एक्सप्लोरर

Sawan Somwar 2024: सावन सोमवार व्रत की शुरुआत किसने की थी, शास्त्रों से जानिए क्या है पूजा विधि, लाभ और महत्व

Sawan Somwar 2024: क्या आपको पता है की श्रावण सोमवार का पहला व्रत भगवान कृष्ण (Lord Krishna) ने किया था. आइये शास्त्रों के आधार पर जानते हैं ऐसी क्या विशेष बात है सावन सोमवार में और क्या है इसके लाभ.

Sawan Somvar 2024: शिव जी (Lord Shiva) सोमवार के प्रधान देवता हैं इस दिन किया हुआ व्रत फलदायक माना गया है. लेकिन शास्त्रों में श्रावण मास (Sawan Month 2024) के सोमावर व्रत (Somvar Vrat) को विशिष्ट माना गया है. चालिए देखते हैं श्रावण सोमवार के बारे में शास्त्र क्या कहते है.

स्कंद पुराण (Skanda Purana) श्रावण माहात्म्य अध्याय क्रमांक 6 के अनुसार, भगवान शिव कहते है की सूर्य मेरा नेत्र है; उसका माहात्म्य इतना श्रेष्ठ है, तो फिर उमासहित (सोम) मेरे नाम वाले उस सोमवार का कहना ही क्या? उसका जो माहात्म्य मेरे लिए वर्णन के योग्य है, सोम चन्द्रमा का नाम है; यज्ञों का साधन सोम को कहा हैं. क्योंकि सोम वार मेरा ही स्वरूप है, अतः इसे सोम कहा गया है. इसीलिए यह समस्त राज्य का प्रदाता तथा श्रेष्ठ है.

सावन सोमवार व्रत का महत्व (Sawan Somvar Vrat Importance)

व्रत करने वाले को यह सम्पूर्ण राज्य का फल देने वाला है. उसकी विधि इस प्रकार है. बारहों महीनों में सावन अत्यन्त श्रेष्ठ हैं. उन मासों में यदि [सोमवार व्रत] करने में असमर्थ हो तो ’श्रावण मास’ में इसे अवश्य करना चाहिए. इस मास में इस व्रत को करके मनुष्य वर्ष भर के व्रत का फल प्राप्त करता है. श्रावण में शुक्ल पक्ष के प्रथम सोमवार को यह संकल्प करे कि "मैं विधिवत् इस व्रत को करूंगा; शिवजी मुझपर प्रसन्न हों."

इस प्रकार चारों सोमवार के दिन और यदि पांच हो जाए तो उसमें भी प्रातःकाल यह संकल्प करें और रात्रि में शिवजी का पूजन करें. सोलह उपचारों से शिवजी की पूजा करें और एकाग्रचित्त होकर इस दिव्य कथा का श्रवण करें. इस सोमवार व्रत की विधि को कुछ इस प्रकार है.

सावन सोमवार व्रत विधि (Sawan Somvar Vrat Vidhi)

श्रावण मास के प्रथम सोमवार को इस श्रेष्ठ व्रत को प्रारम्भ करें. मनुष्य को चाहिए कि अच्छी तरह स्नान करके पवित्र होकर श्वेत वस्त्र धारण कर ले और काम, क्रोध, अहंकार, द्वेष, निन्दा आदि का त्याग करके मालती, मल्लिका आदि श्वेत पुष्पों को लाए. इनके अतिरिक्त अन्य विविध पुष्पों से तथा अभीष्ट पूजनोपचारों के द्वारा 'त्र्यम्बक०' इस मूलमन्त्र से शिवजी की पूजा करे. इसके बाद यह कहे- मैं शर्व, महादेव, उग्र, उग्रनाथ, भव, शशिमौलि, रुद्र, नीलकण्ठ, शिव तथा भवहारी का ध्यान करता हूं, इस प्रकार अपने विभव के अनुसार मनोहर उपचारों से देवेश शिव का विधिवत् पूजन करें.

