एक्सप्लोरर

सरकार ने कहा- संसद सत्र में हर सवाल का जवाब देने को तैयार, विपक्ष ने घेरा

विपक्ष ने 14 सितंबर से शुरू हो जा रहे मॉनसून सत्र में प्रश्नकाल और गैर सरकारी कामकाज नहीं संचालित करने के सरकार के फैसले की आलोचना की है.

नई दिल्ली: सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह आगामी मॉनसून सत्र में संसद में पूछे गये हर प्रश्न का उत्तर देगी और रोजाना 160 ‘अतारांकित’ प्रश्नों के उत्तर दिये जाएंगे. सूत्रों ने यह जानकारी दी. प्रश्नकाल नहीं चलाने को लेकर विपक्ष के आरोपों पर जवाब देते हुए सरकार के सूत्रों ने कहा कि पहली बार ऐसा नहीं हो रहा कि किसी सत्र में प्रश्नकाल नहीं चलेगा. 2004 और 2009 में भी प्रश्नकाल नहीं हुआ था. इसके अलावा विभिन्न कारणों से 1991 में और उससे पहले 1962, 1975 तथा 1976 में भी प्रश्नकाल नहीं हुआ था.

राज्यसभा के एक विश्लेषण में सामने आया है कि पिछले पांच साल में प्रश्नकाल के 60 प्रतिशत समय का इस्तेमाल नहीं किया गया और केवल 40 प्रतिशत समय का उपयोग किया गया.

सूत्रों ने कहा कि पहली बार 1975 और 1976 में आपातकाल के दौरान प्रश्नकाल नहीं हुआ था. जब विपक्ष के नेताओं और मीडिया को छोड़कर बाकी सब सामान्य था. तब विपक्षी नेताओं को जेल में डाल दिया गया था और मीडिया पर पाबंदी लगा दी गयी थी.

सरकार ने दी ये दलील सरकार ने दलील दी है कि उसके विपरीत इस समय देश में कोविड-19 महामारी के कारण वास्तविक स्वास्थ्य आपातकाल है और सत्र अत्यंत असामान्य परिस्थितियों में आयोजित किया जा रहा है जहां समय की भी कमी है.

लोकसभा और राज्यसभा के पीठासीन अधिकारियों को संसदीय कार्य मंत्रालय की ओर से भेजे गये पत्र में सूचित किया गया है कि सरकार ने विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ परामर्श किया है और एक राजनीतिक दल को छोड़कर इस बात की व्यापक आम-सहमति है कि प्रश्नकाल नहीं चलाया जाए.सूत्रों ने कहा कि विपक्षी दलों में इस सहमति के आधार पर सरकार ने पीठासीन अधिकारियों से अनुरोध किया है कि इस सत्र में प्रश्नकाल नहीं चलाया जाए और गैर सरकारी कामकाज नहीं किया जाए.

रणदीप सुरजेवाला ने लगाया ये आरोप कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया है कि संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सभी विपक्षी दलों के नेताओं से परामर्श नहीं किया है. उन्होंने कहा कि प्रश्नकाल नहीं चलाना, ‘तारांकित’ श्रेणी के तहत संसद में उठाये गये जनहित के प्रश्नों पर सरकार को जवाबदेह नहीं ठहराना भारत के लोकतंत्र का अपमान है और देश के लोकतंत्र तथा संसदीय प्रक्रियाओं को नजरंदाज करने की ‘‘कुटिल सोच’’ है.

सुरजेवाला ने कहा कि ‘तारांकित’ प्रश्नों की श्रेणी में संबंधित मंत्री को पूरक प्रश्नों के उत्तर देने होते हैं. इसके पीछे सरकार को यह सुनिश्चित करने के लिए जवाबदेह ठहराने का विचार होता है कि जन कल्याण के कदम उठाये जाएं और संसद के माध्यम से भारत की 130 करोड़ जनता के प्रति सरकार की जवाबदेही तय की जाए.

सूत्रों ने कहा कि ‘अतारांकित’ प्रश्नों के अलावा सरकार के ध्यान में लाने के लिए विशेष उल्लेख के द्वारा 10 विषय भी उठाये जाएंगे.उन्होंने कहा कि दोनों सदनों में महामारी, अर्थव्यवस्था की स्थिति तथा अन्य घटनाक्रमों जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा होगी और ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के साथ ही संक्षिप्त चर्चाएं भी होंगी.

विपक्ष ने आरोप लगाया है कि यह कोविड-19 के नाम पर लोकतंत्र की ‘हत्या’ का प्रयास है और अध्यादेशों की जगह लेने के लिए विधायी प्रस्तावों के लिहाज से सत्र आयोजित किया जा रहा है.

