बर्ड फ्लू के चलते अब तक मारे गए हैं इतने लाख जानवर, आंकड़े जानकर हैरान रह जाएंगे आप
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, H5N1 से अब तक 500 से ज्यादा प्रजातियां प्रभावित हो चुकी हैं, इसमें कम से कम 70 स्तनधारी प्रजातियां भी शामिल हैं. इस वायरस ने अब तक 108 देशों को प्रभावित किया है.

कोरोना वायरस के बाद अगर कोई वायरस दुनिया में तेजी से फैला है तो वह है बर्ड फ्लू. बर्ड फ्लू पक्षियों के माध्यम से इंसानों में फैलता है और यह जानलेवा भी हो सकता है. भारत में भी यह वायरस तेजी से पैर पसार रहा है और इंसानों में इसकी पुष्टि भी हो चुकी है. यह इन्फ्लूएंजा वायरस से होने वाला संक्रमण है, इसे एवियन फ्लू भी कहते हैं.
आमतौर पर बर्ड फ्लू पक्षियों में ही फैलता है, जिसमें भी खासकर मुर्गे-मुर्गियों में. हालांकि, यह वायरस जानवरों के संपर्क में रहने वाले इंसानों को भी संक्रमित कर सकता है. वैसे तो बर्ड फ्लू के कई वैरिएंट हैं, जो इंसानों को संक्रमित नहीं करते, लेकिन इसके कुछ वैरिएंट इसांनों को भी संक्रमित करते हैं और इससे कई लोगों की मौत भी हो चुकी है. ये वैरिएंट हैं- H5N1, H7N9, H5N6, H5N8. बर्ड फ्लू से संक्रमण को रोकने के लिए दुनियाभर में कई पक्षियों को मारा भी जा रहा है. आइए जानते हैं कि अब तक दुनियाभर में कितने पक्षियों को मारा जा चुका है और कितनी प्रजातियां इससे प्रभावित हैं?
500 से ज्यादा प्रजातियां हुईं प्रभावित
संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के मुताबिक, बर्ड फ्लू वायरस दुनियाभर में तेजी से फैलता जा रहा है और अब तक 108 देशों में इसके संक्रमण की पुष्टि हुई है. संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के मुताबिक, H5N1 बर्ड फ्लू स्ट्रेन से अब तक 500 से ज्यादा प्रजातियां प्रभावित हो चुकी हैं, इसमें कम से कम 70 स्तनधारी प्रजातियां भी शामिल हैं.
अब तक इतने पक्षियों की हुई है मौत
बर्ड फ्लू को फैलने से रोकने के लिए लगभग हर देश में पक्षियों को मारा जा रहा है. संयुक्त राष्ट्र की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, दिसंबर 2024 तक इस वायरस के कारण दुनियाभर में 300 बिलियन से अधिक पक्षियों को मारा जा चुका है.
ऐसे दिखते हैं बर्ड फ्लू के लक्षण
बर्ड फ्लू पक्षियों के माध्यम से इंसानों में फैलता है. पक्षियों में दिखने वाले लक्षणों में सांस लेने में कठिनाई, छींक आना और प्रोडक्टिविटी में कमी है. हालांकि, जब यही वायरस इंसानो में फैलता है तो इसके लक्षण एक आम वायरल जैसे दिखते हैं.
- सर्दी, बुखार
- खांसी व गले में खराश
- मांसपेशियों में दर्द
- डायरिया
- सांस लेने में परेशानी
- निमोनिया
- हृदय की धड़कन बढ़ जाना
- आंखों का लाल होना
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Source: IOCL
























