ट्रेड वॉर के बीच आई एक गुड न्यूज! भारत और ब्रिटेन के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर बात लगभग तय
India-UK: भारत और यूके के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर बात लगभग तय हो चुकी है. वीजा का मुद्दा भी काफी हद तक हल चुका है और अब व्हिस्की, कारों और फार्मास्यूटिकल्स के टैरिफ पर बात होनी है.

India-UK Free Trade Agreement: ट्रंप के टैरिफ वॉर के बीच ही भारत और ब्रिटेन के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर 90 परसेंट सहमति बन चुकी है. ब्रिटेन की सरकार इसी साल के भीतर 1.4 बिलियन की आबादी वाले देश भारत के साथ इस ट्रेड पार्टनरशिप को अंतिम रूप देने को लेकर आशावादी हैं. द गार्जियन ने एक सूत्र के हवाले से अपनी रिपोर्ट में कहा है, एग्रीमेंट पर बात लगभग बन गई है. हम पहले से कहीं ज्यादा करीब हैं और राजनीतिक स्तर पर दोनों देशों के बीच बात हो रही है.
फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर बातचीत के लिए दोनों देश प्रतिबद्ध
बता दें कि लंदन में आयोजित '13वें इकोनॉमिक एंड फाइनेंशियल डायलॉग' में दोनों देशों ने अपने बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (एफटीए) और द्विपक्षीय निवेश संधि (बीआईटी) पर आगे बातचीत जारी रखने की प्रतिबद्धता जताई. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और ब्रिटेन की चांसलर ऑफ एक्सचेकर रेचल रीव्स ने की.
सरकारी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, वीजा से जुड़ा विवादास्पद मुद्दा काफी हद तक हल हो चुका है. अब व्हिस्की, कारों और फार्मास्यूटिकल्स के लिए टैरिफ पर बात होनी है. अगर इन पर भी बात बन जाती है तो भारत से ब्रिटेन में निर्यात होने वाले स्कॉच व्हिस्की और कारों के लिए टैरिफ खासतौर पर कम हो सकता है.
The Chancellor met with Indian Minister of Finance @nsitharaman today, to secure £400m in export and investment deals with India.
— HM Treasury (@hmtreasury) April 9, 2025
Boosting economic ties between our two countries, backing British businesses and delivering growth & security for working people across the UK. pic.twitter.com/w4Cw2Dr52c
इसलिए BTA को आगे बढ़ा रहा भारत
इस दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, वैश्विक अनिश्चितताओं के कारण भारत अधिक द्विपक्षीय व्यापार समझौतों को आगे बढ़ा रहा है, जो दिन-प्रतिदिन बढ़ रही हैं. इस दौरान ब्रिटेन के साथ 128 मिलियन पाउंड का नया एक्सपोर्ट डील भी हुआ और निवेश की भी घोषणा हुई. कार्यक्रम में चांसलर रेचेल रीव्स ने भारत जैसे देशों के साथ व्यापार समझौतों को आगे बढ़ाने की तत्काल आवश्यकता पर प्रकाश डाला ताकि आर्थिक विकास को गति मिल सके.
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Source: IOCL























