Telangana Tunnel Collapse: 17 दिन से सुरंग में फंसे मजदूरों को बाहर लाएंगे रोबोट, रेवंत रेड्डी सरकार का फैसला
2 मार्च को मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने सुरंग का दौरा किया था और अधिकारियों को सुरंग के अंदर बचाव कर्मियों के साथ रोबोट भेजने का सुझाव दिया था.

तेलंगाना एसएलबीसी सुरंग के अंदर फंसे सात लोगों का पता लगाने के लिए अब रोबोट मदद करेंगे. बचाव अभियान के 17वें दिन मंगलवार (11 मार्च, 2025) को रोबोट को शामिल किया गया. 22 फरवरी ये मजदूर सुरंग में फंसे हैं. हैदराबाद स्थित एक रोबोटिक्स कंपनी की टीम मंगलवार सुबह एक रोबोट के साथ सुरंग के अंदर गया और उसके साथ 110 बचावकर्मी भी सुरंग में उतरे.
तेलंगाना सरकार ने रोबोट को इस्तेमाल करने का फैसला इसलिए किया क्योंकि सुरंग के अंदर पानी और कीचड़ की वजह से परेशानी हो रही थी और वह नहीं चाहती कि बचाव कर्मियों के लिए कोई भी खतरा हो. तेलंगाना के सिंचाई मंत्री एन उत्तम कुमार रेड्डी ने 8 मार्च को कहा था कि सरकार हैदराबाद स्थित निजी कंपनी के रोबोट विशेषज्ञों की सेवाओं का अभियान में इस्तेमाल करेगा, जिसके लिए चार करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. उन्होंने कहा था कि सुरंग के अंदर पानी, मिट्टी और पत्थरों के नीचे विशाल टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) के टुकड़े डूब गए हैं, जिससे बचाव दल के लिए खतरा पैदा हो गया था.
2 मार्च को मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी वहां पहुंचे और बचाव अभियान का नेतृत्व कर रहे अधिकारियों को सुरंग के अंदर बचाव कर्मियों के साथ रोबोट को भेजने का सुझाव दिया था.
बचाव अभियान में एनडीआरएफ, राज्य संचालित माइनर सिंगरेनी कोलियरीज, रैट माइनर्स और अन्य टीमें शामिल हैं. सभी टीम खोजी कुत्तों और रडार सर्वेक्षण द्वारा बताए जा रहे विशिष्ट स्थानों पर काम कर रहे हैं, ताकि सात लोगों का पता लगाया जा सके. हैदराबाद में राष्ट्रीय भूभौतिकीय अनुसंधान संस्थान (एनजीआरआई) के वैज्ञानिकों द्वारा किए गए ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार (जीपीआर) सर्वेक्षणों द्वारा निर्देशित बचावकर्मी संदिग्ध स्थानों पर प्रयासों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. केरल पुलिस के मानव अवशेष पहचान कुत्तों (एचआरडीडी) ने खोज में और सहायता की.
दो दिन पहले, बचाव कर्मियों ने एक विदेशी कंपनी के लिए काम करने वाले टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) ऑपरेटर गुरप्रीत सिंह का शव बरामद किया, जो सुरंग के कार्यों में शामिल थे. शव को उनके पैतृक स्थान पंजाब में एक शव वाहन में भेजा गया. तेलंगाना सरकार ने उनके परिवार को 25 लाख रुपये की अनुग्रह राशि प्रदान की है. गुरप्रीत सिंह के अलावा, फंसे हुए सात अन्य लोगों में मनोज कुमार (यूपी), सनी सिंह (जम्मू-कश्मीर), गुरप्रीत सिंह (पंजाब) और झारखंड के संदीप साहू, जेगता जेस और अनुज साहू शामिल हैं.
यह भी पढ़ें:-
'आप ट्रेनिंग लें, आपको...', मल्लिकार्जुन खरग ने जेपी नड्डा को क्यों दी ये सलाह
टॉप हेडलाइंस
