एक्सप्लोरर

प्रधान मंत्री का कांग्रेस पर प्रहार, 11 प्रदेशों में सीधी टक्कर

लोकसभा में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष के चुनावी गठबंधन INDIA को न केवल हल्के में लिया बल्कि कांग्रेस के नेहरू और इंदिरा गांधी जैसे शीर्ष नेताओ पर जोरदार प्रहार किया. वह राष्ट्रपति के बजट अभिभाषण के बाद संसद के समक्ष धन्यवाद प्रस्ताव पर बोल रहे थे. उनके लोकसभा भाषण में कांग्रेस, उसके दिग्गजों पंडित जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और "उत्पाद" राहुल गांधी को लताड़ लगाई गई. क्या एक "असफल" पार्टी पर जोर देना भाजपा का जुनून है, जिसके बारे में प्रधानमंत्री ने फिर दावा किया कि उसे 370 सीटें मिलेंगी और एनडीए को 400 से अधिक सीटें मिलेंगी, या 2024 के चुनाव परिणाम के बारे में चिंता है क्योंकि दोनों पार्टियां सीधी लड़ाई में 11 राज्यों में उलझी हुई हैं?

कांग्रेस पर है पीएम का निशाना

राष्ट्रपति के भाषण पर बहस का जवाब देते हुए, मोदी ने 2024 के चुनावों से पहले कांग्रेस पर निशाना साधा और कांग्रेस के किसी भी सहयोगी का उल्लेख नहीं किया. उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस कई सरकारी योजनाओं का विरोध करने और "एक ही उत्पाद को बार-बार लॉन्च करने" के 'रद्द संस्कृति' में फंस गई है. उनके भाषण की शुरुआत कांग्रेस पर हमले से हुई और समापन भी 'नामदार' कांग्रेस और 'कामदार' ''हमारे'' पर हुआ. दो घंटे के संबोधन में, उन्होंने सरकारी कार्यक्रमों की एक शृंखला पेश की. नेहरू, इंदिरा और राहुल अलग-अलग तरीकों और समय पर उनके भाषण में वापस आए, हालांकि उन्होंने आगामी चुनावों में शानदार सफलता दोहराने पर जोर दिया. प्रधानमंत्री ने कहा कि यह नेहरू ही थे जिन्होंने कश्मीर समस्या पैदा की थी, इंदिरा महंगाई से बेखबर थीं और राहुल असफल उत्पाद थे, जिन्हें यह सुनिश्चित करने के लिए बार-बार लॉन्च किया जा रहा था कि "कांग्रेस विपक्ष में रहे, क्योंकि वे दशकों तक सत्ता में थे". उन्होंने कहा कि अब यह "दर्शक दीर्घा तक ही सीमित रह सकता है".

अपनी पीठ थपथपाई पीएम ने

प्रधानमंत्री ने लोगों को प्रभावित करने के लिए अपने कई कार्यक्रम पेश किए कि उनकी सरकार 20 लाख करोड़ रुपये के हर पैसे का सीधा लाभ लोगों तक पहुंचाने के लिए कितनी लगन से काम कर रही है, भ्रष्टाचार खत्म हो गया है और कृषि क्षेत्र में नौकरियां पैदा करने से लेकर स्टार्ट अप तक के शानदार लाभ हासिल किए जा रहे हैं. "हम पर फेंकी जाने वाली प्रत्येक 'ईंट' के साथ राष्ट्र को पहले विकसित करने का हमारा प्रयास" जारी है. प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि विपक्ष और खासकर कांग्रेस ने भ्रष्टाचार को चरम सीमा तक पहुंचा दिया है. उन्होंने आश्चर्य जताया कि भ्रष्टाचार के आरोप में जेल जाने वालों का स्वागत क्यों किया जाता है. उन्होंने राजद नेता लालू यादव और अब गिरफ्तार झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के स्पष्ट संदर्भ में पूछा कि जांच एजेंसियां ​​जांच और मुकदमा चलाने का साधारण काम क्यों कर रही हैं, उन्हें शातिर तरीके से निशाना बनाया जा रहा है. “एजेंसियाँ अपना काम लगन से कर रही हैं और न्यायाधीश इसका मूल्यांकन करते हैं. हम भ्रष्टाचार को खत्म करेंगे और लुटेरों से आखिरी पाई भी वसूल करेंगे.”चुनाव से ठीक पहले मोदी का कांग्रेस पर ध्यान केंद्रित करना आश्चर्यजनक है, खासकर चार में से तीन राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भाजपा की शानदार जीत के बाद. ग्यारह राज्यों में कांग्रेस के ख़िलाफ़ घिरी पार्टी शायद असहज महसूस कर रही हो. इन राज्यों में 91 सीटें हैं. छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश को छोड़कर अच्छे वोट शेयर के बावजूद कांग्रेस का सफाया हो गया. 

