क्या अमित शाह से संजय राउत की हुई फोन पर बात? अटकलों पर शिवसेना सांसद ने खुद दिया ये जवाब
Sanjay Raut Slams BJP: संजय राउत ने सोमवार को गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर हुई बातचीत की अटकलों पर विराम लगा दिया है. राउत ने ये तक बता दिया कि आखिर कौन अफवाहें फैला रहा है.
Sanjay Raut Slams BJP: शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने सोमवार को गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर हुई बातचीत की अटकलों पर विराम लगा दिया है. जब पत्रकारों ने गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर हुई बात के बारे में उनसे पूछा तो उन्होंने कहा कि ये गलत सूचना पहुंचाई जा रही है. राउत ने ये तक बता दिया कि ये आखिर कौन कर रहा है.
संजय राउत ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना, भाजपा और अजित पवार के नेतृत्व वाले राकांपा गुट वाले सत्तारूढ़ गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि एमवीए का उद्देश्य महाराष्ट्र को लूटने वाली ताकतों की हार सुनिश्चित करना है. उनका लक्ष्य एक संयुक्त ताकत के रूप में चुनाव लड़ना है और महाराष्ट्र को लूटने वाली ताकतों को हराने का है.
क्या MVA से अलग हो सकती है शिवसेना (यूबीटी)
समाचार चैनलों पर ऐसी खबरें आ रही थी कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी, महा विकास अघाड़ी (एमवीए) से अलग हो सकती है और अपने दम पर सभी 288 सीट पर चुनाव लड़ सकती है. पिछले कुछ दिनों में तीनों मुख्य विपक्षी दलों के बीच सीट बंटवारे को लेकर ऐसी अटकलें लगाई जा रही थी कि कांग्रेस और शिवसेना के बीच इस मुद्दे पर सहमति नहीं है, लेकिन संजय राउत ने इन अटकलों पर जवाब दे दिया.
अफवाह फैला रही भाजपा
राउत का यह बयान ऐसे समय भी आया है जब ऐसी अटकलें थीं कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उनसे फोन पर बात की है. इससे संकेत मिलता है कि 2019 में अलग होने से पहले दशकों तक सहयोगी रहीं शिवसेना और भाजपा अब फिर साथ आ रही हैं. फोन पर बातचीत के बारे में पूछे जाने पर राउत ने कहा, ‘‘भाजपा गलत सूचना फैला रही है. हम जानते हैं कि यह कौन कर रहा है. भाजपा को विधानसभा चुनाव में हार का डर है और इसलिए वह गलत सूचना फैलाने का काम कर रही है.’’
महाराष्ट्र को लूट रहे सीएम शिंदे
राउत ने कहा कि भाजपा ने (जून 2022) शिवसेना में विभाजन कराया, ठाकरे की एमवीए सरकार को गिरा दिया और यह भी सुनिश्चित किया कि पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले विद्रोही गुट को मिले. उन्होंने शिवसेना (यूबीटी) और भाजपा के फिर से गठबंधन को असंभव करार देते हुए कहा, ‘‘भाजपा ने सबसे बुरा काम यह किया कि उसने सरकार की बागडोर गद्दारों (शिंदे और बागी विधायकों के लिए उद्धव गुट इसी शब्द का इस्तेमाल करता है) को दे दी, जो पिछले कुछ साल से राज्य को लूट रहे हैं.’’
नहीं करेंगे भाजपा की सहायता
शिवसेना नेता संजय राउत ने इस बात पर जोर दिया कि इस तरह की गलत सूचना का एमवीए में सीट बंटवारे की चर्चा से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने कहा, ‘‘हम भाजपा की सहायता नहीं करेंगे, जो संविधान को कमजोर करना चाहती है और महाराष्ट्र के गौरव का निरादर करती है.’’
यह भी पढ़ें- 'दवाओं की कीमत बढ़ाने के फैसले पर फिर से विचार करें', ममता बनर्जी का PM मोदी को लेटर