कोरोना को लेकर आम हैं ये मिथ, आज जान लीजिए क्या है सच
कोविड 19 को लेकर लोगों के मन में गलतफहमी रहती है. किसी को लगता है कि ठंडे में अधिक संक्रमण फैलता हो तो कोई गर्म माैसम में इंफेक्टेड होने के चांस अधिक समझता है.

कोरोना एकबार फिर पैर पसार रहा है. देश के कई राज्यों में कोराेना संक्रमण और इससे माैतों के मामले सामने आ चुके हैं. पूर्व में आईं कोविड 19 वेव की तरह खतरे की आहट सुनाई दे रही है. ऐसे में कोविड 19 को लेकर जेहन में कुछ गलतफहमियां लोगों को मुश्किल में डाल सकती हैं. आइए ऐसे ही कुछ मिथक के जवाब तलाशते हैं..
खास टेम्प्रेचर से कर सकते हैं बचाव?
गर्म या ठंडे टेम्प्रेचर में रहकर कोविड 19 से बचाव कर सकते हैं. इसको लेकर भी लोगों के मन में गलतफहमी रहती है. किसी को लगता है कि ठंडे में अधिक संक्रमण फैलता हो तो कोई गर्म माैसम में इंफेक्टेड होने के चांस अधिक समझता है. जबकि सच्चाई इसके उलट है. कोविड 19 संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है. एक व्यक्ति के शरीर में से निकलने वाली ड्राॅपलेट्स जब किसी दूसरे व्यक्ति के शरीर में आंख, मुंह, नाक आदि के रास्ते शरीर में एंटर होती है तो वह संक्रमित होता है. दुनिभाभर में सर्द और गर्म दोनों माैसम में कोरोना संक्रमण के केस सामने आए हैं.
खानपान में बदलाव से नहीं होगा कोरोना?
हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो खानपान में बदलाव करना कोरोना से बचाव में सहायक नहीं होता. हालांकि अच्छा खानपान हेल्दी बाॅडी का आधार माना जाता है. लेकिन डाइट में तीखी मिर्च या लहसुन शामिल करने या अल्कोहल के सेवन से कोरोना का इलाज नहीं होगा. बल्कि अपनी आदतों में बदलाव लाना होगा. नियमित हाथ धोकर, मुंह पर मास्क लगाने आदि से संक्रमण से बचाव किया जा सकता है.
वैक्सीन लगवा ली है संक्रमित नहीं होंगे?
कोरोना को लेकर लोगों के मन में एक गलतफहमी ये भी रहती है कि वैक्सीन लगवा ली है तो संक्रमण नहीं होगा. हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो ऐसा नहीं है. वैक्सीन कोविड 19 के खतरे रिस्क को कम करती है. लेकिन हाल ही में कोविड 19 जेएन.1 वैरिएंट के प्रसार के दाैरान कई मामले ऐसे सामने आए हैं, जिनमें वैक्सीन लगवाने के बाद भी लोग संक्रमित हुए. ऐसे में कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करना सभी के लिए जरूरी है.
पहले कोरोना संक्रमण हो चुका है तो दोबारा नहीं होगा?
लोगों के मन ये गलतफहमी आम है. उन्हें लगता है कि बाॅडी में अब कोरोना संक्रमण से लड़ाई के लिए इम्युनिटी बन गई है. हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो ऐसा नहीं है. कोरोना संक्रमित हो चुके व्यक्ति को दोबारा कोविड 19 संक्रमण हो सकता है. पूर्व में इस तरह के मामले सामने भी आ चुके हैं.
दिव्यांगों को खतरा अधिक?
कोरोना से दिव्यांगों को खतरा अधिक है. हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो कोरोना से सभी को खतरा है. लेकिन पहले से बीमार लोगों में रिस्क अधिक रहता है. ऐसे लोगों के कोरोना संक्रमण की चपेट में आने से दिक्कत अधिक हो सकती है.
पूरी तरह ठीक नहीं हो पाता है कोविड से संक्रमित व्यक्ति?
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार कोविड होने के बाद भी व्यक्ति पूरी तरह से ठीक हो जाता है. इससे घबराने की जरूरत नहीं है.
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Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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Source: IOCL
























