प्रधानमंत्री कार्यालय ने चोकसी के खिलाफ शिकायतों को नजरअंदाज किया: कांग्रेस

नई दिल्ली: कांग्रेस ने आरोप लगाया कि पीएनबी घोटाले के आरोपी मेहुल चोकसी के खिलाफ मिली शिकायतों को प्रधानमंत्री कार्यालय ने नजरअंदाज किया था. पार्टी नेता पवन खेड़ा ने एक बयान में कहा, "23,484 करोड़ रुपये के घोटाले के आरोपी मेहुल चोकसी ने भारत से भागने से 10 महीने पहले साल 2017 की शुरुआत में मुंबई पासपोर्ट कार्यालय से संपर्क किया ताकि उसे मंजूरी मिल सके. इसके बाद यह प्रमाणित किया गया कि उसके खिलाफ कोई प्रतिकूल सूचना नहीं है."
खेड़ा ने आगे कहा, "कई साक्ष्य सामने आ चुके हैं जिनसे साबित होता है कि हर संबंधित एजेंसी को पता था कि चोकसी के खिलाफ कई गंभीर शिकायतें हैं." उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री कार्यालय ने इन शिकायतों को नजरअंदाज किया जिससे चोकसी को देश से बाहर भागने में मदद मिली.
घोटाले से पहले ही मेहुल चोकसी ने ले ली थी एंटीगुआ की नागरिकता पासपोर्ट नंबर AB00713, चोकसी एंटीगुआ का नागरिक है तो ये पासपोर्ट वहीं का है. पासपोर्ट 16 नवंबर 2017 से 15 नवंबर 2022 तक के लिए वैध है यानी एंटीगुआ की नागरिकता मिलते ही चोकसी ने वहां का पासपोर्ट ले लिया था ताकि वो दूसरे देशों की यात्रा कर सके.
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