दिल्ली से सटे मुरथल के दो मशहूर ढाबे सील, कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए 75 कर्मचारी जम्मू-कश्मीर: बारामूला में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़, इलाका सील
और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

Lok Sabha Elections: 'खुद पर आई तो राजीव गांधी ने खत्म कर दिया था विरासत टैक्स’, PM मोदी का कांग्रेस पर वार
'खुद पर आई तो राजीव गांधी ने खत्म कर दिया था विरासत टैक्स’, PM मोदी का कांग्रेस पर वार
Driving Licence in India: भारत में कितने प्रकार के होते हैं ड्राइविंग लाइसेंस, इनका कैसे किया जाता है इस्तेमाल?
भारत में कितने प्रकार के होते हैं ड्राइविंग लाइसेंस, इनका कैसे किया जाता है इस्तेमाल?
बाबर से बहादुर शाह जफर तक तक, कितने पढ़े-लिखे थे मुगल बादशाह
बाबर से बहादुर शाह जफर तक तक, कितने पढ़े-लिखे थे मुगल बादशाह
'मुझे भुला दिया...', कैंसर से जूझ रहीं छवि मित्तल का जब अपने ही लोगों ने छोड़ दिया था साथ, एक्ट्रेस का छलका दर्द
बीमारी में जब छवि मित्तल का हुआ था बुरा हाल, अपनों ने ही छोड़ा था साथ
Advertisement
for smartphones
and tablets

वीडियोज

Lok Sabha Election: 'Congress ने सेना के हाथ बांधे..'-MP के मुरैना में बोले PM | Madhya PradeshSocialise With Vipin Katyal: Chamkila के Rival Singer 'Jagjeet Phatta' ने सुनाई चमकीला की कहानीKannauj से Akhilesh Yadav तो क्या Amethi से Rahul Gandhi लड़ेंगे चुनाव? | Elections 2024Breaking News: Akhilesh Yadav ने Kannauj से भरा नामांकन | Election 2024

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
Lok Sabha Elections: 'खुद पर आई तो राजीव गांधी ने खत्म कर दिया था विरासत टैक्स’, PM मोदी का कांग्रेस पर वार
'खुद पर आई तो राजीव गांधी ने खत्म कर दिया था विरासत टैक्स’, PM मोदी का कांग्रेस पर वार
Driving Licence in India: भारत में कितने प्रकार के होते हैं ड्राइविंग लाइसेंस, इनका कैसे किया जाता है इस्तेमाल?
भारत में कितने प्रकार के होते हैं ड्राइविंग लाइसेंस, इनका कैसे किया जाता है इस्तेमाल?
बाबर से बहादुर शाह जफर तक तक, कितने पढ़े-लिखे थे मुगल बादशाह
बाबर से बहादुर शाह जफर तक तक, कितने पढ़े-लिखे थे मुगल बादशाह
'मुझे भुला दिया...', कैंसर से जूझ रहीं छवि मित्तल का जब अपने ही लोगों ने छोड़ दिया था साथ, एक्ट्रेस का छलका दर्द
बीमारी में जब छवि मित्तल का हुआ था बुरा हाल, अपनों ने ही छोड़ा था साथ
T20 World Cup 2024: धोनी के शागिर्द ने हार्दिक और जडेजा का काटा पत्ता? टी20 वर्ल्ड कप का मुद्दा गर्माया
धोनी के शागिर्द ने हार्दिक और जडेजा का टी20 वर्ल्ड कप से काटा पत्ता?
अब वॉट्सएप पर भी मिलेगी मामले की जानकारी, सुनवाई शुरू करने से पहले CJI चंद्रचूड़ ने कर दिया बड़ा ऐलान
अब वॉट्सएप पर भी मिलेगी मामले की जानकारी, सुनवाई शुरू करने से पहले CJI चंद्रचूड़ ने कर दिया बड़ा ऐलान
Varanasi News: ज्ञानवापी पर फैसला देने वाले जज को मिली जान से मारने की धमकी, विदेश से आ रहे फोन!
ज्ञानवापी पर फैसला देने वाले जज को मिली जान से मारने की धमकी, विदेश से आ रहे फोन!
Iranian President vs Supreme Leader : राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी या सुप्रीम लीडर हैं ईरान के 'सुप्रीम', जानें कौन है ज्यादा पॉवरफुल?
राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी या सुप्रीम लीडर हैं ईरान के 'सुप्रीम', जानें कौन है ज्यादा पॉवरफुल?
Embed widget