Jammu News: रहस्यमयी बीमारी के कारण 16 लोगों की मौत, आर्मी की गई तैनात, जांच करने आज पहुंचेगी विशेष टीम
Mysterious disease in Rajouri: जम्मू के एक छोटे से गांव में रहस्यमयी बीमारी ने 16 लोगों की जान ले ली है. जम्मू-कश्मीर सरकार ने राजौरी जिले की पुलिस से इन मौतों के आपराधिक पहलू की जांच करने को कहा है,

Mysterious disease in Rajouri: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आदेश पर गठित विशेषज्ञों की अंतर-मंत्रालयी टीम रविवार को राजौरी जिले के बुधल गांव का दौरा करने के लिए यहां पहुंचेगी.केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के बुधल गांव में पिछले एक महीने में हुई 16 लोगों की रहस्यमयी मौतों की जांच के लिए एक विशेष टीम का गठन किया है।
यह कदम इस क्षेत्र में हुई संदिग्ध मौतों की गहन जांच करने और इसके कारणों का पता लगाने के लिए उठाया गया है. अधिकारियों ने बताया कि टीम बुधल गांव जाएगी, जहां अपने क्षेत्र के कुछ सबसे प्रतिष्ठित विशेषज्ञ हैं. इस टीम को जम्मू-कश्मीर के फोरेंसिक साइंस, पशुपालन और खाद्य सुरक्षा विभाग मदद करेंगे.
भारतीय सेना को किया गया तैनात
राजौरी के बुद्धल गांव में सुरक्षा और जरूरी सामान उपलब्ध कराने के लिए भारतीय सेना को तैनात किया गया है. बुद्धल गांव में दिसंबर 2024 से अब तक 'रहस्यमय बीमारी' के कारण 16 मौतें हो चुकी हैं.
राजौरी जिले के कोटरंका उप-मंडल के बुधल गांव के तीन परिवारों के बच्चों सहित सोलह लोगों की 8 दिसंबर से एक बीमारी के कारण मौत हो गई है. जानकारी के मुताबिक इस बीमारी में तेज बुखार आता है, जो समय के साथ और बिगड़ जाता है. मरीज बेहोश होता है और फिर उसकी मौत हो जाती है.
नमूनों की गई है जांच
देश की सर्वश्रेष्ठ प्रयोगशालाओं से विश्लेषण किए गए नमूनों से पता चला है कि इन मौतों के लिए कोई वायरस या बैक्टीरिया जिम्मेदार नहीं है. नमूनों में विषाक्त पदार्थ पाए गए हैं. राजौरी के सरकारी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. ए.एस. भाटिया की अध्यक्षता में स्थानीय डॉक्टरों की एक टीम ने स्थानीय लोगों की आशंकाओं को दूर करने के लिए शनिवार को बुधल गांव में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की. भाटिया ने कहा कि विषाक्त पदार्थों से मस्तिष्क को नुकसान हो सकता है, जो तुरंत इलाज न किए जाने पर अपरिवर्तनीय हो सकता है.
उन्होंने कहा कि ज्यादातर मरीज विषाक्त पदार्थों के कारण अपरिवर्तनीय मस्तिष्क क्षति होने के बाद अस्पताल पहुंचे थे, जिसके बारे में उपस्थित डॉक्टर ज्यादा कुछ नहीं कर सके.
'आपराधिक पहलू की जांच करने को कहा गया'
जम्मू-कश्मीर सरकार ने राजौरी जिले की पुलिस से इन मौतों के आपराधिक पहलू की जांच करने को कहा है, क्योंकि गांव में सिर्फ तीन परिवार ही इन दुर्भाग्यपूर्ण मौतों से पीड़ित हैं. सात सदस्यों वाले एक परिवार ने अपने पांच सदस्यों को इस रहस्यमय बीमारी से खो दिया. स्थानीय स्वास्थ्य विभाग के विशेषज्ञों द्वारा बुधल और आस-पास के गांवों के 3,500 निवासियों की जांच करने के बाद प्रभावित परिवारों को अलग कर दिया गया है. राजौरी पुलिस ने एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है और इन घटनाओं की जांच शुरू कर दी है.
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