छह महीने में कोरोना के केस 50 लाख के पार, जानिए बीते दो महीने में कैसे केस में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई
कोरोना का पहला केस आया था चीन के वुहान शहर से. ये केस आया था नवंबर 2019 में. तब से लेकर अब तक करीब छह महीने का वक्त बीत गया है. और इन छह महीनों में कोरोना का दुनिया भर में आंकड़ा 5,105,897 तक पहुंच गया है.

जब नए साल 2020 का पहला महीना खत्म हुआ था तो उस दिन तक पूरी दुनिया में कोरोना के 11,950 मामले सामने आए थे. जैसे-जैसे वक्त बीतता गया, कोरोना का ग्राफ बढ़ता गया. 6 मार्च को कोरोना का ग्राफ पूरी दुनिया में एक लाख को पार कर गया था. उस दिन तक पूरी दुनिया में कोरोना के 102,050 मामले सामने आए थे. यानि कि एक लाख का आंकड़ा तय करने में इस वायरस को करीब 3 महीने से ज्यादा का वक्त लगा था. लेकिन मार्च महीने खत्म होते-होते इस आंकड़ें में बेतहाशा बढ़ोतरी देखने को मिली. 20 दिनों के अंदर ही ये आंकड़ा पांच लाख को पार कर गया.
जिस मार्च महीने की छह तारीख को कोरोना का आंकड़ा एक लाख था वो 26 तारीख को 532,807 पहुंच गया था. सात दिनों के अंदर ही ये आंकड़ा दो गुना हो गया. 2 अप्रैल को पूरी दुनिया में कोरोना का आंकड़ा 10 लाख को पार कर गया. इसके बाद ये ग्राफ लगातार ऊपर की ओर चढ़ता गया. 15 अप्रैल को पूरी दुनिया में कोरोना पॉजिटिव लोगों का आंकड़ा 20 लाख को पार कर चुका था. अप्रैल के आखिरी दिन आंकड़ा 32 लाख के पार था. 20 मई को कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों का आंकड़ा 50 लाख को पार कर गया था.
अब जरा इन आंकड़ों में हुई बेतहाशा बढ़ोतरी की रफ्तार को समझने की कोशिश करते हैं. 26 जनवरी, 2020 तक दुनिया में हर दिन एक हजार से भी कम नए केस सामने आ रहे थे. 27 जनवरी को पहली बार पूरी दुनिया में एक साथ 1700 से ज्यादा मामले सामने आए. इसके बाद ये आंकड़ा लगातार बढ़ता गया. 12 फरवरी को पहली बार इस बढ़ोतरी में विस्फोट हुआ और एक ही दिन में पूरी दुनिया में करीब 15 हजार नए मामले सामने आ गए. हालांकि इसके बाद बढ़ोतरी का आंकड़ा थोड़ा कम हुआ और हर रोज बढ़ने वाले केस की संख्या 5 हजार से कम हो गई.
एक महीने बाद कोरोना ने फिर से रफ्तार पकड़ी. 13 मार्च को दुनिया में करीब 11 हजार नए मामले रिपोर्ट किए गए. उसके बाद ये आंकड़ा नहीं रुका. 18 मार्च को 20 हजार से भी ज्यादा नए मामले सामने आए. 20 मार्च को ये आंकड़ा 30 हजार का हो गया. छह दिन बाद ही यानि कि 26 मार्च को पूरी दुनिया में एक दिन में 60 हजार से भी ज्यादा मामले दर्ज किए गए. 2 अप्रैल को आंकड़ा 80 हजार के पार चला गया. 3 अप्रैल को आंकड़ा करीब एक लाख तक पहुंच गया था. 24 अप्रैल को एक दिन में पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा केस सामने आए. उस दिन नए कोरोना मरीजों की संख्या एक लाख से भी ज्यादा दर्ज की गई.
उसके बाद तो किसी दिन 60 हजार, किसी दिन 70 हजार तो किसी दिन 80 हजार नए मामले सामने आते गए. 15 मई को 90 हजार से भी ज्यादा नए मामले सामने आए. वहीं 20 मई को फिर से नए केस का आंकड़ा एक लाख को पार कर गया. और अब ये सारे आंकड़े मिलकर 50 लाख की संख्या को पार कर गए हैं. कोरोना की जो रफ्तार है, उससे आशंका है कि पूरी दुनिया में कोरोना के कुल मरीजों की संख्या का आंकड़ा एक करोड़ को भी पार कर जाएगा.
आशंका है कि इस पूरे आंकड़े में सबसे बड़ी हिस्सेदारी अमेरिका की होगी. फिलहाल दुनिया भर में कोरोना के जो मामले हैं, उनका 31 फीसदी से भी ज्यादा हिस्सा अकेले अमेरिका का है. अमेरिका में कुल करीब 16 लाख मामले अभी तक सामने आ चुक हैं. वहीं अगर बात भारत की की जाए तो पूरी दुनिया के करीब 2.20 फीसदी कोरोना पॉजि़टिव पेशेंट भारत में हैं. यहां पर आंकड़ा एक लाख को पार कर गया है. और अब भारत में भी इसकी रफ्तार काफी तेज हो गई है.
Source: IOCL





















