Chhattisgarh Fraud: गरीबों के हक पर डाका? रायगढ़ ब्लॉक की राशन दुकानों से चावल गायब
Raigarh Fraud: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में जनवरी और फरवरी में राशन कार्ड धारियों का बायोमेट्रिक स्कैन तो कर लिया गया है, लेकिन उनको चावल नहीं दिया गया है. चावल की हेरा-फेरी होने की आशंका है.
Raigarh News: रायगढ़ जिले के रायगढ़ ब्लॉक के बरपाली गांव में राशन दुकान से एडवांस में भेजे गए मार्च महीने का चावल गायब हो गया है. खास बात यह है कि यहां बायोमेट्रिक से स्कैन तो कर लिया गया है, लेकिन हितग्राहियों को चावल दिया ही नहीं गया. इसकी शिकायत हुई तो मंगलवार (20 फरवरी) को फूड विभाग की टीम जांच करने पहुंची. तब इस पूरे मामले का खुलासा हुआ. दिलचस्प बात यह है कि मार्च का राशन अभी वितरण ही नहीं हुआ है और करीब 392.78 क्विंटल चावल की हेरा-फेरी हो गई है. .
रायगढ़ ब्लॉक के बरपाली गांव के राशन दुकान में एक अनोखा मामला सामने आया है. यहां मार्च महीने के लिए एडवांस में चावल भेजा गया था. यह चावल जांच के दौरान गायब मिला है. बताया गया कि ग्रामीणों की तरफ से बरपाली गांव के दुकान संचालक के खिलाफ राशन की हेरा-फेरी करने की शिकायत की गई थी. शिकायत के बाद मंगलवार को फूड इंस्पेक्टर सीएम सिदार टीम के साथ जांच के लिए पहुंचे. इस दौरान ग्रामीण और दुकानदार भी उपस्थित थे. खास बात यह है कि बरपाली गांव का राशन दुकान स्वयं वहां का सरपंच सुरेश पटेल पिता बृजलाल पटेल ही संचालन करता है. ऐसे में सरपंच की इस गड़बड़ी को लेकर ग्रामीणों में खासा आक्रोश है.
चावल की हेरा-फेरी होने की आशंका
इस दौरान वहां के स्टॉक रजिस्टर, बायोमेट्रिक मशीन की जांच करते हुए मिलान किया गया. जांच में कई तरह की खामियां उजागर होने की बात कही जा रही है. दिलचस्प बात यह है कि जनवरी और फरवरी में राशन कार्ड धारियों का बायोमेट्रिक स्कैन तो कर लिया गया है, लेकिन हितग्राहियों को भौतिक रूप से चावल नहीं दिया गया है. भौतिक सत्यापन में बरपाली के राशन दुकान 412001090 में 392.78 क्विंटल चावल कम मिला है. यानी चावल की हेरा-फेरी होने की आशंका है. यह कमी तब शंका के घेरे में और आ जाता है जब मार्च महीने का चावल भी एडवांस में वहां भेजा गया है.
ग्रामीणों में दिखा आक्रोश
जब जांच चल रही थी तब ग्रामीण वहां मौजूद थे. जब जांच की गई तो कई तरह की अनियमितता सामने आई तो ग्रामीणों में खासा आक्रोश देखा गया और उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग करने लगे. हालांकि अभी जांच पूरी नहीं हुई है. फूड इंस्पेक्टर सीएम सिदार ने कहा कि ग्रामीणों की तरफ से इस दुकान की शिकायत की गई थी. जांच के दौरान कई तरह की अनियमितता मिली है. मार्च का खाद्यान्न भंडारण हो गया है, इसके बाद भी वहां 392.78 क्विंटल चावल कम मिला है. जांच रिपोर्ट एसडीएम को सौंपी जाएगी.
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