By: ABP News Bureau | Updated at : 20 Jul 2016 09:33 AM (IST)
गाजियाबाद: दिल्ली एनसीआर के दायरे में आने वाला पश्चिमी उत्तर प्रदेश का जिला गाजियाबाद देश के तेज़ी से विकसित हो रहे शहरों में शुमार है. इसमें रहने वाला एक बड़ा तबका रोज़ दिल्ली काम करने जाता है. यहां छोटे-बड़े हर तरह के व्यवसाय हैं.
गाज़ियाबाद में पचास से ज्यादा प्राइवेट इंजीनियरिंग कालेज हैं. लेकिन इन सबके बावजूद यहाँ के बेहद खराब यातायात और लचर कानून व्यवस्था ने गाज़ियाबाद के नागरिकों का जीना दूभर कर रखा है.
गाजियाबाद लोकसभा क्षेत्र में हैं 5 विधानसभा सीटें
गाजियाबाद जिले में कुल 6 विधानसभा सीटें हैं. हालांकि गाजियाबाद लोकसभा क्षेत्र में 5 विधानसभा सीटें ही आती हैं -लोनी, साहिबाबाद, गाजियाबाद, मुरादनगर और धौलाना.
लोनी, साहिबाबाद, गाजियाबाद और मुरादनगर की सीट बीएसपी के कब्जे में है जबकि धौलाना की सीट एसपी के पास है. मोदीनगर की सीट लोकदल के पास है.
गाजियाबाद में अपराध है मुख्य मुद्दा
दिल्ली के पास होने के बावजूद गाजियाबाद की जनता मूलभूत सुविधाओं की कमी से जूझ रही है. जाम, महिलाओं की सुरक्षा समेत अपराधिक घटना यहाँ के मुख्य मुद्दे है.
ऋषिकेश में वन भूमि पर कब्जा हटाने की कार्रवाई, विरोध में सड़क से रेलवे ट्रैक तक हंगामा
UP: 'मेहनत करो, 2027 तक...', कांग्रेस के स्थापना दिवस पर ओपी राजभर ने दी नसीहत
पानीपत कोर्ट में प्रैक्टिस कर रही महिला वकील के साथ रेप, पुलिस ने आरोपी को दबोचा
सहरसा: जेल में विचाराधीन कैदी ने रेता खुद का गला, परिवार ने लगाया हत्या का आरोप
'BJP ने हमारा गलत इस्तेमाल किया और कांग्रेस के साथ...', BMC चुनाव से पहले उद्धव ठाकरे का बड़ा बयान
मल्टी कलर साड़ी में खूब जचीं टीवी की 'अनुपमा', तस्वीरें देख फैंस ने भी कह दिया- 'अति सुंदर'
दिग्विजय सिंह ने की RSS की तारीफ तो भड़के कांग्रेस सांसद, कर दी अल-कायदा से तुलना; जानें क्या कहा?
तू छक्कों से ही शतक लगा देगा..., Abhishek Sharma ने 45 छक्कों से मचाई तबाही; कोच भी रह गया हैरान
'यूपी में न ठाकुरवाद, न ब्राह्मणवाद', BJP के ब्राह्मण विधायकों की बैठक पर केशव प्रसाद मौर्य की दो टूक