Uttarakhand News: उत्तराखंड में धान खरीद केंद्रों पर त्योहारों के बाद लौटी रौनक, बेमौसम बरसात से खरीदारी हुई थी कम
Uttarakhand: अक्टूबर महीने में हुई बेमौसम बारिश की वजह से धान में नमी आने के कारण सरकारी धान क्रय केंद्रों पर धान की खरीद काफी धीमी चल रही थी, जो दीपावली के त्यौहार के बाद तेज हो गई है.

Khatima News: उत्तराखंड (Uttarakhand) में दीपावली (Diwali 2022) और भैया दूज (Bhai Dooj 2022) के त्यौहार के बाद धान खरीद केंद्रों पर फिर से रौनक लौट आई है. धान खरीद केंद्रों पर किसानों द्वारा धान लाने से धान खरीद में तेजी आई हैं. पिछले कुछ दिनों में अकेले खटीमा (Khatima) में ही कुल 48000 कुंतल धान की खरीद हो चुकी है. इससे पहले अक्टूबर (October) के महीने में हुई बेमौसम बरसात की वजह से धान खरीद की गति काफी धीमी हो गई थी.
त्योहारों के बाद धान खरीद में आई तेजी
तराई को धान का कटोरा कहा जाता है, क्योंकि उधम सिंह नगर जनपद में प्रदेश में सबसे ज्यादा धान की पैदावार होती है और जिस कारण यहां सबसे ज्यादा राइस मिले भी स्थापित है. इसलिए राज्य सरकार द्वारा सबसे ज्यादा सरकारी धान क्रय केंद्र उधम सिंह नगर जनपद में खोले जाते हैं. अक्टूबर महीने में हुई बेमौसम बारिश की वजह से धान में नमी आने के कारण सरकारी धान क्रय केंद्रों पर धान की खरीद काफी धीमी चल रही थी, जो दीपावली के त्यौहार के बाद तेज हो गई है. किसानों ने अब सरकारी धान क्रय केंद्रों पर धान को लेकर आना शुरू कर दिया है.
खटीमा में खोले गए 66 सरकारी धान क्रय केन्द्र
खटीमा में सरकार द्वारा कुल 66 सरकारी धान क्रय केंद्र खोले गए हैं. जिसमें अब तक कुल 48000 कुंटल धान की खरीद हो चुकी है. एसएमआई खटीमा जगदीश कॉलोनी ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि सरकार द्वारा सरकारी क्रय केंद्रों पर 17 फीसद नमी वाला धान लिया जा रहा है. बेमौसम बरसात के कारण धान में नमी आने के कारण धान की खरीद धीमी थी, जिसमें अब तेजी आ गई है. मंडी समिति स्थित खाद विभाग के कार्यों में जहां 12000 कुंतल धान तोला जा चुका है वहीं खटीमा क्षेत्र के अन्य कांटों में 36000 कुंतल धान तोला जा चुका है. कुल मिलाकर खटीमा क्षेत्र में 48000 कुंतल धान की खरीद की जा चुकी है.
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Source: IOCL





















