CRPF से लेकर BSF तक, युद्ध होने पर कौन सी फोर्स कब लड़ाई में जाती है?
भारत पर जब भी युद्ध या हमले का संकट आता है, तो सबसे पहले BSF मोर्चा संभालती है. इसके बाद CRPF जो देश की सबसे बड़ी अर्धसैनिक बल है, जो सेना की मदद के लिए आगे आती है.

भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण हालात लगातार बने हुए हैं. 8 और 9 मई की रात पाकिस्तान की ओर से जम्मू-कश्मीर समेत कई राज्यों ड्रोन और मिसाइल से हमले किए. हालांकि पाकिस्तानी हमलों का कड़ा जवाब देते हुए भारतीय सेना ने समय रहते इन सभी हमलों को नाकाम कर दिया.
भारतीय सेना ने भी किया पलटवार
पाकिस्तान की ओर से किए गए हमलों के बाद भारत ने भी पाकिस्तान को कड़ा जवाब दिया है. भारतीय वायु रक्षा प्रणालियों ने पाकिस्तान की तरफ से लॉन्च की गई कई मिसाइलों को हवा में ही नष्ट कर दिया. पाकिस्तान ने ये हमले जम्मू एयरपोर्ट, सांबा और अर्निया जैसे महत्वपूर्ण ठिकानों को निशाना बनाकर किए गए थे.
सभी सेनाएं संभालती हैं माेर्चा
भारत पर जब भी इस तरह के हमले हुए या युद्ध कि स्थिति बनी तो देश को सभी फोर्स पूरी मजबूती से मोर्चा संभालती हैं. ये वो सेनाएं हैं जो न सिर्फ आंतरिक सुरक्षा बनाए रखती हैं, बल्कि आपात की स्थिति में सीमाओं की सुरक्षा और आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई में भी सबसे आगे रहती हैं.
युद्ध होने पर सबसे पहले कौन सी फोर्स मोर्चा संभालती है?
जब भी देश में युद्ध की स्थिति बनती है तो सबसे पहले BSF फोर्स लड़ाई में जाती है. 1965 में स्थापित BSF मुख्य रूप से भारत की सीमाओं की रक्षा के लिए जिम्मेदार होती है, BSF विशेष रूप से भारत-पाकिस्तान और भारत-बांग्लादेश सीमा पर निगरानी रखती है वहीं इन देशों से होने वाले युद्ध के हालात में सबसे पहले BSF मैदान में उतरती है.
पहले के युद्धों में भी BSF ने निभाई थी महत्वपूर्ण भूमिका
BSF ने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध से लेकर कारगिल युद्ध में भी BSF ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. 2003 में संसद हमले के मास्टरमाइंड गाजी बाबा को मार गिराने में भी BSF शामिल थी.
BSF के बाद युद्ध लड़ाई के लिए जाती है CRPF
CRPF देश की सबसे बड़ी अर्धसैनिक बल मानी जाती है. सबसे बड़ी अर्धसैनिक बल होने के साथ ही CRPF युद्ध की स्थिति में सेना की मदद करती है. यह फोर्स नक्सल प्रभावित इलाकों से लेकर UN मिशनों तक में सक्रिय रही है. इसके साथ ही 1939 में स्थापित सीआरपीएफ विश्व स्तर पर सबसे बड़े अर्धसैनिक बलों में से एक है.
देश की आंतरिक सुरक्षा को लेकर जिम्मेदार रहती है CRPF
सीआरपीएफ देशभर के कई क्षेत्रों में आंतरिक सुरक्षा बनाए रखने, उग्रवाद का मुकाबला करने और उग्रवाद से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. वहीं युद्ध की स्थिति में सीआरपीएफ को पीछे के क्षेत्रों में कानून और व्यवस्था बनाए रखने और कुछ अभियानों में सेना की सहायता करने के लिए तैनात किया जाता है.
ITBP और CISF जैसी अन्य फोर्स भी युद्ध में निभाती हैं अहम भूमिका
BSF और CRPF के साथ युद्ध की स्थिति में ITBP और CISF जैसी अन्य फोर्स भी अहम भूमिका निभाती है. ये सभी फाेर्स अलग अलग प्रकार से देश की सुरक्षा करती हैं. वहीं युद्ध अपनी ताकत के अनुसार अलग-अलग भूमिका निभाती है. रक्षा मंत्रालय और सरकार की तरफ से इन्हें जिम्मेदारी सौंपी जाती है, आमतौर पर ये सभी बल सेना और वायुसेना की मदद में जुट जाती हैं.
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Source: IOCL






















