ManVsWild: पीएम मोदी ने दिया संरक्षण और स्वच्छता का संदेश, तालाब से मगरमच्छ पकड़ने की कहानी भी सुनाई
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘मैन वर्सेस वाइल्ड’ में बियर ग्रिल्स के साथ मिलकर नदी के ठंडे पानी में राफ्ट बोट पर सवारी की और इस एडवेंचर के माध्यम से संरक्षण तथा स्वच्छता जैसे मुद्दों को आगे बढ़ाया. पीएम मोदी ने बेयर ग्रिल्स के साथ चर्चा में बताया कि यह पिछले 18 साल में मेरी पहली छुट्टी है.

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 'डिस्कवरी चैनल' के मशहूर सो मैन वर्सेस वाइल्ड में नजर आए. इस शो मशहूर टीवी होस्ट बेयर ग्रिल्स होस्ट करते हैं. प्रोग्राम में शिरकत करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने ना सिर्फ अपने जीवन संघर्षों की कहानी सुनाई बल्कि पर्यावरण और वन्य जीवन से जुड़े की संदेश भी दिए. पीएम मोदी के साथ चर्चा करते हुए होस्ट बेयर ग्रिल्स भी बेहद प्रभावित नजर आए. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘मैन वर्सेस वाइल्ड’ में बियर ग्रिल्स के साथ मिलकर नदी के ठंडे पानी में राफ्ट बोट पर सवारी की और इस एडवेंचर के माध्यम से संरक्षण तथा स्वच्छता जैसे मुद्दों को आगे बढ़ाया.
प्रोग्राम में बेयर ग्रिल्स ने कहा कि मैंने पीएम मोदी से कई सवाल किए लेकिन उनके सभी सवालों में भारत पहले था, यह पाश्चात्य संस्कृति से बिल्कुल अलग है. ग्रिल्स का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी बेहद ऊर्जावान और उत्साही हैं. शो के दौरान मेजबान ने प्रधानमंत्री मोदी से उनके बचपन, बतौर प्रधानमंत्री उनके सपने, जीवन में किसी चीज या बात से उन्हें कभी डर लगा या नहीं और क्या वह राजनीतिक रैलियों से पहने नर्वस महसूस करते हैं जैसी बातें की. बता दें कि पीएम मोदी के साथ बेयर ग्रिल्स के इस शो को उत्तराखंड के जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में शूट हुआ.
Tonight watch my journey with PM @narendramodi for Man Vs Wild on @DiscoveryIN - Together let’s do all we can to protect the planet, promote peace & encourage a Never Give Up spirit. Enjoy the show! #PMMODIONDISCOVERY pic.twitter.com/k5CnatJD52
— Bear Grylls (@BearGrylls) August 12, 2019
प्रोग्राम की शुरुआत में बेयर ग्रिल्स एक हेलिकॉप्टर से जंगल में उतरते हैं, इसके बाद जिस जगह पर उन्हें प्रधानमंत्री मोदी से मिलना होता है वहां तक जाने के लिए करीब 6 किलोमीटर पैदल चलते हैं. वहीं प्रोग्राम की शुरू में ही पीएम मोदी ने बेयर ग्रिल्स से मुलाकात को लेकर कहा कि ग्रिल्स के साथ इस कार्यक्रम में होना एक अलग अनुभव होगा. पीएम मोदी ने बेयर ग्रिल्स से मुलाकात करते ही जिम कॉर्बेट और भारत में स्वागत किया. बेयर ग्रिल्स ने पीएम के पूछने पर बताया कि वो जब पहली बार भारत आए थे तब उनकी उम्र महज 18 साल थी.
