लखीमपुर खीरी से कांग्रेस-प्रियंका को मिलेगा पॉलिटिकल माइलेज, बेल्ची से इंदिरा को मिली थी ताकत
लखीमपुर खीरी में हुए बवाल के बाद फ्रंट फुट पर कोई पार्टी दिख रही है तो वो है कांग्रेस. लखीमपुर में 8 लोगों की मौत के बाद जिस तरह से प्रियंका गांधी वाड्रा सक्रिय हुईं और फिर जिस तरह से यूपी सरकार ने उन्हें पहले हिरासत में रखा और बाद में गिरफ्तार किया, उसने प्रियंका को सियासी तौर पर एक मज़बूती दे दी है. ठीक ऐसा ही हुआ था 1977 में इंदिरा गांधी की हार के बाद. इंदिरा हारीं और उसके कुछ ही दिनों के बाद बिहार के बेलछी में नरसंहार हुआ तो इंदिरा गांधी ने बाढ़ के पानी में हाथी पर बैठकर पीड़ितों से मुलाकात की थी और उसके बाद राजनीति में उनकी वापसी हुई थी. ऐसे में क्या प्रियंका भी इंदिरा की ही राह पर चल पड़ी हैं और उन्हें भी इसका सियासी फायदा होगा, समझने की कोशिश कर रहे हैं कार्यकारी संपादक विजय विद्रोही.


