बीजेपी के लिए 11 राज्यों का मुकाबला अहम

यह फायदा भी है और समस्या भी. जहां तक ​​संसदीय सीटों का सवाल है, बीजेपी-एनडीए एक स्थिर स्थिति में हैं. भाजपा ने 2019 में ग्यारह में से नौ राज्यों में लगभग सभी सीटें जीती थीं. 2004 में कांग्रेस को इनमें से 28 सीटें मिली थीं. इसने राजनीतिक परिदृश्य बदल दिया. अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाला एनडीए चुनाव हार गया. इस बार भी अगर कांग्रेस की मशीनरी काम करती है और 20 के आसपास सीटें हासिल करने में कामयाब हो जाती है तो फर्क पड़ सकता है, हालांकि यह इतना आसान नहीं है, लेकिन विभिन्न सर्वेक्षणों से पता चलता है कि राहुल गांधी की यात्रा ने एक जुड़ाव बना लिया है. हालांकि, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान विधानसभा चुनावों में ऐसा कोई चुनावी लाभ नहीं हुआ. हालांकि इन सभी राज्यों को मिलाकर कांग्रेस को बीजेपी से करीब 10.5 लाख वोट ज्यादा मिले. कांग्रेस को कर्नाटक की 28 सीटों में से बड़ी हिस्सेदारी मिल सकती है, (भाजपा के पास 26 सीटें थीं). तेलंगाना की 13 सीटों पर उसका पलड़ा भारी रह सकता है. मध्य प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में भाजपा सरकार की समस्याओं में मुख्यमंत्री का कम कार्यशील होना भी शामिल है. आशंका है कि उसे काफी सीटों का नुकसान हो सकता है. राजस्थान में मुकाबला आसान नहीं है, यहां बीजेपी 25 में से आधी सीटें हार सकती है. दोनों पार्टियों में गंभीर संगठनात्मक मतभेद हैं. अगर यूपी में गठबंधन होता है, तो कांग्रेस-एसपी-आरएलडी को कुछ सीटें मिल सकती हैं, और हरियाणा में कांग्रेस की राज्य इकाई के कामकाज के आधार पर, वह 10 सीटों में से अधिकांश सीटें छीन सकती है. हो सकता है कि महाराष्ट्र 2019 में बीजेपी को बहुमत न दे पाए.

कांग्रेस की मशीनरी पर सब निर्भर

बीजेपी के लिए बिहार आसान नहीं हो सकता. अगर ऐसा होता तो उन्होंने नीतीश कुमार के जद-यू के साथ गठबंधन नहीं किया होता, जो खुद पिछली बार जीती गई 18 सीटें बरकरार रखने को लेकर आश्वस्त नहीं है. यह सब इस पर निर्भर करता है कि कांग्रेस अपनी मशीनरी को कैसे सक्रिय करती है. बीजेपी तलवार की धार पर है. असम में भी उसे कुछ सीटों का नुकसान हो सकता है. संगठन के आंतरिक मूल्यांकन में 400 लोकसभा सीटों के आधिकारिक अनुमान से कहीं कम सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है. अयोध्या में राम मंदिर के अभिषेक से पैदा हुए उत्साह के बावजूद 2024 के चुनाव कई आश्चर्य पैदा कर सकते हैं.

[नोट- उपरोक्त दिए गए विचार लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं. यह ज़रूरी नहीं है कि एबीपी न्यूज़ ग्रुप इससे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.]