जो इस व्रत को करता है उसके पुण्य-फल को सुनिए. जो लोग सोमवार के दिन माता पार्वती सहित शिवजी की पूजा करते हैं, वे पुनरावृत्ति से रहित अक्षय लोक प्राप्त करते हैं. इस मास में नक्तव्रत से जो पुण्य होता है, उसे शिव जी संक्षेप में समझाते हैं. शिव जी कहते है कि देवताओं तथा दानवों से भी अभेद्य सात जन्मों का अर्जित पाप नक्त भोजन से नष्ट हो जाता है.

इसे करने से धन चाहने वाला धन प्राप्त करता है; वह जिस-जिस अभीष्ट की कामना करता है, उसे पा लेता है. इस लोक में दीर्घकाल तक वांछित सुखोपभोगों को भोगकर अन्त में श्रेष्ठ विमानपर आरूढ़ होकर वह रुद्रलोक में प्रतिष्ठा प्राप्त करता है. चित्त चंचल है, धन चंचल है और जीवन भी चंचल है-ऐसा समझकर प्रयत्नपूर्वक व्रत का उद्यापन करना चाहिए. चाँदी के वृषभ पर विराजमान सुवर्ण निर्मित शिव तथा पार्वती की प्रतिमा अपने सामर्थ्य के अनुसार बनानी चाहिए. इसमें धन की कृपणता नहीं करनी चाहिए (अगर सामर्थ्य नहीं है तो चित्र अथवा पाषाण की प्रतिमा में पूजन करें).

तदनन्तर एक दिव्य तथा शुभ लिंगतोभद्र-मण्डल बनाएं और उसमें दो श्वेत वस्त्रों से युक्त एक घट स्थापित करें. घट के ऊपर तांबे अथवा बांस का बना हुआ पात्र रखे और उसके ऊपर उमासहित शिव को स्थापित करे. इसके बाद श्रुति, स्मृति तथा पुराणों में कहे गए मन्त्रों से शिवकी पूजा करे, पुष्पों का मण्डप बनाएं और उसके ऊपर सुन्दर चंदोवा लगाएं.उसमें बाजों की मधुर ध्वनि के साथ रात में जागरण करें.

फिर बुद्धिमान् मनुष्य अपने गृह्यसूत्र में निर्दिष्ट विधान के अनुसार अग्नि-स्थापन करे और फिर शर्व आदि ग्यारह श्रेष्ठ नामों से पलाश की समिधाओं से एक सौ आठ आहुति प्रदान करे; यव, ब्रीहि, तिल आदि की आहुति 'आप्यायस्व०' इस मन्त्र से दे और बिल्व–पत्रों की आहुति 'त्र्यम्बक०' या षडक्षर मन्त्र (ॐ नमः शिवाय) से प्रदान करे.

इसके बाद तत्पश्चात् स्विष्टकृत् होम करके पूर्णाहुति देकर आचार्य का पूजन करे.  इसके बाद पूजित देवता को तथा देवता को अर्पित सभी सामग्री आचार्य को दे और तत्पश्चात् प्रार्थना करे- ”मेरा व्रत परिपूर्ण हो और शिवजी मुझपर प्रसन्न हों.” तदनन्तर बन्धुओं के साथ हर्ष पूर्वक भोजन करे. इसी विधान से जो मनुष्य इस व्रत को करता है, वह जिस-जिस अभिलषित वस्तु की कामना करता है, उसे प्राप्त कर लेता है और अन्त में शिव–लोक को प्राप्त होकर उस लोक में पूजित होता है.

क्या आपको पता है की श्रावण सोमवार की शुरुवात किसने की थी?

