Niti Aayog Report 2023: हरियाणा से इस मामले में पिछड़ गया पंजाब, नीति आयोग की रिपोर्ट में हुआ खुलासा
Chandigarh News: देश में गरीबी की दर में कमी आई है जो एक सूकून देने वाली खबर है. नीति आयोग की रिपोर्ट में पता चला है कि देश में 9.89 प्रतिशत लोग गरीबी रेखा से बाहर आए है.
Punjab News: देश में गरीबी की दर लगातार कम होती जा रही है. 4 साल में करीब 9.89 प्रतिशत लोग गरीबी से बाहर आए है. यानि लगभ 13.5 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए है. नीति आयोग के मल्टीडायमेंशनल पॉवर्टी इंडेक्स-2023 की रिपोर्ट के आधार पर ये तथ्य सामने आए है. बिहार में सबसे ज्यादा 18.13 प्रतिशत गरीबी घटी है लेकिन अब भी वहां सबसे ज्यादा 34 प्रतिशत लोग गरीब है. अब बात करें पंजाब और हरियाणा की तो यहां गरीबी कम करने के मामले में हरियाणा ने पंजाब को पछाड़ दिया है.
हरियाणा की गरीबी में जहां 4.81 प्रतिशत की कमी आई है तो वहीं पंजाब में सिर्फ 4 सालों में 0.82 ही गरीबी कम हुई है यानि 4 साल में पंजाब में कुछ ज्यादा सुधार नहीं आया है.
गांवों और शहरों में कितनी घटी गरीबी
नीति आयोग के मल्टीडायमेंशनल पॉवर्टी इंडेक्स-2023 की रिपोर्ट के अनुसार देश के गांवों में गरीबी की दर 32.59 प्रतिशत से घटकर अब 19.28 प्रतिशत रह गई है तो वहीं शहरों में गरीबी की दर 8.65 से घटकर 5.27 प्रतिशत रह गई है. यानि गांवों में अभी भी तीन गुना अधिक गरीबी है. 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों व 707 प्रशासनिक जिलों के लिए बहुआयामी गरीबी अनुमान प्रदान करते इस रिपोर्ट में बताया गया है कि बहुआयामी गरीबों के अनुपात में सबसे तेज कमी ओडिशा, बिहार उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान में देखी गई है. इसके अलावा नीति आयोग की रिपोर्ट में बताया गया है कि देश में बिजली, पेयजल, स्वच्छता, पोषण संबंधी खाना पकाने के ईंधन तक लोगों की पहुंच में सुधार हुआ है.
इस मामलों में हरियाणा से आगे है पंजाब
हरियाणा और पंजाब के कितने प्रतिशत घरों में खाना पकाने के सिलेंडर का प्रयोग किया जाता है. तो आपको बता दें कि 43.93 प्रतिशत घरों में और पंजाब में 25.33 प्रतिशत घरों में अभी भी सिलेंडर नहीं बल्कि खाना पकाने के लिए लड़की आदि का प्रयोग हो रहा है.
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