(Source: ECI / CVoter)
बड़ी मुलाकात से पहले बड़ी जीत: अमेरिका ने सैयद सलाउद्दीन को अंतर्राष्ट्रीय आतंकी घोषित किया
नई दिल्ली: अमेरिका में राष्ट्रपति ट्रम्प और प्रधानमंत्री मोदी की मुलाकात से पहले भारत को बड़ी जीत हासिल हुई है. अमेरिका ने खतरनाक आतंकी हिजबुल चीफ सैयद सलाउद्दीन को अंतर्राष्ट्रीय आतंकी घोषित किया है. अब अमेरिका में सैयद सलाउद्दीन की संपत्ति जब्त की जा सकती है.
क्या है अमेरिका रक्षा मंत्रालय का फैसला? अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा, ''अमेरिकी रक्षा मंत्रालय मोहम्मद यूसुफ शाह उर्फ सैयद सलाउद्दीन को अंतर्राष्ट्रीय आतंकी घोषित करता है. उसने आतंकी घटनाओं को अंजाम दिया, अमेरिकी नागरिकों की सुरक्षा को खतरे में डाला उससे अमेरिका की विदेश नीति और अर्थव्यवस्था को भी खतरा है. अब अमेरिका या अमेरिकी नागरिक सलाउद्दीन के साथ बिजनेस नहीं कर पाएंगे. इसके साथ ही उसकी संपत्ति भी जब्त की जाएगी.''
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा, ''हिजबुल मुजाहिदीन के एक बड़े नेता के तौर पर सलाहुद्दीन या सैयद मोहम्मद यूसुफ शाह ने सितम्बर 2016 में कश्मीर मुद्दे के किसी भी शांतिपूर्ण समाधान को बाधित करने की कसम खायी थी. उसने और कश्मीरी आत्मघाती हमलावरों को प्रशिक्षित करने और कश्मीर घाटी को भारतीय बलों की कब्रगाह बनाने की कसम खायी थी. हिजबुल मुजाहिदीन के बड़े नेता के रूप में सलाहुद्दीन के कार्यकाल में उसके संगठन ने कई हमलों की जिम्मेदारी ली है जिनमें जम्मू कश्मीर में अप्रैल 2014 का विस्फोट भी शामिल है जिसमें 17 लोग घायल हो गए थे. ''
फैसले पर भारत ने क्या कहा? भारतीय विदेश मंत्रालय ने खबर की पुष्टि करते हुए फैसले का स्वागत किया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने कहा कि इस फैसले से साफ है कि भारत और अमेरिका मिलकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि इस फैसले से इस बात की पुष्टि होती है कि जम्मू-कश्मीर में जो हालात हैं उसके लिए सीमा पार से हो रहा आतंकवाद जिम्मेदार है.
कौन है सैयद सलाउद्दीन? सलाउद्दीन आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन का चीफ है. भारत के खिलाफ लगातार जहर उगलने वाला सलाउद्दीन का संगठन हिज्बुल कश्मीर समेत पूरे देश में कई बार कायराना हमले करा चुका है. अप्रैल 2014 में जम्मू कश्मीर में हुए बम धमाकों की जिम्मेदारी भी सैयद सलाउद्दीन के आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन ने ही ली थी. इस हमले में 17 लोग घायल हुए थे.