स्कंद पुराण श्रावण माहात्म्य 6.34 अनुसार–

"कृष्णेनाचरितं पूर्व सोमवारव्रतं शुभम्‌"

सर्वप्रथम भगवान श्री कृष्ण ने इस मंगलकारी सोमवार व्रत को किया था. श्रेष्ठ, आस्तिक तथा धर्म–परायण राजाओं ने भी इस व्रत को किया था. जो इस व्रत का नित्य श्रवण करता है, वह भी उस व्रत के करने का फल प्राप्त करता हैं.

सोमावर व्रत या अन्य व्रत रखने का वैज्ञानिक पक्ष:–

शास्त्र के साथ ही अब वैज्ञानिक पक्ष पर दृष्टि डालते हैं. हम आज के युग के अनुसार सोचते हैं. हम प्रत्येक माह के 30 दिनों तक तामसिक भोजन का ही आहार ग्रहण करते हैं, जिसके कारण शारीर रोग ग्रस्त होता है और हमारी आयु भी कम होती है. हर माह में दो एकादशी आती है, मासिक शिवरात्रि आती है और भी कई पर्व हर माह में जुड़े होते हैं. इसलिए ऋषियों ने बहुत ही अच्छा और सरल उपाय बताया है अपनी आयु में वृद्धि लाने का और अध्यात्म की ओर रुचि बढ़ाने का. आप जितने व्रत रखेंगे उतना ही आपका शरीर और मन सात्विक होगा.

क्योंकि व्रत के समय हम कंद-मूल आदि ही खाते हैं जोकि हमारे शरीर के लिए पौष्टिक होते हैं, वह तामसिक भोजन नहीं होता है. जितने भी पर्व है उसमें व्रत रख लिया तो आपके लिए वास्तव में एक तरह से आपकी शुद्ध हो जाती है. शरीर को भी Detoxify (विषहरण) करना जरूरी है, व्रत उसके लिए सबसे अच्छा उपाय हैं. व्रत रखने से आपकी आयु भी बढ़ती है और तो और आपके अध्यात्म दर्शन की भी वृद्धि होती हैं.

ये भी पढ़ें: Sawan Third Somwar 2024: सावन का तीसरा सोमवार है विशेष, इस दिन भोले को ऐसे करें प्रसन्न, जानें पूजा विधि

नोट- उपरोक्त दिए गए विचार लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं. यह ज़रूरी नहीं है कि एबीपी न्यूज़ ग्रुप इससे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

मुंबई के रहने वाले अंशुल पांडेय धार्मिक और अध्यात्मिक विषयों के जानकार हैं. 'द ऑथेंटिक कॉंसेप्ट ऑफ शिवा' के लेखक अंशुल के सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म और समाचार पत्रों में लिखते रहते हैं. सनातन धर्म पर इनका विशेष अध्ययन है. पौराणिक ग्रंथ, वेद, शास्त्रों में इनकी विशेष रूचि है, अपने लेखन के माध्यम से लोगों को जागरूक करने का कार्य कर रहें.
Read
और पढ़ें
Sponsored Links by Taboola

टॉप हेडलाइंस

दिग्विजय सिंह के RSS वाले बयान पर दो गुटों में बंटी कांग्रेस! जानें शशि थरूर समेत किसने क्या कहा
दिग्विजय सिंह के RSS वाले बयान पर दो गुटों में बंटी कांग्रेस! जानें शशि थरूर समेत किसने क्या कहा
PCC चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा की कांग्रेस हाईकमान ने की तारीफ, CWC की बैठक में क्यों हुई चर्चा?
PCC चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा की कांग्रेस हाईकमान ने की तारीफ, CWC की बैठक में क्यों हुई चर्चा?
‘ताऊ, कंट्रोल में रहो’, लाइव शो में हुई बदतमीजी तो भड़की हरियाणवी स्टार प्रांजल दहिया
‘ताऊ, कंट्रोल में रहो’, लाइव शो में हुई बदतमीजी तो भड़की हरियाणवी स्टार प्रांजल दहिया
'यूपी में न ठाकुरवाद, न ब्राह्मणवाद', BJP के ब्राह्मण विधायकों की बैठक पर केशव प्रसाद मौर्य की दो टूक
'यूपी में न ठाकुरवाद, न ब्राह्मणवाद', BJP के ब्राह्मण विधायकों की बैठक पर केशव प्रसाद मौर्य की दो टूक

