क्या रिटायरमेंट की उम्र 60 की जगह 65 या 70 साल होगी? इकोनॉमिक सर्वे से मिले संकेत
कल वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राज्यसभा में आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया था. जिसे देखते हुए कयास लगाए जा रहा हैं कि हो सकता है कि आने वाले दिनों में भारत में रिटायरमेंट की उम्र 60 साल की जगह 65 साल या 70 साल हो सकती है.

नई दिल्ली: इकोनॉमिक सर्वे 2018—19 में कुछ ऐसे ही संकेत मिले हैं जिन्हें देखते हुए माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में भारत में रिटायरमेंट की उम्र बढ़ सकती है. माना जा रहा है कि भारत में रिटायरमेंट की उम्र 60 साल की जगह 65 साल या 70 साल हो जाएगी. सर्वे में कहा गया है कि भारत में लाइफ एक्सपेंटेंसी महिलाओं और पुरूषों दोनों की बढ़ रही है. 60 की उम्र में भी अब पहले से ज्यादा महिला और पुरूष स्वस्थ रहते हैं. ऐसे में आने वाले दिनों में रिटायरमेंट की उम्र में भी इजाफा करने पर विचाार किया जा सकता है. बता दें कि तमाम देशों में बेहतर लाइफ एक्सपेंटेंसी के चलते रिटायरमेंट की उम्र 60 साल से ज्यादा है.
विदेशों की तर्ज पर बढ़ सकती है रिटायरमेंट की उम्र
सर्वे के मुताबिक बेहतर लाइफ स्टाइल और हेल्थ सर्विसेज में सुधार के चलते अब लोग 60 साल के बाद भी पूरी तरह स्वस्थ हैं. बहुत से देशों में ऐसे उदाहरण देखे जा रहे हैं कि उम्रदराज लोगों की बढ़ती संख्या और उनके लिए पेंशन वित्त पोषण पर बढ़ते दबाव के कारण रिटायरमेंट की उम्र को बढ़ाया गया है. भारत में भी कुछ इस तरह का ट्रेंड आने वाले दिनों में देखने को मिल सकता है. सरकार को पेंशन का बोझ कम करने के लिए रिटायरमेंट की उम्र में चरणबद्ध तरीके से बढ़ोतरी करने की योजनाएं बनानी होंगी.
जनसंख्या बढ़ने की दर घटेगी
सर्वे के अनुसार आने वाले दिनों में जनसंख्या की ग्रोथ रेट में कमी आ सकती है. 2031-41 के दौरान देश की जनसंख्या 0.5 फीसदी के दायरे में बढ़ सकती है. फर्टिलिटी रेट में कमी आने और लाइफ एक्सपेक्टेंसी बेहतर होने से ऐसा संभव हो सकता है. हालांकि बड़ी संख्या में युवा आबादी की वजह से देश को फायदा मिलेगा, लेकिन 2030 की शुरूआत से कुछ राज्यों में जनसंख्या स्वरूप में बदलाव से अधिक आयु वाले लोगों की तादाद भी बढ़ेगी.
60 की उम्र वालों की बढ़ेगी तादाद
सर्वे के अनुसार देश में फर्टिलिटी रेट में आई गिरावट के कारण 0-19 वर्ष की आयु वर्ग वाले लोगों की जनसंख्या तेजी से बढ़ी है. 2021 तक नेशनल TFR रिप्लेसमेंट रेट के नीचे जा सकती है. वहीं, जनसंख्या में 0-19 आयु वर्ग के युवाओं की संख्या 2011 के उच्चतम स्तर 41 फीसदी से घटकर 2041 में 25 फीसदी रह जाएगी. दूसरी ओर आबादी में 60 की उम्र वर्ग वाले लोगों की संख्या 2011 के 8.6 फीसदी से बढ़कर 2041 तक 16 फीसदी पर पहुंच जाएगी. कामगार आबादी की संख्या 2021-31 के बीच 9.7 मिलियन प्रति वर्ष की दर से बढ़ेगी और 2031-41 के बीच यह घटकर 4.2 मिलियन प्रति वर्ष रह जाएगी.
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Source: IOCL





















