ईरान-इजरायल हमले के बीच पिट गया भारतीय रुपया, दो महीने में हुआ सबसे ज्यादा कमजोर
Rupee Falls: इजरायल की तरफ से ईरान के ऊपर जिस सैन्य ऑपरेशन के जरिए हमले किए जा रहे हैं, उसे राइजिंग लायन का नाम दिया गया है. ईरान के हमला करने के बाद इजरायल के डिफेंस मिनिस्टर ने इमरजेंसी घोषित कर दिया.

Indian Currency Falls: ईरान के अलग-अलग ठिकानों पर इजरायल की तरफ से किए गए जबरदस्त हमले के बीच भारतीय रुपया दो महीने के सबसे निचले स्तर पर चला गया है. मध्य-पूर्व में भारी तनाव के बाद इंटरनेशनल फॉरेन मनी एक्सचेंज मार्केट में डॉलर के मुकाबले रुपया 53 पैसे टूटकर 86.13 पर खुला और फिर गिरकर 86.20 पर चला गया. यह एक दिन पहले 85.60 के स्तर पर बंद हुआ है. मिडिल ईस्ट में भारी तनाव की वजह से वैश्विक क्रूड ऑयल की कीमतों में तेजी और डॉलर के मजबूत होने का असर घरेलू करेंसी पर दिखा.
डॉलर के सामने टूटा रुपया
विदेशी मुद्रा कारोबारियों का कहना है कि डोमेस्टिक स्टॉक मार्केट की कमजोर शुरुआत और फॉरेन कैपिटल जबरदस्त निकासी से भी स्थानीय करेंसी में गिरावट आयी है. दूसरी तरफ कच्चे तेल के दाम में भी भू-राजनीतिक तनाव की वजह का काफी बढ़ोतरी देखी जा रहा है. ब्रेंट क्रूड की कीमत 9.20 प्रतिशत ऊपर उछलकर अब 75.74 डॉलर प्रति बैरल हो गई है. इसी तरह से डब्ल्यूटीआई क्रूड में भी तेजी देखी जा रही है और ये करीब 9.45 प्रतिशत उछलकर 74.74 डॉलर पर आ गया है.
इजरायल की तरफ से ईरान के ऊपर जिस सैन्य औपरेशन के जरिए हमले किए जा रहे हैं, उसे राइजिंग लायन का नाम दिया गया है. ईरान के हमला करने के बाद इजरायल के डिफेंस मिनिस्टर ने इसे इमरजेंसी घोषित कर दिया है. ऐसा कहा जा रहा है कि इसर इजरायली हमले में इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के चीफ हुसैन सलामी भी मारा गया है.
महंगाई के मोर्चे पर राहत
हालांकि, राहत की बात ये है कि खुदरा महंगाई दर मई के महीने में घटकर 2.82 प्रतिशत पर आ गई है. ये अप्रैल के महीने में 3.16 प्रतिशत थी. ऐसा माना जा रहा है कि खुदरा महंगाई में इस गिरावट की बड़ी वजह खाने-पीने के दाम में गिरावट है.
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Source: IOCL






