वीडियोज

Unnao Case: जंतर-मंतर पहुंची पीड़िता...Keldeep Senger की जमानत के विरोध में करेंगी प्रदर्शन|
Unnao Case: जंतर-मंतर पर पीड़िता का विरोध प्रदर्शन, 'अदालत में हर जज एक जैसे...' | Kuldeep Sengar
Top News: दोपहर की बड़ी खबरें | UP SIR | Digvijaya Singh | Maharashtra | Unnao Case | Aravali Hills
'Naushad Siddiqui और AIMIM के साथ लड़ूंगा चुनाव', चुनाव को लेकर Humayun Kabir का बड़ा एलान |
'RSS से सीखने की जरूरत नहीं..', Digvijay Singh के बयान पर बोले Salman Khurshid | Breaking

फोटो गैलरी

Petrol Price Today
₹ 94.72 / litre
New Delhi
Diesel Price Today
₹ 87.62 / litre
New Delhi

Source: IOCL

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
दिग्विजय सिंह के RSS वाले बयान पर दो गुटों में बंटी कांग्रेस! जानें शशि थरूर समेत किसने क्या कहा
दिग्विजय सिंह के RSS वाले बयान पर दो गुटों में बंटी कांग्रेस! जानें शशि थरूर समेत किसने क्या कहा
PCC चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा की कांग्रेस हाईकमान ने की तारीफ, CWC की बैठक में क्यों हुई चर्चा?
PCC चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा की कांग्रेस हाईकमान ने की तारीफ, CWC की बैठक में क्यों हुई चर्चा?
‘ताऊ, कंट्रोल में रहो’, लाइव शो में हुई बदतमीजी तो भड़की हरियाणवी स्टार प्रांजल दहिया
‘ताऊ, कंट्रोल में रहो’, लाइव शो में हुई बदतमीजी तो भड़की हरियाणवी स्टार प्रांजल दहिया
'यूपी में न ठाकुरवाद, न ब्राह्मणवाद', BJP के ब्राह्मण विधायकों की बैठक पर केशव प्रसाद मौर्य की दो टूक
'यूपी में न ठाकुरवाद, न ब्राह्मणवाद', BJP के ब्राह्मण विधायकों की बैठक पर केशव प्रसाद मौर्य की दो टूक
CSK की टीम से हारी सौरव गांगुली की सेना, मार्को यानसेन के भाई ने धो डाला; पहले मैच में बड़े-बड़े स्टार फ्लॉप
CSK की टीम से हारी सौरव गांगुली की सेना, मार्को यानसेन के भाई ने धो डाला; पहले मैच में बड़े-बड़े स्टार फ्लॉप
RSS की तारीफ पर दिग्विजय सिंह ने दी सफाई, जानें कांग्रेस की संगठनात्मक क्षमता के सवाल पर क्या कहा
RSS की तारीफ पर दिग्विजय सिंह ने दी सफाई, जानें कांग्रेस की संगठनात्मक क्षमता के सवाल पर क्या कहा
Alcohol And Milk Side Effects: क्या बियर के बाद पी सकते हैं दूध, जानें इससे बॉडी को कितना होता है नुकसान?
क्या बियर के बाद पी सकते हैं दूध, जानें इससे बॉडी को कितना होता है नुकसान?
10वीं पास छात्रों के लिए बड़ा मौका, इस राज्य में निकली कांस्टेबल के पदों पर बंपर भर्ती
10वीं पास छात्रों के लिए बड़ा मौका, इस राज्य में निकली कांस्टेबल के पदों पर बंपर भर्ती
Embed widget