प्रकृति और पर्यावरण पर बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ''यदि हम प्रकृति से संघर्ष करते हैं तो यह प्रकृति के साथ सबके लिए खतरनाक होता है, लेकिन हम प्रकृति से संतुलन बना लेते हैं तो वह भी हमारी मदद करती है.'' बाघों से भरे जंगल से गुजरते हुए बेयरग्रिल्स ने पीएम मोदी से कहा कि आप देश के महत्वपूर्ण व्यक्ति हैं. आपकी सुरक्षा मेरी प्राथमिकता है.' बेयर ग्रिल्स ने पीएम मोदी को चाकू, रस्सी और लकड़ी की मदद से दिया भाला भी दिया. उन्होंने कहा कि अगर कोई टाइगर आप पर हमला करे तो आप इससे अपना बचाव कर सकते हैं. इस पर पीएम ने किसी को मारना मेरे संस्कार में नहीं है, लेकिन आपकी सुरक्षा के लिए इसे मैं अपने पास रख लेता हूं
पीएम मोदी ने बेयर ग्रिल्स के साथ चर्चा में बताया कि यह पिछले 18 साल में मेरी पहली छुट्टी है. पीएम ने कहा, ''मैं करीब 13 साल तक एक राज्य का सीएम रहा. जनता से जुड़ना मेरे लिए हमेशा से बेहद जरूरी रहा है. उसके बाद देश की जनता ने पीएम के तौर पर काम करने का आदेश दिया. तब से पांच साल से इसी काम में लगा हुआ हूं. यदि आप इसे वेकेशन कहते हैं तो यह पिछले 18 साल में मेरा पहला वेकेशन होगा.''
पीएम मोदी ने बेयर ग्रिल्स को अपने हिमालय पर बिताए गए समय के बारे में बाताय. बेयर ग्रिल्स के सवाल पर पीएम ने कहा, ''मेरे जीवन में कुछ आकर्षण था आध्यात्मिक दुनिया का. इसके बाद मैं हिमाचल गया. वहां लोगों से मिला. काफी समय बिताया. आज भी वह मेरी जिंदगी की ताकत है. बहुत से ऐसे तपस्वी लोगों से मिला, जो बेहद कम संसाधनों पर जिए."
What better than the lush green jungles of India, in the midst of Mother Nature to throw light on environmental conservation and climate change..Do join at 9 PM tonight! https://t.co/RdndTgUtCF
— Narendra Modi (@narendramodi) August 12, 2019
बेयर ग्रिल्स ने पीएम मोदी को बांस और खरपतवार से बनी नांव (राफ्ट) से नदी भी पार करवाई. इस दौरान बेयर ग्रिल्स नदी में तैरते रहे और उन्होंने कहा कि नदी पार करते हुए मुझे डर लग रहा था. लेकिन इस दौरान पीएम मोदी बेहद शांत दिखे. पीएम ने चर्चा के दौरान बताया कि यह उनके हिमालय पर बिताए जीवन का हिस्सा रहा है. नदी पार करने से पहले बेयर ग्रिल्स ने कहा कि इस नदी में मगरमच्छ हो सकते हैं, इसके साथ ही उन्होंने पूछा कि बचपन में आपने मगरमच्छ पकड़ा था. इस पीएम मोदी ने कहा कि हां हम रोज तालाब में नहाने जाते थे. एक दिन में मैं मगरमच्छ का बच्चा पकड़ कर घर ले आया. मेरी मां ने कहा कि यह गलत है, ऐसा नहीं करना चाहिए. इसे वापस छोड़ कर आओ, इसके बाद मैं उसे वापस छोड़ कर आया.
बेयर ग्रिल्स ने पीएम मोदी ने डर को लेकर सवाल किया. इस पर मोदी ने कहा कि नर्वस होने के बारे में वह कभी भी बेहतर जवाब नहीं दे सकते हैं क्योंकि उन्हें कभी इसका अनुभव नहीं हुआ है. मोदी ने कहा, ‘‘मेरी दिक्कत यह है कि मैंने कभी ऐसा कोई डर महसूस ही नहीं किया है. मैं लोगों को यह समझाने में असमर्थ हूं कि नर्वस होना क्या है और इससे कैसे निपटें क्योंकि मेरी मूल प्रकृति बेहद सकारात्मक है. मुझे सभी चीजों में सकारात्मकता नजर आती है. और इसी वजह से मुझे कभी निराशा नहीं होती है.’’
देश का प्रधानमंत्री बनने के बारे में ग्रिल्स ने उनसे पूछा, कि क्या आपको यह सब कभी सपने जैसा लगा. मोदी ने कहा, ‘‘मुझे यह कभी नहीं लगा कि मैं कौन हूं. मैं इससे ऊपर उठ चुका हूं और जब मैं मुख्यमंत्री था और अब जब मैं प्रधानमंत्री हूं, मैं सिर्फ अपने काम के बारे में और अपनी जिम्मेदारियों के बारे में सोचता हूं. मेरा पद कभी मेरे सिर पर चढ़कर नहीं बोलता है.’’
Source: IOCL





















