटने के बाद एक महिला लापता हो गई. चारधाम यात्रा के मार्ग भी कई जगहों पर बंद हो गए जिससे यह वाषिर्क तीर्थयात्रा प्रभावित हुई है.

पश्चिम बंगाल में आसनसोल और दार्जिलिंग को छोड़कर ज्यादातर हिस्सों में नाम मात्र की बारिश हुई. हालांकि अगले 48 घंटों के दौरान इस राज्य में हल्की से मामूली बारिश होने का अनुमान है. पंजाब और हरियाणा में अधिकतम तापमान सामान्य के करीब रहा.

रिहायशी इलाकों में घुसे मगरमच्छ

उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में बाढ़ के पानी के साथ बहकर रिहायशी इलाकों में पहुंचे चार मगरमच्छों को वन विभाग के अधिकारियों ने पकड़ लिया.

प्रभागीय वन अधिकारी के. के. पाण्डेय ने आज यहां बताया कि मड़ियाहन, चुनार और पतेहरा क्षेत्रों में बाढ़ के पानी के साथ बहकर रिहायशी इलाकों में पहुंचे चार मगरमच्छों को वन विभाग की टीमों ने पकड़ लिया. उन्होंने बताया कि मगरमच्छों को गंगा नदी में छोड़ दिया गया है.

Ballia 1

यूपी में रुक-रुककर हो रही बारिश

उत्तर प्रदेश में राजधानी लखनऊ व आएसपीस के इलाकों में सुबह से ही बादल छाए हुए हैं और रुक-रुककर हल्की बारिश हो रही है. बारिश की वजह से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है. मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान मौसम में किसी तरह के खास बदलाव की उम्मीद नहीं है.

यूपी के मौसम विभाग के निदेशक जे.पी. गुप्ता के अनुसार, दिन में बादल छाए रहेंगे और कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश होने के आसार हैं. दिन के तापमान में तीन डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की जाएगी.

मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार को राजधानी लखनऊ का न्यूनतम तापमान 19.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस के आएसपीस दर्ज किए जाने का अनुमान है.

लखनऊ के अतिरिक्त बुधवार को गोरखपुर का न्यूनतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस, कानपुर का 20.1 डिग्री सेल्सियस, बनारस का 22 डिग्री सेल्सियस, इलाहाबाद का 23 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.

बिहार और यूपी में खतरे के निशान के उपर बह रही हैं प्रमुख नदियां

बिहार के कई हिस्सों में गंगा और पांच अन्य नदियां अब भी खतरे के निशान के उपर बह रही हैं जिस वजह से नदी के तट पर बसे जिलों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं, जबकि उत्तर प्रदेश में कई स्थानों पर प्रमुख नदियों ने खतरे के निशान को पार कर दिया है.

आपदा प्रबंधन विभाग के एक बयान में बताया गया है कि बिहार में बाढ़ जैसे हालात का सामना कर रहे जिलों में पटना, वैशाली, बक्सर, भोजपुर, सारण, बेगुसराय, समस्तीपुर, लखीसराय, खगड़िया, मुंगेर, भागलपुर और कटिहार शामिल है.

Ballia_Flood

बयान में कहा गया है कि गंगा दिघा घाट में छह स्थानों पर, पटना में गांधी घाट और हाथीदाह में, भागलपुर जिले में भागलपुर और कहलगांव और मुंगेर और बक्सर जिलों में कुछ स्थानों पर खतरे के निशान से उपर बह रही थी. उत्तर प्रदेश में गंगा, यमुना, शारदा और केन खतरे के निशान से उपर बह रही हैं.

