अपग्रेड होगा वायुसेना का विमान तेजस, अमेरिका में पीएम मोदी करेंगे ऐतिहासिक जेट डील, जानिए सब कुछ
Indian Airforce Defence Deal: अपने दौरे के दूसरे दिन पीएम मोदी भारत की वायु सेना को सशक्त करने के लिए एचएएल और एडीए के साथ तेजस के सेकेंड जनरेशन के इंजन की डिफेंस डील साइन करेंगे.

PM Modi USA Defence Deal: पीएम मोदी अमेरिका के तीन दिवसीय दौरे पर गए हुए हैं. अपन दौरे के दूसरे चरण में पीएम मोदी अमेरिका की राजधानी वॉशिगंटन जाएंगे और वहां पर वह कई अहम रक्षा समझौतों को अंजाम तक पहुचाएंगे. इसी रक्षा समझौते में तेजस को अपग्रेड करने के लिए टेक्नॉलजी ट्रांसफर और नए जेट इंजन के निर्माण को लेकर होने वाली डील भी शामिल है.
उनकी इस डील को अंतिम रूप देने के लिए यूएस की एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (ADA) और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) दोनों ने पूरी तैयारी कर ली है और एक बार सौदा पूरा हो जाने के बाद दोनो एजेंसियां 2027-28 तक तेजस मार्क 2 जहाजों के लिए इंजन का उत्पादन करने लग जाएगी.
भारत में ही होगा इन जेट इंजनों का उत्पादन
GE-414 इंजन के लिए होने वाली यह डील अमेरिकी कांग्रेस की स्वीकृति के बाद हो रही है. कहा जा रहा है कि यह डील यूएस कांग्रेस से हरी झंडी मिलने के बाद 100 प्रतिशत प्रोद्योगिकी हस्तांतरण के तहत भारत में होगी. यानी यह इंजन भारत में ही बनाए जांएगे. जिसकी टेक्नॉलजी अमेरिका भारत को देगा.
आने वाले दिनों में भारतीय वायु सेना तेजस विमानों के कम से कम छह स्क्वाड्रन बनाने की तैयारी कर रही है, जिसका प्रोटोटॉइप तैयार हो चुका है. ये सभी विमान भारत में ही बनाएं जाएं इसके लिए टेक्नॉलजी ट्रांसफर को लेकर भी बात हो गई है. प्रोटटॉइप के अप्रुवल को लेकर इंडियन एयरफोर्स ने पहले ही हरी झंडी दे दी है.
मोदी सरकार का दावा है कि जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम 500 इंजनों का निर्माण मेक इन इंडिया के माध्यम से करना चाहती है. एचएएल का कहना है कि वह एफ-414 इंजन वितरित करने में सक्षम है. अभी तक की जानकारी के अनुसार एचएएल बेंगलुरु डिवीजन और यहां तक कि नासिक डिवीजन को जीई के सहयोग से काम लेने और उत्पादन शुरू करने का काम सौंपा जा सकता है.
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