Prashant Kishor Formula: कांग्रेस की लीडरशिप को लेकर ये था PK का फॉर्मूला, राहुल गांधी-प्रियंका दोनों का नहीं था नाम
Prashant Kishor ने कहा कि ये कांग्रेस के ऊपर है कि वो मेरी बातों को कैसे लेते हैं. कांग्रेस में इतने बड़े लीडर्स हैं कि वो ये खुद कर सकते हैं, उन्हें किसी पीके की जरूरत नहीं है.
Prashant Kishor Meeting wih Congress: देश के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कांग्रेस के साथ मीटिंग और बात न बनने को लेकर कई अहम खुलासे किए. प्रशांत किशोर ने बताया कि आखिर उन्हें कांग्रेस की तरफ से क्या कहा गया था और उन्होंने कांग्रेस को क्या सुझाव दिए. प्रशांत किशोर ने कहा कि मुझे जो कांग्रेस को बताना था बता दिया. ये उनकी इच्छा है कि वो मेरी बात सुनें या न सुनें. वैसे ही ये मेरे ऊपर है कि मैं कांग्रेस में जाऊं या न जाऊं.
आज तक के इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने 2014 के बाद इतने बड़े लेवल पर नई संभावनाओं और पार्टी के स्ट्रक्चर को लेकर चर्चा की है. उनकी टॉप लीडरशिप भी उसमें थी. प्रशांत किशोर ने बताया कि ज्यादातर बातों पर सहमति बनी, आगे क्या होना चाहिए इस पर भी सहमति बनी. उसको करने के तरीके में किसी प्रशांत किशोर की जरूरत नहीं है. वो खुद कर सकते हैं. इंटरव्यू में प्रशांत किशोर ने कहा कि बातचीत में नेता को लेकर चर्चा नहीं हुई. प्रशांत किशोर ने कहा कि कांग्रेस ने शामिल होने को लेकर कहा था तो मैंने कहा कि नहीं आऊंगा.
उन्होंने कहा कि ये कांग्रेस के ऊपर है कि वो मेरी बातों को कैसे लेते हैं. कांग्रेस में इतने बड़े लीडर्स हैं कि वो ये खुद कर सकते हैं. प्रशांत किशोर ने कहा कि बातचीत में नेता को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई. कई बातों में G-23 नेताओं में कई समानताएं हैं. सुझावों को लेकर बातचीत में सहमति बनी थी. उन्होंने कहा कि मेरा कद और किरदार इतना बड़ा नहीं है कि राहुल गांधी मुझे भाव दें. क्यों वो भाव दें भाई? उन्होंने कहा कि मेरे राहुल गांधी मित्र हैं. राहुल गांधी मीटिंग में कई बार थे. कमेटी बना दी गई, उसमें राहुल जी नहीं थे.
प्रशांत किशोर ने कार्यक्रम में बड़ी बात का खुलासा करते हुए कहा कि लीडरशिप फॉर्मूला में राहुल और प्रियंका दोनों का ही नाम नहीं था. उन्होंने कहा कि जो सजेशन था उसे मैं बता नहीं सकता. कांग्रेस से रिश्ते को लेकर पीके ने कहा कि मेरी इतनी ताकत नहीं है कि मैं राहुल गांधी का रोल डिसाइड कर दूं. कांग्रेस ने मुझे थैंक्यू कहा मुझे इससे कोई दिक्कत नहीं थी. अगर उन्हें लगता है कि वो मेरे बिना कर सकते हैं तो इसमें कोई दिक्कत नहीं है. प्रशांत किशोर ने कहा कि मैंने अपने प्रेजेंटेशन का कोई पैसा नहीं लिया. आप मुझे बुलाएंगे तो आपको सुना होगा ही. मैंने ये कहा कि सबकी सहमति हो उसे ही नेता बनाया जाए.
प्रशांत किशोर ने कहा कि कांग्रेस नेEAG की उन्होंने परिकल्पना की है. वो चाहते हैं कि मैं इसकी जिम्मेदारी उठाऊं. मेरे मन में ये संशय था कि एक एग्जीक्यूटिव ऑर्डर से बनाई गई बॉडी क्या कांग्रेस पुनर्गठन जैसी चीज कर पाएगी या नहीं. सब जानते हैं कि कांग्रेस की ऑर्गेनाइजेशन कमजोर है. मुझे EAG की वैलिडिटी पर मुझे संशय था. कांग्रेस बहुत बड़ी पार्टी है, उसकी गहरी जड़े हैं. मैंने कहा था कि मोदी जी बंगाल में बहुत पॉपुलर हैं, लेकिन कहा था कि उन्हें 100 से कम सीट आएगी.
प्रशांत किशोर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को कोई भी चुनौती दे सकता है. उन्होंने कहा कि जेडीयू से मुझे निकाल दिया गया. मुझे किसी पद की चाहत नहीं है. लोग अगर आपके खिलाफ खड़े हो जाएंगे तो चेहरे भी आपके सामने आ जाएंगे.
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