NDA: बेटियों का कमाल! एनडीए से 17 महिला कैडेट्स का पहला बैच पासआउट, श्रीति दक्ष ने बताई सफलता की कहानी
NDA Passing Out Parade 2025: विंग कमांडर योगेश दक्ष ने कहा कि बेटी ने बड़ा मुकाम हासिल किया है. एक पिता के लिए इससे बड़ा दिन और क्या होगा? हर आदमी को समझना होगा बेटियां बहुत ताकतवर होती हैं?

NDA Passing Out Parade 2025 Pune: नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA) में महिला कैडेट्स का पहला बैच पासआउट हुआ. शुक्रवार (30 मई) को 148वें कोर्स की पासिंग आउट परेड (POP) होगी. आज सभी कैडेट्स को डिग्री दी गई. इतिहास में यह पहली बार हुआ जब 17 महिला कैडेट्स 339 से ज्यादा पुरुषों के साथ NDA से ग्रेजुएट हुई हैं.
सभी महिला कैडेट्स बहुत जल्द भारतीय सेना, नेवी और एयर फोर्स जॉइन करेंगी. सभी ग्रेजुएट को सम्मान देने के लिए चीफ गेस्ट के तौर पर दीनदयाल उपाध्याय यूनिविसिटी गोरखपुर की वाइस चांसलर पूनम टंडन शामिल हुई.
#WATCH | Pune, Maharashtra: The first batch of 17 female cadets graduated from the National Defence Academy (NDA) today
— ANI (@ANI) May 30, 2025
Harsimran Kaur, one of the cadets, says, "I was actually preparing for JEE Mains and then NDA came in between as a blessing. I was told by one of my friends… pic.twitter.com/1d3Th81x9i
2022 में पहली बार हुआ था महिला कैडेट्स का चयन
दरअसल, 2021 में सुप्रीम कोर्ट ने महिलाओं को NDA परीक्षा देने की अनुमति देने का आदेश दिया था. इसके बाद यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) ने महिलाओं को आवेदन करने की अनुमति दी. 2022 में पहली बार 17 महिला कैडेट्स का बैच NDA में चयन हुआ था.
3 साल के कड़े संघर्ष के बाद महिला कैडेट्स को मिला मुकाम
एबीपी न्यूज से बात करते हुए महिला कैडेट और उनके परिवार ने बेहद गर्व और खुशी जताई. कैडेट्स में रैंकिंग हासिल करने वाली श्रीति दक्ष जिनके पिता खुद भी विंग कमांडर है, ने बताया कि बहुत गर्व महसूस हो रहा है. वह अब इंडियन नेवी एकेडमी में शामिल होंगी. महिला कैडेट्स के पहले बैच से होने के नाते हमें जूनियर कैडेट्स के लिए हाई-स्टैंडर्ड्स बनाने होंगे. मैं एक ऐसा बेंचमार्क सेट करना चाहती हूं, जिसे वे फॉलो कर सकें. जिस तरह ऑपरेशन सिंदूर में कर्नल सोफिया और व्योमिका सिंह को हमने लीड करते देखा उसे और हौसला बढ़ा है .
एनडीए मेरे खून में है- श्रीति दक्ष
NDA मेरे खून में है. मेरे पिता एक पूर्व NDA अधिकारी हैं. वे एयर फोर्स से रिटायर्ड हुए हैं. मेरी बहन भी भारतीय वायुसेना में हैं. 2021 में जब सुप्रीम कोर्ट ने NDA में महिलाओं को अनुमति देने का फैसला सुनाया, तो मैंने मौके का फायदा उठाया. हमें पुरुष कैडेट्स के साथ संबंधित स्क्वाड्रन में रखा गया था. हमारी ट्रेनिंग लगभग एक जैसी होती थी. हमने तीनों सालों तक कंधे से कंधा मिलाकर सब कुछ किया. ट्रेनिंग मानसिक और शारीरिक रूप से मुश्किल थी, लेकिन हमने फिजिकल ट्रेनिंग और लगातार प्रैक्टिस से कर दिखाया.
श्रीति दक्ष के पिता विंग कमांडर योगेश दक्ष ने कहा, 'बताया कि उनकी बेटी ने बड़ा मुकाम हासिल किया है. एक पिता के लिए इससे बड़ा दिन क्या होगा? हर आदमी को समझना होगा बेटियां बहुत ताकतवर होती हैं?'
श्रीति ने अपने पासिंग आउट का क्रेडिट अपनी दादी और मां को दिया. उनकी मां अनु दक्ष के आंखों में खुशी के आंसू दिखाई दिए. उन्होंने कहा मेरी नाजुक बेटी कैसे करेगी इतनी मुश्किल ट्रेनिंग, इस बात को सोचकर मैं परेशान रहती थी, लेकिन आज मेरे लिए सबसे बड़ा दिन है.
महिला कैडेट में से एक शिवांशी सिंह जो बिहार से आती है उनकी मां लता सिंह ने एबीपी न्यूज से बात करते हुए कहा, 'मेरे पास शब्द नहीं हैं. आप सोचिए, एक मां जिसको हमेशा चिंता होती थी बेटी की कैसे नाजुक कलाई से कैसे झेलेगी ये सब, लेकिन मेरी बेटी ने तो अपनी टॉप जगह बनाई है.'
'महिला कैडेट्स मत कहिए, वे सिर्फ कैडेट्स हैं'
NDA के इतिहास में पहली बार महिला कैडेट्स के शामिल होने पर उनके पुरुष कैडेट्स अंकुश और अंश ने कहा, 'उन्हें महिला कैडेट्स मत कहिए, वो सिर्फ कैडेट्स हैं. हम सबने मिलकर ट्रेनिंग की है. बहुत गर्व की बात है कि इस एतिहासिक 148 NDA बैच का हिस्सा हम भी बने हैं.
NDA में 2022 में महिला कैडेट्स के पहले बैच की एंट्री के बाद से अब तक NDA में 126 महिलाओं को एडमिशन मिला है. उनमें से 121 अभी ट्रेनिंग ले रही हैं. 5 कैडेट्स ने इस्तीफा दे दिया था. 121 महिलाएं देश के 17 राज्यों से हैं. उनमें से एक कैडेट कर्नाटक से है. हरियाणा की सबसे ज्यादा 35 महिला कैडेट हैं. उसके बाद उत्तर प्रदेश की 28, राजस्थान की 13 और महाराष्ट्र की 11 हैं. दक्षिणी राज्यों में, कर्नाटक की एक कैडेट के अलावा, केरल की चार कैडेट भी NDA में शामिल हुई हैं.
इंडियन आर्मी में करीब 12 लाख पुरुष हैं, जबकि महिलाओं की संख्या तकरीबन 7 हजार ही है. पुरुषों के लिहाज से महिलाओं का अनुपात 0.56 फीसदी ही है. एयर फोर्स में करीब 1.5 लाख पुरुष हैं. महिलाओं की संख्या 1600 ही है. यहां अनुपात 1 फीसदी से थोड़ा ज्यादा है. इसके अलावा इंडियन नेवी में पुरुषों की संख्या दस हजार है, जबकि महिलाएं 700 ही हैं. इस फोर्स में महिलाओं का प्रतिशत 6.5 है. तीनों सेनाओं में कुल 9118 महिला अधिकारी भारत की तीनों सेनाओं में कुल मिलाकर करीब 9,118 महिलाएं हैं. भारत की तीनों सेनाओं में साल 2019 की तुलना में 2020 में महिलाओं की संख्या बढ़ी है.
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL






