खतरे के निशान से उपर बह रही है गंगा 

केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक, गंगा इलाहाबाद में फाफामउ और छतनाग, मिर्जापुर, वाराणसी, गाजीपुर और बलिया में खतरे के निशान से उपर बह रही है जबकि यमुना चिल्लाघाट (बांदा), हमीरपुर और नैनी (इलाहाबाद) में खतरे के निशान से उपर बह रही है. बांदा में केन नदी भी खतरे के निशान से उपर बह रही है, जबकि शारदा ने पल्लीकलां (खेरी) में खतरे के निशान को पार कर दिया. उदयपुर और जोधपुर मंडलों के अलग अलग स्थानों पर कल से ही भारी बारिश रिकॉर्ड की गई है. मौसम विभाग ने राज्य में अगले 24 घंटे में भारी बारिश का अनुमान जताया है.

बिहार में गंगा नदी के बढ़े हुए जल स्तर एवं तेज जल प्रवाह के कारण इस नदी के किनारे अवस्थित जिलों यथा बक्सर, भोजपुर, पटना, वैशाली, सारण, बेगूसराय, समस्तीपुर, लखीसराय, खगड़िया, मुंगेर, भागलपुर एवं कटिहार जिलों में कमोबेस बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. पटना, वैशाली, भोजपुर एवं सारण जिला के दियारा क्षेत्र (नदी किनारे वाले इलाके) बाढ़ से अधिक प्रभावित हैं.

ganga flood

आपदा प्रबंधन विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार बाढ़ से प्रभावित सभी जिलों में राहत एवं बचाव कार्य जारी है. प्रभावित लोगों को दियारा क्षेत्र से सुरक्षित निकालकर राहत शिविरों में लाया जा रहा है, जहां उनके लिए पका हुआ भोजन, पीने का पानी, महिला एवं पुरूषों के लिए अलग-अलग शौचालय, स्वास्थ्य जांच, जरूरी दवाएं, साफ-सफाई एवं प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था की गयी है.

अब तक करीब 139330 लोगों को बाढ़ग्रस्त स्थान से बाहर निकालकर सुरक्षित स्थान पर लाया गया है जिनमें से 105000 लोगों को 162 राहत शिविरों में रखा गया है. बाढ प्रभावित इलाकों में 1537 नावों का परिचालन किया जा रहा है तथा NDRF और SDRF की टीमें राहत एवं बचाव कार्य में लगी हुई हैं.

बाढ़ की चपेट में बुंदेलखण्ड के कई इलाके

नेपाल और उत्तराखण्ड के बांधों से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने से उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ विकराल रूप लेती जा रही है. खासकर गंगा और यमुना नदी की बाढ़ से लाखों की आबादी प्रभावित हुई है. राज्य सरकार ने बाढ़ राहत कार्य युद्धस्तर पर शुरू करने के निर्देश दिये हैं.

केन्द्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक गंगा और यमुना समेत कई नदियां उफान पर हैं. यहां तक कि आमतौर पर हर साल सूखे की मार झेलने वाले बुंदेलखण्ड के कुछ जिले भी बाढ़ रूपी मुसीबत से घिर गये हैं.

Flood

लगातार बढ़ रहा है जलस्तर

रिपोर्ट के अनुसार गंगा नदी फाफामउ (इलाहाबाद), छतनाग (इलाहाबाद), मिर्जापुर, वाराणसी, गाजीपुर और बलिया में अब भी खतरे के निशान से उपर बह रही है. बलिया में तो इसका जलस्तर लाल चिहन से ढाई मीटर से भी ज्यादा उपर पहुंच गया है. ज्यादातर स्थानों पर इसका जलस्तर लगातार बढ़ रहा है.

इसके अलावा नरौरा (बुलन्दशहर), फतेहगढ़, गुमटिया (कन्नौज) अंकिनघाट (कानपुर देहात) और कानपुर में गंगा का जलस्तर लाल चिहन के नजदीक पहुंच गया है. यमुना नदी का जलस्तर कालपी तथा बुंदेलखण्ड में आने वाले हमीरपुर और चिल्लाघाट (बांदा) के साथ-साथ नैनी (इलाहाबाद) में भी खतरे के निशान से उपर पहुंच गया है. इसके अलावा प्रयागघाट और औरैया में इसका जलस्तर लाल चिहन के नजदीक पहुंच गया है.

