अगस्त से होगी आधार वेरिफिकेशन के लिए फेस रिकॉगनाइजेशन की शुरुआत
आधार जारी करने वाले यूआईडीएआई ने चेहरे के जरिए सत्यापन (फेस रिकॉगनाइजेशन) शुरू करने की योजना को एक महीने के लिए टाल दिया है.

नई दिल्लीः आधार से जुड़ी बड़ी खबर आई है. आधार जारी करने वाले यूआईडीएआई ने चेहरे के जरिए सत्यापन (फेस रिकॉगनाइजेशन) शुरू करने की योजना को एक महीने के लिए टाल दिया है. अब यह सुविधा एक अगस्त से शुरू होगी. भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) के सीईओ अजय भूषण पांडे ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि इस नई सुविधा की तैयारी के लिए कुछ और समय चाहिए. पहले इसे एक जुलाई से शुरू करने का कार्यक्रम था.
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यूआईडीएआई आधार के लिए सत्यापन की मौजूदा आइरिस और अंगुलियों के निशान के साथ साथ यह नई सुविधा शुरू कर रही है ताकि आधार बनवाते समय सत्यापन के लिए एक और विकल्प मिल सके. पांडे ने कहा 'हम इस पर काम कर रहे हैं.' उन्होंने उम्मीद जताई कि संस्थान एक अगस्त से इसे लागू कर पाएगा. रहन-सहन खर्च में बेंगलुरू दुनिया का दूसरा सबसे सस्ता शहर
यूआईडीएआई ने कुछ समय पहले आधार के लिए फेस रिकॉगनाइजेशन की सुविधा लाने का एलान किया था. ये उन लोगों जिनके हाथ की अंगुलियों के निशान मिट जाते हैं और खासकर बुजुर्गों के लिए सुविधा बढ़ाने के लिए लाया जा रहा है. जिनकी अंगुलियों और आंखों की पुतलियों के मिलान में उम्र बढ़ने या किसी दुर्घटना की स्थिति में हाथ के निशान मिट जाने की सूरत में दिक्कत आती है ऐसे में चेहरे से आधार के सत्यापन के लिए ये नया कदम लिया जा रहा था जिससे आधार को सत्यापित करने का एक और जरिया मिल सके.
Source: IOCL






















