वायरल सच: क्या कैराना में जीत के बाद नफरत की दीवार खड़ी करने की कोशिश हुई?
तबस्सुम हसन के पति मुनव्वर हसन साल 1996 में इसी सीट से समाजवादी पार्टी के टिकट पर सांसद चुने गये थे जबकि खुद तबस्सुम हसन साल 2009 में कैराना की सीट से संसद जा चुकी हैं.

नई दिल्ली: यूपी के कैराना से लोकसभा उपचुनाव में जीत हासिल कर 16वीं लोकसभा में यूपी की पहली मुस्लिम सांसद बनने वाली तबस्सुम हसन के नाम से एक मैसेज वायरल है. इस मैसेज के जरिए नफरत फैलाने का दावा किया जा रहा है.
क्या लिखा है वायरल फोटो में? वायरल फोटो में सबसे ऊपर कैराना से चुनाव जीतने वाली आरएलडी यानि राष्ट्रीय लोक दल की तबस्सुम हसन दिख रही हैं. फोटो के नीचे एक मैसेज लिखा है, 'ये अल्लाह की जीत है और राम की हार, तबस्सुम बेगम, आरएलडी, कैराना'
एबीपी न्यूज़ ने की पड़ताल तबस्सुम हसन, हसन खानदान की बहू हैं वही हसन खानदान जिनका बरसों से कैराना की राजनीति में दबदबा रहा है. तबस्सुम हसन के पति मुनव्वर हसन साल 1996 में इसी सीट से समाजवादी पार्टी के टिकट पर सांसद चुने गये थे जबकि खुद तबस्सुम हसन साल 2009 में कैराना की सीट से संसद जा चुकी हैं.
वायरल फोटो को देखकर तबस्सुम हसन ने कहा, ''क्या इस्लाम और राम की कोई लड़ाई चल रही है जो जीत और हार होगी ? ये तो उन लोगों का प्रोपेगेंडा है जो ऐसी मानसिकता रखते हैं. हम कभी भी ऐसा नहीं कर सकते कि किसी भी धर्म को बुरी बात कहें. आगे ये और क्या कर सकते हैं ? जब भी इन्हें अपनी मुंह की खानी पड़ी ऐसी ताकतों को इसी तरह से 2019 का रास्ता बनाएंगे. कोई नहीं कह सकता कि मेरे परिवार का कोई आदमी ऐसी कोई हरकत कर सकता है.''
कैराना में जीत के बाद अल्लाह और राम के बीच नफरत की दीवार खींचता ये वायरल पोस्टर झूठा साबित हुआ है.
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