शारदा नदी का जलस्तर पलियाकलां (खीरी) में खतरे के निशान के उपर बना हुआ है. बेतवा नदी का जलस्तर सहिजना (हमीरपुर) में खतरे के निशान के नजदीक पहुंच गया है. घाघरा नदी एल्गिनब्रिज, अयोध्या तथा तुर्तीपार (बलिया) में लाल चिहन के नजदीक बह रही है.

Published at : 24 Aug 2016 11:58 AM (IST) Tags: situation BALLIA Jalaun Deoria allahabad 2017 UP election ganga yamuna River Death flood Bundelkhand Ghazipur Mirzapur Bihar uttar Pradesh Varanasi
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: News in Hindi

यह भी पढ़ें

New Year: साल 2025 को अलविदा और 2026 का स्वागत, नोएडा-ग्रेटर नोएडा में जश्न में डूबे लोग

New Year: साल 2025 को अलविदा और 2026 का स्वागत, नोएडा-ग्रेटर नोएडा में जश्न में डूबे लोग

बारिश की बूंदों से नहाएगा साल का पहला दिन! 1 जनवरी को ऐसा होगा दिल्ली का मौसम

बारिश की बूंदों से नहाएगा साल का पहला दिन! 1 जनवरी को ऐसा होगा दिल्ली का मौसम

महाराष्ट्र महानगर पालिका LIVE: उद्धव-राज ठाकरे के लिए खुशखबरी, BMC में BJP को लगा झटका!

महाराष्ट्र महानगर पालिका LIVE: उद्धव-राज ठाकरे के लिए खुशखबरी, BMC में BJP को लगा झटका!

महाराष्ट्र: टिकट न मिलने पर BJP कार्यकार्ताओं का उग्र प्रदर्शन, विधायक की गाड़ी रोक कालिख पोती

महाराष्ट्र: टिकट न मिलने पर BJP कार्यकार्ताओं का उग्र प्रदर्शन, विधायक की गाड़ी रोक कालिख पोती

IPS अजय सिंघल बने हरियाणा के नए DGP, नए साल से पहले सैनी सरकार का बड़ा फैसला

IPS अजय सिंघल बने हरियाणा के नए DGP, नए साल से पहले सैनी सरकार का बड़ा फैसला

टॉप स्टोरीज

गोवा की सड़क पर हाथ में शराब लिए दिखीं सचिन तेंदुलकर की बेटी सारा? वीडियो वायरल होने से मचा हड़कंप

गोवा की सड़क पर हाथ में शराब लिए दिखीं सचिन तेंदुलकर की बेटी सारा? वीडियो वायरल होने से मचा हड़कंप

'इक्कीस उनका सलाम है', सनी देओल ने पिता धर्मेंद्र को दिया ट्रिब्यूट, बोले- ये फिल्म फैंस के लिए गिफ्ट है

'इक्कीस उनका सलाम है', सनी देओल ने पिता धर्मेंद्र को दिया ट्रिब्यूट, बोले- ये फिल्म फैंस के लिए गिफ्ट है

Saudi And UAE Relations: 'दोनों का मिडिल ईस्ट में दबदबा...', दो मुस्लिम देश कैसे बने एक दूसरे के दुश्मन, जानें पूरी कहानी

Saudi And UAE Relations: 'दोनों का मिडिल ईस्ट में दबदबा...', दो मुस्लिम देश कैसे बने एक दूसरे के दुश्मन, जानें पूरी कहानी

सैनेटरी पैड पर 0% पर्सेंट तो कंडोम पर 12% टैक्स क्यों, क्या है दोनों हेल्थ प्रॉडक्ट में अंतर की वजह?

सैनेटरी पैड पर 0% पर्सेंट तो कंडोम पर 12% टैक्स क्यों, क्या है दोनों हेल्थ प्रॉडक्ट में अंतर की वजह?