View More

ओपिनियन

Sponsored Links by Taboola
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h

टॉप हेडलाइंस

अब इस देश ने अमेरिका को दिया झटका, Hawk की जगह भारत से खरीदेगा SAM मिसाइलें; दिल्ली ने दिया बड़ा ऑफर
अब इस देश ने अमेरिका को दिया झटका, Hawk की जगह भारत से खरीदेगा SAM मिसाइलें; दिल्ली ने दिया बड़ा ऑफर
'अपनी हार को छिपाने के लिए बाहर घूमने गए हैं तेजस्वी यादव', जीतन राम मांझी का तंज
'अपनी हार को छिपाने के लिए बाहर घूमने गए हैं तेजस्वी यादव', जीतन राम मांझी का तंज
वीकडेज में OTT पर रिलीज होंगी ये 14 नई फिल्में और शो, नोट कर लें किस तारीख को कौन सा देख पाएंगे
वीकडेज में OTT पर रिलीज होंगी ये 14 नई फिल्में और शो, नोट कर लें किस तारीख को कौन सा देख पाएंगे
कब और कहां खेला जाएगा भारत-दक्षिण अफ्रीका के बीच पहला टी20, जानें मैच टाइमिंग समेत लाइव स्ट्रीमिंग डिटेल्स
कब और कहां खेला जाएगा IND vs SA पहला टी20, जानें मैच टाइमिंग समेत लाइव स्ट्रीमिंग डिटेल्स
ABP Premium

वीडियोज

Parliament Update: संसद में वंदे मातरम पर होगी चर्चा, हंगामें के भी आसार | Breaking
Smriti-Palash: अब नहीं होगी स्मृति मंधाना और पलाश की शादी,  खिलाड़ी ने डाली इमोशनल पोस्ट
Goa Nightclub Fire: कलब में अग्निकांड को लेकर पुलिस का आया चौंकाने वाला बयान | Breaking | ABP News
West Bengal News: बंगाल में चुनावी जोर के बीच क्यों मचा धार्मिक शोर! | mamata
Indigo की उड़ानें रद्द होने का सिलसिला जारी, 550 से ज्यादा फ्लाइट रद्द

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
अब इस देश ने अमेरिका को दिया झटका, Hawk की जगह भारत से खरीदेगा SAM मिसाइलें; दिल्ली ने दिया बड़ा ऑफर
अब इस देश ने अमेरिका को दिया झटका, Hawk की जगह भारत से खरीदेगा SAM मिसाइलें; दिल्ली ने दिया बड़ा ऑफर
'अपनी हार को छिपाने के लिए बाहर घूमने गए हैं तेजस्वी यादव', जीतन राम मांझी का तंज
'अपनी हार को छिपाने के लिए बाहर घूमने गए हैं तेजस्वी यादव', जीतन राम मांझी का तंज
वीकडेज में OTT पर रिलीज होंगी ये 14 नई फिल्में और शो, नोट कर लें किस तारीख को कौन सा देख पाएंगे
वीकडेज में OTT पर रिलीज होंगी ये 14 नई फिल्में और शो, नोट कर लें किस तारीख को कौन सा देख पाएंगे
कब और कहां खेला जाएगा भारत-दक्षिण अफ्रीका के बीच पहला टी20, जानें मैच टाइमिंग समेत लाइव स्ट्रीमिंग डिटेल्स
कब और कहां खेला जाएगा IND vs SA पहला टी20, जानें मैच टाइमिंग समेत लाइव स्ट्रीमिंग डिटेल्स
'संकरे रास्ते, पत्तों की छत और भागती भीड़...', देखते ही देखते कैसे आग का गोला बन गया गोवा का नाइट क्लब, जिसमें चली गईं 25 जानें
'संकरे रास्ते, पत्तों की छत और भागती भीड़...', देखते ही देखते कैसे आग का गोला बन गया गोवा का नाइट क्लब, जिसमें चली गईं 25 जानें
NEET PG 2025 राउंड-2 में मैट्रिक्स में 2,620 नई सीटें, उम्मीदवार करें चॉइस फाइलिंग
NEET PG 2025 राउंड-2 में मैट्रिक्स में 2,620 नई सीटें, उम्मीदवार करें चॉइस फाइलिंग
Tata Sierra: आज से 34 साल पहले भी बाजार में आई थी Tata Sierra, फिर क्यों हो गई थी बंद?
आज से 34 साल पहले भी बाजार में आई थी Tata Sierra, फिर क्यों हो गई थी बंद?
सुप्रिया सुले से लेकर कंगना तक, बीजेपी सांसद के घर की शादी में एक मंच पर पक्ष विपक्ष ने लगाए ठुमके
सुप्रिया सुले से लेकर कंगना तक, बीजेपी सांसद के घर की शादी में एक मंच पर पक्ष विपक्ष ने लगाए ठुमके
Embed widget