पंजाब में एसएमसी से बदलेगी स्कूलों की दशा-दिशा
भगवंत मान सरकार के प्रयासों से बीते फरवरी माह में पंजाब के सभी 19,110 सरकारी स्कूलों में स्कूल प्रबंधन समिति (एसएमसी) की बैठक आयोजित की गई.

मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान का संकल्प है कि पंजाब का हर बच्चा पढ़े और पंजाब के विकास में मजबूती से अपनी भूमिका निभाए. मान सरकार इस संकल्प को साकार करने के लिए लगातार काम कर रही है.
पंजाब के सरकारी स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई की अच्छी व्यवस्था करने के साथ ही स्कूल भवनों को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जा रहा है. स्कूलों में बच्चों, शिक्षकों और अभिभावकों के बीच समन्वय बनाने के लिए मेगा पीटीएम का आयोजन किया जा रहा है.
स्कूल मैनेजमेंट कमेटी का गठन
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देश पर पंजाब के 19,123 स्कूलों में नई स्कूल प्रबंधन समितियां स्थापित की गई हैं. ये समितियां पंजाब में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने में मील का पत्थर साबित होंगी. एसएमसी में अभिभावक और प्रतिनिधि भी शामिल हैं. स्कूलों में सुधार लाने में एसएमसी महत्वपूर्ण साबित होंगी.
मेगा एसएमसी मीटिंग
मान सरकार के प्रयासों से बीते फरवरी माह में पंजाब के सभी 19,110 सरकारी स्कूलों में स्कूल प्रबंधन समिति (एसएमसी) की बैठक आयोजित की गई. इसमें अभिभावकों और प्रतिनिधियों को स्कूलों के निर्णय लेने में प्रत्यक्ष भूमिका निभाने की अनुमति दी गई.
एसएमसी सदस्यों और अभिभावकों ने अपने-अपने स्कूलों का दौरा किया और साफ-सफाई की स्थिति का मूल्यांकन किया, सुधार की आवश्यकता वाले क्षेत्रों की पहचान की और स्थानीय समाधान सुझाए.
अभिभावकों और एसएमसी सदस्यों ने स्कूल के बुनियादी ढांचे, छात्रों के कल्याण और पढ़ाई लिखाई में सुधार लाने के लिए सक्रिय रूप से चर्चा और मंथन में भाग लिया.
सकारात्मक बदलाव की शानदार पहल
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार शिक्षा व्यवस्था को देश में सर्वोत्तम बनाने के लिए प्रतिबद्ध है. एसएमसी मीटिंग का उद्देश्य माता-पिता, समुदाय के सदस्यों और स्कूल कर्मचारियों के बीच सहयोग को बढ़ाना है, जो अंततः पंजाब में अधिक प्रभावी और समावेशी शिक्षा प्रणाली के व्यापक लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करेगा.
मान सरकार एसएमसी की सामूहिक जिम्मेदारी और सक्रिय भागीदारी की संस्कृति को बढ़ावा देकर पूरे राज्य के स्कूलों में सकारात्मक बदलाव लाने के प्रयास कर रही है.
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