Jharkhand: हाय रे ऐसी सजा! 5 मिनट की देरी हुई तो करवाई 200 उठक-बैठक, छात्राएं अस्पताल में भर्ती
Jharkhand News: स्कूल में महज पांच मिनट की देरी पर चार छात्राओं को 200 उठक-बैठक की सजा दी गई, जिससे उनकी तबीयत बिगड़ गई और उन्हें ICU में भर्ती कराना पड़ा. परिजनों ने स्कूल पर गंभीर आरोप लगाए हैं.

स्कूलों में अनुशासन सिखाया जाता है, ये सच है- लेकिन सोचकर देखिए, अनुशासन सिखाने का वो तरीका अगर जानलेवा बन जाए तो क्या होगा...? कुछ ऐसा ही हुआ झारखंड के एक स्कूल में. पूर्वी सिंहभूम के पटमदा प्रखंड के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में सोमवार (28 जुलाई) को एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है.
यहां स्कूल में महज 5 मिनट देरी से पहुंचने पर 4 छात्राओं को कथित रूप से 200 बार उठक-बैठक करने की सजा दी गई, जिसके बाद वे बेहोश होकर गिर पड़ीं. छात्राओं की हालत बिगड़ने पर उन्हें पहले माचा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और फिर जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल के ICU में भर्ती कराया गया है. इलाज अब भी जारी है.
छात्राओं के परिजनों ने क्या कहा?
पीड़ित छात्राओं के परिजनों ने पीटीआई के अनुसार, बताया कि 12वीं कक्षा की छात्राएं स्कूल में महज 5 मिनट की देर से पहुंचीं थीं, जिसके कारण उन्हें ऐसा शारीरिक दंड दिया गया. इस सजा के बाद छात्राओं को चक्कर आने लगे और उल्टियां होने लगीं. स्थिति बिगड़ने पर उन्हें आनन-फानन में इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया. वहीं परिजनों का यह आरोप भी है कि स्कूल प्रशासन की ओर से इस संबंध में उन्हें जानकारी नहीं दी गई, बल्कि आस पास के लोगों से उन्हें इसकी जानकारी हुई.
स्कूल प्रशासन की चुप्पी, जिला शिक्षा अधिकारी कर रहे हैं जांच
फिलहाल स्कूल प्रशासन की ओर से इस मामले में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन जिला शिक्षा अधिकारी मनोज कुमार ने कहा कि मामले की जांच कराई जा रही है और दोषी पाए जाने पर संबंधित शिक्षक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
बच्चों के साथ इस तरह के व्यवहार को लेकर अभिभावकों में चिंता और भय का माहौल है. कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय जैसे आवासीय स्कूलों में अनुशासन के नाम पर बच्चों पर शारीरिक दंड देने की यह घटना कई सवाल खड़े करती है. शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने अस्पताल में भर्ती छात्राओं की स्थिति की निगरानी शुरू कर दी है.
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