अयोध्या: राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक, मंदिर की आयु पर लिखित गारंटी चाहती है समिति
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण समिति के बाठक में टाटा कंसलटिंग इजीनियर्स के अधिकारी शामिल हुये. सूत्रों के मुताबिक समिति मंदिर की आयु एक हजार वर्ष चाहती है. इस मुद्दे पर बैठक लंबी चर्चा हुई.
अयोध्या. राम मंदिर निर्माण समिति की दूसरी व अंतिम बैठक सर्किट हाउस में हुई. बैठक में लिए गए निर्णय को गोपनीय रखा गया है. हालांकि सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट राम मंदिर के आयु को लेकर निर्माण कर रही संस्था एलएनटी से लिखित गारंटी चाहती है. ट्रस्ट ने पहले भी कहा था कि मंदिर ऐसा बनाएंगे कि उसकी आयु 1000 वर्ष तक हो. गारंटी मांगने के बाद एलएनटी के अधिकारी पशोपेश में हैं. जिसको लेकर निर्माण समिति के चेयरमैन ने अयोध्या पहुंचकर एलएनटी के अधिकारियों के साथ बैठक की.
टाटा कंसलटिंग इंजीनियर्स के अधिकारी शामिल हुये
इसमें टाटा कंसलटिंग इंजीनियर्स लिमिटेड के अधिकारी भी शामिल हुए. यह कयास लगाए जा रहे हैं कि राम मंदिर निर्माण में टाटा कंसलटिंग इंजिनियर्स का सहयोग लिया जा सकता है. ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा ने बताया कि टाटा कंसलटिंग इंजिनियर्स की अधिकारियों ने अपनी बात रखी है. प्रेजेंटेशन दिया है. उनकी बात देखी जा रही है. हालांकि बैठक में अंदरूनी क्या निर्णय लिए गए, इस पर किसी ने कुछ भी कहने से मना कर दिया. लेकिन सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि राम मंदिर को लेकर हाल फिलहाल राम मंदिर निर्माण का कार्य रोक दिया गया है.
पिलर की रिपोर्ट का इंतजार
हालांकि कल की बैठक में मौजूद रहे ट्रस्ट के सदस्यों ने बताया था कि जो टेस्टिंग पिलर बनाए गए हैं, उनकी मजबूती की रिपोर्ट आईआईटी चेन्नई से अभी नहीं आई है, उस रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. बैठक में राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि महाराज व सदस्य अनिल मिश्रा के साथ अन्य लोग भी शामिल हुए.
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