रायबरेली के शैलेंद्र सिंह सोपोर में हुये आतंकी हमले में शहीद, मुख्यमंत्री ने सरकारी नौकरी व 50 लाख रुपये देने का एलान किया
सीआरपीएफ की 110वीं बटालियन में सिपाही के पद तैनात शैलेंद्र सिंह श्रीनगर में हुये आतंकी हमले में शहीद हो गये. उनके पीछे माता-पिता, पत्नी और बेटा है. वे तीन बहनों में अकेले भाई थे.

रायबरेली. जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में आतंकी हमले के दौरान रायबरेली के शैलेंद्र सिंह शहीद हो गये. जैसे ही शहीद होने की सूचना मिली परिवार में कोहराम मच गया. शहीद होने की सूचना पर शैलेंद्र के आवास पर अपर जिलाधिकारी ,उप जिलाधिकारी , क्षेत्राधिकारी, सदर विधायक सहित हजारों लोगों का जमावड़ा लग गया. प्रदेश के मुख्यमंत्री ने एक सरकारी नौकरी व 50 लाख रुपए की घोषणा भी कर दी. सबसे खास बात यह देखी गई कि सूचना के 4 घंटे बाद रायबरेली के डीएम व एसपी शहीद के परिजनों से मिलने पहुंचे वह भी पांच मिनट के लिए, जबकि उनके आवास से शहीद के घर की दूरी महज दो किलोमीटर है.
सीआरपीएफ की 110वीं बटालियन में थे
श्रीनगर के आतंकी हमले में सीआरपीएफ का जवान शैलेंद्र सिंह शहीद हो गया. शैलेंद्र डलमऊ थाना क्षेत्र के मीरमीरानपुर अल्हौरा गांव के मूल निवासी थे. जबकि वर्तमान में मिल एरिया थाना क्षेत्र के मलिकमऊ में नया घर बनवा कर परिवार रह रहा है. शहीद जवान शैलेंद्र सिंह सीआरपीएफ के 110वीं बटालियन में सिपाही के पद पर कार्यरत थे. साल 2008 में शैलेंद्र सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे, जिसके कुछ ही समय बाद उनकी शादी हो गई थी. शैलेंद्र के तीन बहनें है, जिसमें एक की शादी की तैयारियां चल रही थी व बूढ़े माता-पिता के साथ उसका एक छोटा बेटा भी है.
जैसे ही सीआरपीएफ जवान शैलेंद्र सिंह के शहीद होने की सूचना मिली परिवार में कोहराम मच गया. बूढ़े माता-पिता की आंखों से आंसू रुकने का नाम ही नहीं ले रहे हैं, तो दूसरी तरफ उनकी पत्नी बेसुध हो गईं.
अपर जिलाधिकारी ने बताया कि सोपोर में हुए आतंकी हमले में हमारे जिले के शैलेंद्र सिंह शहीद हो गए. हम लोग यहां पर उनके परिजनों को ढांढस बंधाने पहुंचे. नगर ही नहीं पूरे जनपद की जनता उनको श्रद्धांजलि देने के लिए उतावली है.ये भी पढ़ें.
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Source: IOCL





















